गोकुला जाट डॉ. भानु प्रताप सिंह

352 साल बाद आगरा किला की छाती पर सवार हुए हिन्दू धर्म रक्षक वीर गोकुला जाट, भव्य प्रतिमा का शानदार अनावरण

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31 दिसम्बर, 1669 को औरंगबेज ने आगरा फोर्ट में ही गोकुला जाट की हत्या का हुक्म दिया था

1 अक्टूबर, 2022 को शाहजहां गार्डन के मुख्य द्वार पर स्थापित प्रतिमा का किया अनावरण

कार्यक्रम में जाट समाज के चुनिंदा लोग ही पहुंचे, हरद्वार दुबे ने इस पर चिन्ता जताई

एसपी सिंह बघेल ने कहा- जिन्दा कौम है जाट, मैंने तिल्हू चहत्तर के लिए सड़क बनवाई थी

17 फुट ऊँची प्रतिमा पर 35 लाख रुपये की लागत आईः महापौर नवीन जैन

डॉ. भानु प्रताप सिंह

Agra, Uttar Pradesh, India. औरंगबेज ने आगरा किला में 31 दिसम्बर, 1669 को हिन्दू धर्म रक्षक वीर गोकुला जाट की अंग-अंग काटकर हत्या करने का हुक्म दिया। वह भी इसलिए कि उन्होंने हिन्दू से मुस्लिम बनना स्वीकार नहीं किया। ठीक 352 साल वीर गोकुला जाट उसी आगरा किले की छाती पर सवार हो गए हैं। भले ही प्रतिमा के रूप में। वीर गोकुला जाट की विशालकाय और भव्य प्रतिमा का अनावरण किया गया। जाट समाज की मांग पर आगरा के महापौर और अखिल भारतीय महापौर परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन जैन ने प्रतिमा की स्थापना कराई है। प्रतिमा अनावरण के दौरान वीर गोकुला जाट की जय, वीर गोकुला अमर रहे जैसे नारे लगते रहे।

 

वीर गोकुला जाट की प्रतिमा शाहजहां गार्डन के मुख्य द्वार पर स्थापित है। युद्ध के लिए तैयार घुड़सवार प्रतिमा का मुंह आगरा किला की ओर है। वीर गोकुला के हाथ में तलवार है। जाटों ने ताजमहल को लूटकर और सिकंदरा में अकबर की कब्र खोदकर तथा हड्डियां जलाकर वीर गोकुला के बलिदान का बदला लिया था। महापौर नवीन जैन ने प्रतिमा की स्थापना कराकर इस कड़ी को आगे बढ़ाया है। आगरा किला की छाती पर वीर गोकुला जाट की प्रतिमा स्थापित कराकर महापौर नवीन जैन ने नया इतिहास ही लिख दिया है। खेद का विषय है कि वीर गोकुला जाट प्रतिमा अनावरण समारोह से जाटों ने दूरी बनाई। इस बात का उल्लेख सांसद हरद्वार दुबे ने अपने भाषण में भी किया। अतिथियों ने दुग्धाभिषेक और गंगाजल से स्वच्छ कर प्रतिमा को अनावरण किया। अनावरण से पूर्व कार्यक्रम स्थल पर मंत्रोच्चारण एवं विधि विधान से हवन यज्ञ संपन्न हुआ। जिसमें सभी अतिथियों और समाज के लोगों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया और यज्ञ हवन में आहुति डाली।

गोकुला जाट प्रतिमा
वीर गोकुला जाट प्रतिमा का अनावर करते अतिथि।

महापौर नवीन जैन ने बताया कि वीर गोकुल सिंह जाट की यह प्रतिमा लगभग 17 फीट उंची है (आधार की उंचाई लगभग 5 फीट मिलाकर)। इसे तैयार करने में लगभग 35 लाख की लागत आई है। इस प्रतिमा को ग्वालियर के शिल्पकार प्रभात राय ने तैयार किया है।

 

मुख्य अतिथि, केन्द्रीय विधि एवं न्याय राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कहा- वीर गोकुला जाट अघा गोत्र के थे, जो सिद्ध करता है कि वे तिल्हू चहत्तर के थे। चूंकि सांसद निधि से मूर्ति नहीं बनाई जा सकती, इसलिए मैंने पुलिस चौकी के बराबर से तिल्हू-चहत्तर तक सड़क का निर्माण करवाया था। मैं जब गांव में गया तो महिलाएं गीतों में गोकुला जाट का नाम ले रही थीं। मैंने पूछा तो उनकी वीरता के बारे में पता चला। उन्होंने महापौर नवीन जैन को सराहा कि साढ़े तीन सौ साल बाद ही सही, वीर गोकुला जाट की प्रतिमा स्थापित कराई है। गोकुला जाट को औरंगजेब के खिलाफ युद्ध में वैश्य समाज ने मदद की थी और आज वैश्य समाज के नवीन जैन ने गोकुला जाट की प्रतिमा लगवाई है। प्रो. बघेल ने भाषण में अपने इतिहास संबंधी ज्ञान का प्रकटीकरण किया।

