जीवित हो गयीं हूँ मैं, तुम्हारे स्पर्श से…
मैं संग चल दी उनके, मेरा मन यहीं रह गया… उन्होंने दिखाये होंगे हजारों ख्वाब, पर इन आँखों में रौशनी कहाँ थी !! कितने ही गीत सुनाये होंगे उन्होंने, पर इन कानों के पट तो बंद हो चुके थे !! उनके सवालों का, जवाब भी ना दे पायी थी मैं…. क्योंकि इन होठों पे, तुम्हारा […]
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