संत समाज सक्रिय हो गया है, आज रहेंगी अदालत पर सब की निगाहें

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Mathura (Uttar Pradesh, India) मथुरा। बुधवार को सबकी निगाहें मथुरा के जिला एवं सत्र न्यायालय पर लगी होंगी। तीस सितम्बर को श्रीकृष्ण जन्मस्थान को लेकर दायर याचिका को स्वीकार करने अथवा अस्वीकार करने पर निर्णय ले सकती है अदालत। दुसरी ओर संत समाज इस मुद्दे को लेकर सक्रिय हो गया है। वृंदावन में 15 अक्तूबर को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक प्रस्तावित है। वहीं काशी विद्वतपरिषद शाखा ब्रज मंडल की बैठक भी वृंदावन में इसी मुद्दे पर हुई। 15 सितम्बर को बैठक में श्रीकृष्ण जन्मभूमि का मुद्दा गूंजेगा। बैठक में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी और बड़ी संख्या में संत शामिल रहेंगे। बैठक को लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। इधर, श्रीकृष्ण जन्मभूमि के मालिकाना हक को लेकर दाखिल की गई याचिका स्वीकार या अस्वीकार करने पर अदालत 30 सितंबर को निर्णय लेगी, जिस पर सबकी निगाहें हैं।

श्रीकृष्ण जन्मभूमि और काशी विश्वनाथ की मुक्ति का मुद्दा उठाया जाएगा

अखाड़ा परिषद के ब्रज प्रदेश के अध्यक्ष हरिशंकर नाग ने बताया कि 15 अक्तूबर को वृंदावन में महत्वपूर्ण बैठक होनी है। इसमें श्रीकृष्ण जन्मभूमि और काशी विश्वनाथ की मुक्ति का मुद्दा उठाया जाएगा। साथ ही वृंदावन में 2021 में होने वाली कुंभ की बैठक और हरिद्वार में होने वाले कुंभ को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे। बैठक में श्रीकृष्ण जन्मभूमि की मुक्ति के लिए सभी कानूनी पहलुओं पर भी चर्चा की जाएगी। उधर धर्म रक्षा संघ के अध्यक्ष सौरभ गौड़ ने बताया कि संघ के कार्यकर्ता भी अखाड़ा परिषद की बैठक में शामिल होंगे। बैठक में श्रीकृष्ण जन्मभूमि को लेकर जो भी निर्णय होगा। उसके अनुसार आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।  

अयोध्या तो झांकी है, मथुरा, काशी बाकी है…

शीघ्र ही ब्रज मंडल में भारत वर्ष के संतों के साथ समागम किया जाएगा। जिसमें मथुरा और काशी के मंदिरों को मुक्त कराने का संकल्प लिया जाएगा। काशी विद्वत परिषद शाखा ब्रज मंडल के बैनर तेल हुई साधु संतों की बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक में मंदिरों पर कब्जे खत्म कराने और तीर्थ स्थलों को आक्रांताओं के चिन्हों से मुक्त कराने की रणनीति तैयार किये जाने को लेकर चर्चा हुई। महामंडलेश्व नवल गिरी महाराज ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ महापुरूष हैं। इनके सानिध्य में सनातन धर्म सुरक्षित है। हमें दोनों के हाथ मजबूत करने चाहिए। श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद पर चर्चा कर दूसरे पक्ष को मंदिर की जमीन से कब्जा छोडना चाहिए।

राम जन्मभूमि से शुरूआत हुई है आगे सभी मंदिरों का संरक्षण होगा

डा. मनोज शास्त्री ने कहा कि मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान और काशी विश्वनाथ को लेकर भी हम सबको विचार करना चाहिए। यहां भी भव्य मंदिरों का निर्माण होना चाहिए। आनंद बल्ल गोस्वामी ने कहाकि अभी प्रदेश और केन्द्र में भाजपा की सरकार है, मंदिर निर्माण के प्रयास किये जाने चाहिए। विमल चैतन्य ब्रह्मचारी ने कहाकि राम जन्मभूमि से शुरूआत हुई है आगे सभी मंदिरों का संरक्षण होगा। कार्ष्णि नागेन्द्र महाराज ने कहा कि कोर्ट में याचिका दायर की गई है। हम समस्त धर्म आचार्य, साधु संत और ब्रजवासियों का पूर्ण समर्थन है। एक मुहिम चलानी चाहिए जिसके जरिये काशी, विश्वनाथ और मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर भव्य मंदिर का निर्माण हो। इस दौरान नारा दिया गया कि अयोध्या तो झांकी है, मथुरा, काशी बाकी है।

Dr. Bhanu Pratap Singh