इस्कॉन मंदिर वालों ने बताया सुख और शांति पाने का आसान उपाय

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Aligarh (Uttar Pradesh, India)।  मंगलायतन विश्वविद्यालय के सभागार में इस्कॉन मन्दिर, वृन्दावन की मंडली द्वारा एक कार्यक्रम का प्रस्तुत किया गया। इसका विषय ” हमारे जीवन में आध्यात्मिक मूल्यों की प्रासंगिकता” था। कार्यक्रम का आयोजन सेण्टर ऑफ़ फिलॉसफिकल साइंसेस और मंगलायतन यूनिवर्सिटी स्टूडेंट कौंसिल (एमयूएससी) के तत्वावधान में हुआ।

कार्यक्रम की शुरुआत बहुत ही मनमोहक संकीर्तन के साथ हुई। इस दौरान मानविकी संकाय के डीन प्रो जयंतीलाल जैन ने अध्यात्म और जीवन का सम्बन्ध व उससे मिलने वाले लाभ के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि ज्ञान के बिना जीवन अधूरा है। प्रो जैन ने कहा कि जीवन में आध्यात्मिक मूल्य होना बेहद आवश्यक है।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता बिमल कृष्णा प्रभु ने कहा कि आध्यात्मिक मूल्यों से हमारे मन को शांति मिलती है। उन्होंने कहा कि सब चाहते हैं कि हमें सुख और आनंद प्राप्त हो। इस प्राप्ति का मार्ग हमें भगवत गीता दिखाती है। बिमल कृष्णा प्रभु ने भौतिक ज्ञान के साथ-साथ सामाजिक ज्ञान के महत्व को समझाया और भागवत गीता में सम्मिलित जीवन के सार पर प्रकाश डाला। अंत में गीता के विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की। साथ ही इस्कॉन मंदिर की टीम द्वारा उपस्थित सभी को भगवत गीता पुस्तक वितरित की गईं। कुलपति प्रो. केवीएसएम कृष्णा ने इस प्रकार के आयोजनों पर बल दिया।

संचालन डॉ. सिद्धार्थ जैन ने किया। इस दौरान प्रो. उमेश कुमार सिंह, प्रो. असगर अली अंसारी, प्रो. शिवाजी सरकार, डॉ. दिनेश पांडेय, डॉ. राजीव शर्मा, डॉ. अनुराग शाक्य, डॉ. पूनम रानी, डॉ. दीपशिखा सक्सेना, डॉ. शगुफ्ता परवीन, मनीषा उपाध्याय, डॉ. स्वाति अग्रवाल, डॉ. शिव कुमार, डॉ. आरके घोष, लव मित्तल, अनुराधा यादव, पूनम गुप्ता, मयंक जैन, राखलराजा प्रभु, रूपश्रेष्ठ प्रभु, श्यामल प्रभु, मदनगोपाल प्रभु, श्रीधाम प्रभु, सप्रषन्ना प्रभु आदि मौजूद थे।