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उल्टी, दस्त, घबराहट के मरीज लगातार बढ़ रहे, क्या ये Corona की चौथी लहर के लक्षण हैं?

HEALTH NATIONAL REGIONAL

Agra, Uttar Pradesh, India. कोरोना वायरस एक बार फिर फन फैला रहा है। सरकार भी कोरोना का फन कुचलने के लिए तैयार है। सरकारी अस्पतालों में पर्य़ाप्त इंतजाम हैं। निजी अस्पताल तो दूसरी लहर के समाप्त होने के बाद से ही तैयारी कर रहे हैं। तीसरी लहर में कुछ खास कमाने का मौका नहीं मिल पाया उन्हें। अब चौथी लहर आ रही है। इस समय लोग उल्टी, दस्त, पेट खराब, पेट में मरोड़, भूख गायब होना, घबराहट आदि लक्षणों से परेशान हैं। लोग चर्चा कर रहे हैं कि इस बार कोरोना पेट पर प्रहार कर रहा है।

बीमारी की जड़

अस्पतालों में पेट की खराबी को लेकर मरीज पहुंच रहे हैं। ज्यादातर को उल्टी और दस्त की शिकायत है। आमतौर पर माना जाता है कि गर्मी के मौसम में उल्टी-दस्त वाले मरीज बढ़ जाते हैं। यह अस्वच्छ खान-पान के कारण होता है। वैवाहिक समारोहों में भोजन के स्टॉल जितने साफ-सुथरे दिखते हैं, उतने ही संक्रामक होते हैं। कटे हुए फल, पानी-पूरी (गोलगप्पे) सब बीमारी की जड़ साबित हो रहे हैं। जो घरों से बाहर नहीं जा रहे हैं और इस तरह की चीजें नहीं खा रहे हैं, वे भी उल्टी-दस्त के शिकार हैं।

उल्टी-दस्त के मरीज बढ़े

इस बारे में हमने आगरा के प्रसिद्ध फिजीशियन और मधुमेह विशेषज्ञ डॉ. सुनील बंसल (जिला अस्पताल के सामने, आगरा) से बातचीत की। उन्होंने कहा कि इस बार कोरोना पेट में समस्या को लेकर आ रहा है। बुखार, गले में खराश के साथ पेट में तकलीफ भी है तो कोरोना हो सकता है। हां, सामान्य उल्टी-दस्त को कोरोना कहना नादानी है। उन्होंने कहा कि किसी को तनिक भी शक है तो जांच करानी चाहिए। गर्मी के मौसम में उल्टी-दस्त के मरीज बढ़ गए हैं और कोरोना की चौथी लहर का शोर है, सो लोग इसे कोरोना से जोड़कर देख रहे हैं। हकीकत यह है कि कोरोना के सामान्य लक्षण बुखार, गले में खराब, सांस लेने में समस्या है। इस बार इन लक्षणों के साथ पेट में समस्या भी आ रही है।

क्या करें

डॉ. सुनील बंसल का कहना है कि बिलकुल भी घबराने की जरूरत नहीं है। हम सब कोरोना को हराने का तरीका जान चुके हैं। मास्क लगाए रहना है। चिकित्सक की सलाह पर दवाइयां लेनी है। लक्षण दिखाई दे तो जांच कराने में हिचकें नहीं। सरकार की ओर से कोरोना को मात देने के लिए हर तरह का इंतजाम कर लिया गया है। चिकित्सक भी तैयार हैं।

शादी में जाएं पर खाएं नहीं

उन्होंने कहा कि वैवाहिक समारोहों में जाते हैं तो वहां खान-पान से परहेज रखें। गर्मी में संक्रमण तेजी से फैलता है। विवाह समारोहों में भोजन बनाते समय सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता है। अधिकांश लोगों को शादी में भोजन के बाद भोजन विषाक्तता हो रही है। ऐसा भी नहीं है कि इसका असर तत्काल दिखाई दे। एक-दो दिन बाद भी पेट खराब हो सकता है।

11 नए मामले मिले

जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह का कहना है कि आगरा में विगत दिवस 24 घन्टे में 2259 सैम्पल के सापेक्ष कोरोना के 11 नये  केस पाये गये। पिछले 24 घन्टे में 4 लोग स्वस्थ हुये। वर्तमान में 66 सक्रिय केस हैं। 27 अप्रैल को 18 और 26 अप्रैल को 9 नए केस मिले थे।

Dr. Bhanu Pratap Singh