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जैन धर्म ज्ञान शिविर आगरा के जैन इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित रहेगा: राजकुमार जैन

RELIGION/ CULTURE

साध्वी वैराग्य निधि महाराज की निश्रा में नौ दिन चले शिविर का समापन

इतने श्रावक श्रेष्ठ हो गए कि चयन करने के लिए लॉटरी निकालनी पड़ी

Agra, Uttar Pradesh, India.   महावीर इंस्टीट्यूट एनएफएस-1 (नाइन फाइन शाइन मल्टी डायमेंशनल शिविर) और जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक श्रीसंघ द्वारा आयोजित जैन धर्म ज्ञान शिविर का बुधवार को समापन हो गया। यह शिविर आगरा में चातुर्मास कर रही साध्वी वैराग्य निधि महाराज की निश्रा में लगा। शिविरार्थियों ने समय अनुपालन के साथ जैन धर्म के बारे में जानकारी सीखी। अंतिम दिन हुई प्रश्नोत्तरी में विजेता श्रावक-श्राविकाओं को पुरस्कृत किया गया। इतने श्रावक श्रेष्ठ थे कि प्रथम का चयन लॉटरी से करना पड़ा।

 

रूल कार्ड में श्रावक वर्ग में राजकुमार जैन (श्री संघ अध्यक्ष) प्रथम, श्राविका वर्ग में ममता जैन प्रथम, बेस्ट कॉपी में सपना बरड़िया व विपिन बरड़िया प्रथम, लकी एनएफएस में अंकित पाटनी व सपना बरड़िया प्रथम, बेस्ट श्रावक के रूप में हर्षित कोठारी, बेस्ट श्राविका रेणुका सिंघल, प्रश्नपत्र हल करने में साक्षी वैद व कमलचंद जैन प्रथम रहे। एनएफएस ट्रॉफी पर कब्जा किया दुष्यंत लोढ़ा ने। रनरअप सुनील ललवानी रहे। कमल चंद जैन, संगीता लोढ़ा एवं पूर्वा जैन ने पुरस्कार वितरण किया। आज के समस्त पुरस्कार के लाभार्थी विजय सेठिया और विनय चंद्र लोढ़ा थे। स्वल्पाहार के लाभार्थी कमल चंद व ध्रुव कुमार रहे।

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दुष्यंत जैन को मिली ट्रॉफी

श्री संघ अध्यक्ष राजकुमार जैन ने कहा कि एनएसएस वन जैन धर्म ज्ञान शिविर आगरे का जैन इतिहास का सफलतम शिविर है। यह चतुर्मास एवं शिविर आगरे के जैन इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित रहेगा। इसकी नायक साध्वी श्री वैराग्य निधि जी महाराज साहब को बारम्बार नमन करते हैं। शिविर के 95 साइन कप के विजेता दुष्यंत जैन को बधाई देते हुए कहा शिविर में इतना ज्ञानवर्धन हुआ कि श्रेष्ठ श्रावक और श्राविका का प्रथम छह-छह लोगों को मिला। श्रेष्ठ पुस्तिका लिखने की दौड़ में कई श्रावक रहे। प्रथम का चयन करने के लिए ल़ॉटरी डालनी पड़ी।

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साध्वी वैराग्य निधि के साथ श्राविकाएं

श्री संघ अध्यक्ष ने शिविर में विशेषकर युवाओं के भाग लेने पर हर्ष व्यक्त किया। विशेष सेवाएं देने के लिए अंकित पाटनी एवं निशांत वैद, रजत गादिया की विशेष रुप से अनुमोदना की। निशांत वैद ने शिविर की व्यवस्था संभाली। सचिन ललवानी की तपस्या की अनुमोदना की। रजत गादिया महत्वपूर्ण तपस्या की ओर आगे बढ़ रहे हैं।

 

चातुर्मास समिति के संयोजक सुनील कुमार जैन, महेंद्र जैन, विमल जैन, रॉबिन जैन, संजय चौरड़िया, नवनीत गोलेछा, प्रमोद, गौरव ललवानी की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

 

Dr. Bhanu Pratap Singh