जल्द ही भगवान श्री राम मंदिर में विराजमान होंगे, श्री कृष्ण जन्मभूमि पर हुआ रजत शिला का पूजन

जल्द ही भगवान श्री राम मंदिर में विराजमान होंगे, श्री कृष्ण जन्मभूमि पर हुआ रजत शिला का पूजन

REGIONAL RELIGION/ CULTURE

Mathura (Uttar Pradesh, India)। भगवान श्री राम लला मंदिर निर्माण की आधार शिला में चांदी की ईंट रखी जाएगी। मंदिर आधार शिला में लगने वाली  ईंट की विधि विधान से पूजा मथुरा स्थित भगवान श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर में की गयी। मंदिर निर्माण में लगने बाली चाँदी की ईंट को अयोध्या भेजने की तैयारी की जा रही है। श्री कृष्ण जन्मभूमि प्रांगण स्थित केशव देव मंदिर में श्री कृष्ण जन्म जन्मस्थान सेवा संस्थान के वरिष्ठ सदस्य और पदाधिकारियों ने विधि विधान से चाँदी की ईंट का पूजन किया।

नृत्य गोपाल दास महाराज भी कर चुके है पूजन 

भगवान श्री कृष्ण जन्मस्थान के पदाधिकारी गोपेश्वर चतुर्वेदी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि श्रीकृष्ण-जन्मभूमि पर रजत शिला का पूजन होने के बाद अयोध्या के लिए भेजा जायेगा। अयोध्या में राम लला मंदिर निर्माण रजत शिला लगने के बाद शुरू होगा। करोड़ों हिन्दुओं की आस्था का केंद्र रहे भगवान राम के मंदिर का सपना अब पूरा होने जा रहा है । उन्होंने कहा कि ब्रज के समस्त स्थानों से एकत्रित की गई ब्रजरज जब श्री राम मंदिर की नींव में पहुंचेगी तो ब्रज के सभी लोगों का लगाव राम मंदिर के निर्माण के साथ उत्पन्न होगा। रजत शिला का प्रथम पूजन पूर्व में ही महंत नृत्य गोपाल दास महाराज के कर कमलों द्वारा कराया जा चुका है। उन्होंने बताया के ब्रज के सभी प्रमुख स्थानों में पूजित होने के बाद रजत शिला अयोध्या पहुंचाई जाएगी। यह हम सभी ब्रजवासियों के लिए गौरवपूर्ण बात है कि ब्रज की माटी की सुगंध अयोध्या श्रीराम लला के मंदिर में पहुंचेगी,

500 साल के संघर्ष के बाद मिला ख़ुशी का मौका 

उन्होंने कहा कि 500 साल के संघर्ष के बाद अब यह मौका आया है कि अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण होगा इस मंदिर के निर्माण हेतु समस्त बाधाओं को पार करने में साढ़े तीन लाख से भी अधिक रामभक्तों का बलिदान हो चुका है । वरिष्ठ हिंदूवादी नेता विजय बहादुर सिंह ने कहा कि हमने अपने जीवन काल में राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले सभी आंदोलनों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया,उन्होंने कहा कि ब्रज के समस्त स्थानों से एकत्रित की गई ब्रजरज जब श्री राम जन्म भूमि की नींव में पहुंचेगी तो ब्रज के सभी लोगों का आत्मिक लगाव राम मंदिर के साथ उत्पन्न होगा।