मेयर का सम्मान
महापौर नवीन जैन का अभिनंदन करते जाट समाज के प्रतिनिध।

महापौर नवीन जैन ने अपना उद्बोधन महापौर नवीन जैन ने वीर गोकुला जाट की जय का नारा लगवाकर की। उन्होंने कहा कि हमने आगरा कैंट पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय, कोठी मीना बाजार के सामने सरदार वल्लभ भाई पटेल, बल्केश्वर में महाराजा अग्रसेन, शाहजहां गार्डन में वीर गोकुला जाट, यमुना किनारे यमुना आरती स्थल पर महाराणा प्रताप की प्रतिमा स्थापित की है। वीर गोकुला जाट ने औरंगजेब के दांत खट्टे कर दिए थे। हिन्दू से मुसलमान न बनने कारण अंग-अंग कटवाकर वीर गोकुला जाट की हत्या करवा दी। वह स्थान फुव्वारा चौक है।

एसपी सिंह बघेल
मंचासीनअतिथि।

राज्यसभा सांसद हरद्वार दुबे ने कहा – वीर गोकुला जाट ने औरंगजेब से कह दिया था कि तुम चाहे अपनी लड़की का विवाह मुझसे कर दो, फिर भी हिन्दू धर्म नहीं छोड़ूंगा। उन्होंने औरंगजेब को आतताई बताया। विधायक एवं पूर्व मंत्री डॉ. जीएस धर्मेश ने देश के लिए शहीद होने वालों को हम नमन करते हैं। विधान परिषद सदस्य विजय शिवहरे, विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह ने भी गोकुला जाट के बलिदान को याद किया।

कार्यक्रम में उपस्थित लोग।

विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने कहा कि हमारा देश 800 साल गुलाम रहा। हम तो गोकुला जाट को प्रातः स्मरण करते हैं। औरंगजेब ने वीभत्स अत्याचार किए। जो लोग राजनीति की बात करते हैं, उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि भारत माता की रक्षा के लिए जिन लोगों ने संघर्ष किया है, वे हमारे लिए परम आदरणीय हैं। नगर निगम गार ने ऐसे ही महायोद्धाओं को याद किया है। विधानसभा में हम बोल चुके हैं कि अकबर महान नहीं हो सकता है। अकबर और औरंगजेब कायर थे। जो लोग औरंगजेब और अकबर के इतिहास को छिपाना चाहते हैं वे गोकुला जाट, महाराणा प्रताप के विरोधी हैं और भारत माता के भी विरोधी हैं। जेएस फौजदार ने समाज के लिए कार्य करने की नसीहत दी। हिन्दू धर्म रक्षक वीर गोकुला जाट पुस्तक के लेखक डॉ. भानु प्रताप सिंह भी मंच पर विराजमान थे।

कार्यक्रम में उपस्थित लोग।

कार्यक्रम का संचालन जाट नेता अनिल चौधरी ने किया। मथुरा से आए डॉ. जेएस जाट के नेतृत्व में जाटों ने महापौर नवीन जैन को साफा बांधकर और मालाओं से लादकर अभिनंदन किया। कार्यक्रम में  संजय चौहान, भाजपा पार्षद दल के नेता मोहन सिंह लोधी, डॉ. मुनीश्वर गुप्ता, पार्षद रवि माथुर, पार्षद राकेश जैन, डॉ. भोज कुमार शर्मा, डॉ. हरि नारायण चतुर्वेदी, गौरव शर्मा, नवीन गौतम, युवा पत्रकार देवेश शर्मा, रामकुमार गुप्ता, हरवीर सिंह, राजेश्वरी देवी, कर्मवीर सिंह, बृज किशोर अग्रवाल, प्रदीप अग्रवाल, हेमेन्द्र पाल सिंह, भवतोष चौधरी, सपना जैन, हरी कुमारी, रवि शर्मा, जितेन्द्र सिंह, जगदीश पचौरी, नेहा गुप्ता, मुकेश सोलंकी, ठाकुर पवन भदौरिया, प्रवीन जैन आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

Dr. Bhanu Pratap Singh