मन की बात में मोदी ने कहा: देश के सामर्थ्य से नया विश्वास जागा है, महिला सशक्तिकरण की नई गाथा लिख रही है तंजवूर डॉल

मन की बात में मोदी ने कहा: देश के सामर्थ्य से नया विश्वास जागा है, महिला सशक्तिकरण की नई गाथा लिख रही है तंजवूर डॉल

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पीएम मोदी ने मन की बात में अपने संबोधन में देश में यूनिकॉर्न की सफलता से शुरू की। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस महीने 5 तारीख को देश में Unicorn की संख्या 100 के आंकड़े तक पहुंच गई है। मोदी ने कहा कि आपको तो पता ही है, एक यूनिकॉर्न यानी कम-से-कम साढ़े सात हज़ार करोड़ रुपए का स्टार्टअप। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के सामर्थ्य से नया विश्वास जागा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन यूनिकॉर्न्स का कुल वैल्यूएशन 330 बिलियन डॉलर, यानी, 25 लाख करोड़ रुपयों से भी ज्यादा है।
तंजवूर स्पेशल डॉल का किया जिक्र
पीएम मोदी ने कहा कि मेरा ‘मन की बात’ के श्रोताओं से भी एक आग्रह है कि आप अपने क्षेत्र में ये पता लगाएं कि कौन से महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप काम कर रहे हैं। उनके प्रोडक्ट्स के बारे में भी आप जानकारी जुटाएं और ज्यादा-से-ज्यादा इन उत्पादों को उपयोग में लाएं। पीएम मोदी ने तंजवूर डॉल का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह एक विशेष तंजवूर डॉल है, जिसे GI Tag भी मिला हुआ है। पीएम ने कहा कि मैं तंजवूर सेल्फ हेल्प ग्रुप को विशेष धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने मुझे स्थानीय संस्कृति में रचे-बसे इस उपहार को भेजा। पीएम ने कहा कि आपको ये भी जानकार अच्छा लगेगा कि महिला स्वयं सहायता समूह के ये स्टोर तंजवूर में बहुत ही प्राइम लोकेशन पर खुले हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि इनकी देखरेख की पूरी जिम्मेदारी भी महिलाएं ही उठा रही हैं।
महिला सशक्तिकरण की नई गाथा
प्रधानमंत्री ने कहा कि तंजवूर डॉल जितनी खूबसूरत होती है, उतनी ही खूबसूरती से ये महिला सशक्तिकरण की नई गाथा भी लिख रही है | तंजवूर में महिलाओं के स्वयं सहायता समूह के स्टोर और कियोस्क भी खुल रहे हैं। इसकी वजह से कितने ही गरीब परिवारों की जिंदगी बदल गई है। ऐसे कियोस्क और स्टोर्स की सहायता से महिलाएं अब अपने प्रोडक्ट्स, ग्राहकों को सीधे बेच पा रही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पहल को ‘थारगईगल कइविनई पोरुत्तकल विरप्पनई अंगाड़ी’ नाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि इसमें खास बात ये है कि इस पहल से 22 सेल्फ हेल्प ग्रुप जुड़े हुए हैं।
धार्मिक यात्राओं के दौरान गंदगी फैलाना ठीक नहीं
पीएम मोदी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में से कितने ही लोग हैं जो स्वच्छता और सेवा की साधना में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमारे यहां जैसे तीर्थ-यात्रा का महत्व होता है, वैसे ही तीर्थ-सेवा का भी महत्व बताया गया है। मैं तो ये भी कहूंगा कि तीर्थ-सेवा के बिना तीर्थ-यात्रा भी अधूरी है। पीएम ने कहा कि ऐसे ही लोगों के प्रयासों से देव भूमि और तीर्थों की वो दैवीय अनुभूति बनी हुई हैं, जिसे अनुभव करने के लिए हम वहां जाते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस देवत्व और आध्यात्मिकता को बनाए रखने की जिम्मेदारी हमारी भी तो है। प्रधानमंत्री ने कहा कि धार्मिक यात्राओं के दौरान गंदगी फैलाना ठीक नहीं है।
आजादी के अमृत महोत्सव का संकल्प- कर्तव्य, कर्तव्य और कर्तव्य
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के इस ‘अमृत महोत्सव’ में यही हमारा संकल्प होना चाहिए और यही हमारी साधना भी होनी चाहिए और जिसका एक ही मार्ग है – कर्तव्य, कर्तव्य और कर्तव्य। पीएम ने कहा कि हम कर्त्तव्य पथ पर चलते हुए ही समाज को सशक्त कर सकते हैं, देश को सशक्त कर सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समय आज़ादी के अमृत महोत्सव से जुड़े जो कार्यक्रम चल रहे हैं, जिन आयोजन में आप शामिल हो रहे हैं, उनके बारे में भी मुझे जरूर बताइए।
गर्मी में पशु-पक्षियों के लिए खाना-पानी रखें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के अंतिम हिस्से में कहा कि गर्मियों के इस मौसम में आप पशु-पक्षियों के लिए खाना-पानी देने का अपना मानवीय दायित्व भी निभाते रहें, ये जरूर याद रखिएगा। पीएम मोदी ने कहा कि आप अपना ख्याल रखिए और अपने आसपास सभी जीव-जंतुओं का भी ख्याल रखिए।
‘मन की बात’ एक रेडियो कार्यक्रम है। यह हर महीने के आखिरी रविवार को ऑल इंडिया रेडियो पर प्रसारित होता है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों के साथ बातचीत करते हैं। मन की बात का पहला एपिसोड 3 अक्टूबर 2014 को प्रसारित किया गया था।
-एजेंसियां

Dr. Bhanu Pratap Singh