राम कथा

राम कथा में जगदगुरु रामभद्राचार्य ने कहा- एक महिला से 14 बच्चे पैदा करेंगे तो क्या होगा, इसलिए समान नागरिक संहिता लागू हो

RELIGION/ CULTURE

भारत में जिसे रहना है उसे जय श्रीराम और वंदे मातरम कहना होगा

राम ने सेवा राष्ट्र की है, इसलिए विपक्ष को राम पसंद नहीं आते

तुलसी पीठाधीश्वर ने कहा- शुद्ध रामकथा सुनाओ, नाच-गाना बंद करो

7 अप्रैल को बाल लीलाओं की कथा सुनने डॉ. दिनेश शर्मा आएंगे

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Agra, Uttar Pradesh, India.  चित्रकूट धाम बने कोठी मीना बाजार मैदान पर जय श्री राम सेवा समिति की ओर से चल रही श्रीराम कथा में चौथे दिन मारुति नंदन हनुमान जी का जन्म उत्सव मनाया गया। हनुमान जी की वीरता से भरपूर सुंदरकांड का पाठ किया गया। हनुमान जी के जन्म के प्रसंग और उनकी भक्ति का वर्णन भक्तों के समक्ष किया। तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज द्वारा प्रवाहित की जा रही ज्ञान की गंगा में श्रद्धालु जमकर डुबकी लगा रहे हैं। राम कथा के दौरान स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने कहा कि एक महिला से 14 बच्चे पैदा करेंगे तो क्या स्थिति होगी, इसलिए समान नागरिक संहिता बननी चाहिए। यह भी कहा कि भारत में जिसे रहना है उसे जय श्रीराम और वंदे मातरम कहना होगा। कथा के समापन की आरती पूर्व राज्यमंत्री स्वाति सिंह ने की।

 

राम को भारत राष्ट्र का देवता मानें

भगवान राम ने सेवा राष्ट्र की है, इसलिए विपक्ष को राम पसंद नहीं आते। विपक्ष राष्ट्र को बेचना चाहते हैं पर ऐसा हम होने नहीं देंगे। विश्व में भारत का आम और भारत के राम कहीं नहीं मिलते। राजे भी देखे महाराजे भी देखे, मेरे राम जैसा कोई राजा ना देखा।

 

अपनी मां और जन्मभूमि स्वर्ग से भी श्रेष्ठ

अपनी माता और अपनी जन्मभूमि स्वर्ग से भी श्रेष्ठ होती है। माता हमारी स्वर्ग से भी बड़ी है। इनका अपमान करके कोई भी सुखी नहीं रह सकता। शहर में जगह-जगह वृद्ध आश्रम बने हुए हैं पर मैं कहता हूं कि ऐसी स्थिति ना आए की वृद्ध आश्रम बनाने पड़ें। पत्नी कितना भी मां के बारे में कहे मां का अपमान नहीं करना चाहिए। उन्होंने महिलाओं से कहा कि एक बार सासू मां की सेवा करके लाखों पार्वती पूजा का फल मिल जाता है।

dhan kumar jain in ram katha
श्री रामायण का पूजन करते मुख्य यजमान धनकुमार जैन और शालिनी जैन।

भगवान राम में 5 देवता विद्यमान

अन्य कथावाचको से कहा कि मैं शुद्ध कथा सुनाता हूं। अन्य वक्ताओं से कहना चाहूंगा कि वो शुद्ध कथा सुनाइए। नाच गाना बंद कीजिए। भगवान राम में 5 देवता विद्यमान हैं। पहले गणपति, दूसरे शिवजी, तीसरे विष्णु, चौथे सूर्य देव और पांचवी दुर्गा।

 

संविधान पर भी सीता राम का चित्र

डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा रचित संविधान के प्रथम पृष्ठ पर भी सीताराम का ही चित्र था जिस पर 100 लोगों के हस्ताक्षर हुए। हम 2000 वर्ष सोते रहे। विदेशियों ने हमारा सर्वनाश कर दिया। इसी आगरा के मीना बाजार में अकबर ने सब्जियों की तरह महिलाओं की मंडी लगा दी। अब राम नाम से हमारी नींद खुल गई है।

