संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद ने किया ज्ञानवापी की मुक्ति तक अन्न-जल का त्याग

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ज्ञानवापी मामले में एएसआई की रिपोर्ट आने के बाद हिन्दू पक्ष मजबूती से अपना दावा पेश कर रहा है. तो वहीं अब इस मामले में अखिल भारतीय संत समिति ने भी एंट्री कर ली है. पक्षकारों ने 839 पन्नों की रिपोर्ट दी है. इस रिपोर्ट के सार्वजनिक होने पर अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद ने ज्ञानवापी मुक्ति तक अन्न-जल का त्याग कर दिया है.

ज्ञानवापी की मुक्ति के लिए रिपोर्ट के आधार पर रणनीति बनाने के लिए बड़ी बैठक का एलान कर दिया गया है, जो कि मुम्बई में आयोजित की जा रही है. अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद में ज्ञानवापी मुक्ति तक अन्न का त्याग कर दिया है.

रिपोर्ट से मिले ऐसे संकेत

बीते बृहस्पतिवार एएसआई रिपोर्ट में संकेत मिले कि ज्ञानवापी हिन्दू संस्कृति से बना हुआ है. ऐसे में अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद ने बताया कि समिति की वार्षिक बैठक इस बार ज्ञानवापी मुद्दे पर होगी. इसमें ज्ञानवापी मुक्ति के लिए आंदोलन को कैसे आगे बढ़ाया जाएगा. उस पर रणनीति तय होगी. इस बैठक में 100 से अधिक संत पूरे देश से शामिल होंगे जो भारत के बड़े संतो में गिने जाते हैं.

मार्च में होगी बैठक

यह बैठक को मुम्बई में मार्च महीने आयोजित की जाएगी. इसके साथ ही स्वामी जितेन्द्रानंद ने बताया कि अब जब तक ज्ञानवापी मुक्त नहीं हो जाती तब तक वो अन्न ग्रहण नहीं करेंगे. वहीं, सूत्रों की बात करें तो अखिल भारतीय संत समिति के साथ आरएसएस ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के साथ बैठक की है. जिनमें वो जल्द पूजा का अधिकार मांगने को लेकर अपील कर सकते हैं.

-एजेंसी

Dr. Bhanu Pratap Singh