आर्थिक विकास के लिए नवाचार व उद्यमिता आवश्यक : डॉ0 राजीव शर्मा

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Aligarh, Uttar Pradesh, India. मंगलायतन विश्वविद्यालय में “उद्यमिता” पर कार्यशाला का आयोजन हुआ। जिसमें वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए। सेमिनार में इंस्टिट्यूट ऑफ बिज़नेस मैनेजमेंट (आईबीएम) के अध्यक्ष डॉ राजीव शर्मा ने कहा कि उद्देश्यपूर्ण एवं व्यवस्थित नवप्रवर्तन उद्यमिता की मुख्य विशेषता है। उद्यमिता बिना ज्ञान के अर्जित नहीं होती एवं बिना अनुभव के उद्यमिता का कोई व्यवहार नहीं होता।

उन्होंने आत्मनिर्भर भारत पर चर्चा की और बताया इसके पांच स्तम्भ होते हैं। जिनमें इकॉनमी, इंफ्रास्ट्रक्चर, सिस्टम, वाइब्रेंट डेमोग्राफी, डिमांड शामिल है। डॉ राजीव ने कहा कि आर्थिक विकास के लिए नवाचार व उद्यमिता आवश्यक है। डॉ अनुराग शाक्य व डॉ सौरभ सिंह ने विचार व्यक्त किए।

इस दौरान प्रो जयंतीलाल जैन, प्रो गुरूदास उल्लास, डॉ अंकुर अग्रवाल, डॉ सिद्धार्थ जैन, डॉ निशा खान, डॉ सारा, डॉ पूनम रानी, डॉ स्वाति अग्रवाल, डॉ सोनी सिंह, डॉ सुलभ चतुर्वेदी, सादिया मसरूर आदि मौजूद थे।