 

हिन्दू धर्म में नारी को देवी कहा

कश्मीर हमारा है हमारा ही रहेगा । धारा 370 को 5 अगस्त 2019 में समाप्त कर दिया।  35 ए समाप्त कर दिया। हिन्दू धर्म में महिलाओं का जितना सम्मान होता है। उतना कहीं नहीं। ट्रिपल तलाक की समस्या भी समाप्त की। एक महिला से 14 बच्चे पैदा करेंगे तो क्या स्थिति बनेगी । हिन्दू धर्म में नारी को देवी कहते हैं।

swati singh
पूर्व राज्यमंत्री स्वाति सिंह भी रामकथा सुनने आईं।

विदेशियों को भारत माता के आगे घुटने टेकने ही होंगे

हम चाहते हैं समान नागरिक संहिता इस देश में लागू हो। अब भारत में जिसे रहना है जय श्री राम कहना होगा। भारत में रहने वाले को वंदे मातरम बोलना ही पड़ेगा। राम जी के नाम से जागृति हो गई है। विदेशियों को भारत माता के आगे घुटने टेकने ही होंगे।

 

अब मैं हनुमान बनूंगा

शिवजी ने पार्वती जी से कहा कि मुझे हनुमान बनना है, राम जी की सेवा करनी है, ब्रह्मचारी बनूंगा, खाने में लड्डू मिलेंगे। हनुमान जी के जन्म के बारे में उन्होंने बताया कि चील की पवन से उड़ती हुई खीर खाने से अंजना गर्भवती हो गई। पवन देवता लेकर आए तो पवन पुत्र कहलाए। हनुमान जी राम जी से 6 दिन छोटे हैं क्योंकि उनका जन्म चैत्र पूर्णिमा के दिन मंगलवार को मेष राशि में हुआ था।

 

7 अप्रैल का क्या होगा

कथा स्थल पर शुक्रवार को भगवान श्रीराम की बाल लीलाओं का वर्णन किया जायेगा। वही, कथा स्थल पर पूर्व उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा, स्वामी रामभद्राचार्य महाराज का आशीर्वाद लेने पहुंचेंगे।

मुख्य यजमान, प्रमुख सराफा कारोबारी और समाजसेवी धनकुमार जैन ने बताया कि राम कथा क्यों सुननी चाहिए

ये रहे चौथे दिन के यजमान

मुख्य यजमान धनकुमार जैन, शालिनी जैन रहे। दैनिक यजमान में गौरव बंसल, केशव अग्रवाल, राजेश मनचंदा, किशोर गुप्ता, राकेश मोहन, विकास जैन, राजेश चतुर्वेदी, अजय अग्रवाल और मोहनलाल रहे।

 

ये रहे मौजूद

इस अवसर पर मुख्य आयोजक सांसद प्रो. रामशंकर कठेरिया, डा. मृदुला कठेरिया, पूर्व राज्यमंत्री स्वाति सिंह, विधायक चौधरी बाबूलाल, डा. जीएस धर्मेश, भाजपा ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष दुर्गविजय सिंह शाक्य, महानगर अध्यक्ष भानु महाजन, पूर्व विधायक कालीचरण सुमन, चौधरी उदयभान सिंह, समाजसेवी पूरन डावर, स्वदेश वर्मा, हरिनारायण चतुर्वेदी, सुशीला चौहान, अजय अवागढ़, आलोक जैन, पीयूष सिंघल, शंभू कठेरिया, राकेश अग्रवाल, केशव अग्रवाल,  विमल कुमार, अनमोल अग्रवाल,  दिनेश अग्रवाल, ममता शर्मा, निधि बंसल, रजनी अग्रवाल, रिचा जैन, संगीता मित्तल आदि मौजूद रहे।

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