डीएम ने की प्राइवेट हॉस्पिटल संचालकों के साथ बैठक, गुणवत्ता पूर्ण कांटेक्ट ट्रेसिंग कराने, RTPCR और बेड की संख्या बढ़ाने के दिये निर्देश

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Hathras, Uttar Pradesh, Indian. जिलाधिकारी ने आज निजी अस्पताल संचालकों के साथ एक बैठक की। जिसमें उन्होंने कहा कि कोविड-19 के नियंत्रण में टेस्टिंग की भूमिका अहम है। कोविड-19 पर प्रभावी नियंत्रण करने में मेडिकल टेस्टिंग की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण तथा जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के नियंत्रण के लिए टेस्टिंग कार्य पूरी तेजी से संचालित किया जाए एवं कांटेक्ट ट्रेसिंग की कार्रवाई पर चिकित्सक विशेष रूप से ध्यान दें। आम जनता को नियमित रूप से मॉस्क, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेसिंग का उपयोग करने के लिए जागरूक किया जाए। कॉटेक्ट ट्रेसिंग को प्रभावी ढंग से संचालित करने के लिए सर्विलांस टीमों को और अधिक सक्रिय किया जाए और उनकी संख्या बढ़ाई जाए। जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना के केसों को देखते हुए सर्विलांस टीम की सक्रियता बढ़ाते हुए अधिक से अधिक व्यक्तियों की सैंपलिग कराई जाए। साथ ही बाहर से आने वाले व्यक्तियों पर भी कड़ी निगरानी रखी जाए, जिससे कि लक्षण युक्त व्यक्तियों की पहचान की जा सके।

जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये कि एम0डी0टी0बी0 चिकित्सालय, हाथरस में 30 बैड उपलब्ध हैं। इनको बढ़ाकर 40 बैड की व्यवस्था कर एल0-2 कोविड फैसिलिटी में परिवर्तित किया जाये।  सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मुरसान को 30 बैड से बढ़ाकर 50 बैड की व्यवस्था कर एल0-2 कोविड फैसिलिटी में परिवर्तित किया जाय।             

इसी प्रकार जनपद में संचालित प्राइवेट हाॅस्पीटलों में ए0बी0जी0 हाॅस्पीटल को 100 बैड की क्षमता के साथ एल0-2 कोविड फैसिलिटी में परिवर्तित कर संचालित किया जाय। शहर में स्थित प्रेमरघु पैरामैडीकल काॅलेज को 60 बैड के साथ तथा सरस्वती हाॅस्पीटल को 30 बैड के साथ एल0-2 कोविड फैसिलिटी में संचालित कराये जाने के लिए अपर जिलाधिकारी तथा अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 विजेन्द्र सिंह को निरीक्षण कर आख्या उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये।

जिलाधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कोविड टैस्ट सेंटरों पर पारदर्शिता एवं गुणवत्ता पूर्ण आर0टी0-पी0सी0आर0 टेस्ट की संख्या में वृद्धि किये जाने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये गए कि जाँच के दौरान पाॅजिटिव पाये जाने पर तत्काल ऐम्बूलेंस की व्यवस्था करते हुए मरीज को भर्ती किया जाय।

जिलाधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कोविड टेस्ट सेंटरों पर मास्क की अनिवार्यता तथा सामाजिक दूरी बनाये रखने हेतु निर्धारित स्थान पर गोले बनाये जाने के निर्देश दिये।

उक्त बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आर0बी0 भास्कर, अपर जिलाधिकारी जे0पी0सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 बृजेश राठौर, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी/नोडल डाॅ0 डी0के0 अग्रवाल, डाॅ0 विजेन्द्र सिंह, डाॅ0 पवन तथा आई0एम0ए0 से डाॅ0 अनुपम सिंह, झाँ नर्सिंग होम, डाॅ0 पी0पी0 सिंह, प्रेमरघु पैरामैडिकल काॅलेज तथा अन्य सम्बन्धित लोग उपस्थित रहे।