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आगरा मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के बारे में यहां पढ़ सकते हैं सबकुछ, पीएम मोदी आज करेंगे निर्माण कार्य का शुभारंभ

NATIONAL POLITICS PRESS RELEASE REGIONAL

Agra, Uttar Pradesh, India बड़ी खुशीकी बात है कि 13 साल बाद ही सही आगरा मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के निर्माण कार्यों का शुभारंभ आज सात दिसम्बर, 2020 को होने जा रहा है। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नई दिल्ली से वर्चुअली दोपहर 12.30 बजे करेंगे। 15वीं पीएसी मैदान, आगरा में कार्यक्रम होगा। केन्द्रीय आवासन मंत्री हरजदीप सिंह पुरी, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,  सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल, हरद्वार दुबे, राज्यमंत्री डॉ. जीएस धर्मेश, योगेन्द्र उपाध्याय, रामप्रताप सिंह चौहान, पुरुषोत्तम खंडेलवाल उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम का समय पूर्वाह्न 11 बजे है। मेट्रो कारपोरेशन को 2022 तक आगरा में ट्रेन दौड़ाने का लक्ष्य दिया गया है। आपको बता दें कि आगरा मेट्रो का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 8 मार्च, 2019 को कानपुर में कर चुके हैं।

आगरा मेट्रो रेल परियोजना का काम यूपी मेट्रो रेल कार्पोरेशन की देखरेख में होगा। आगरा मेट्रो रेल 29.4 किमी लंबा होगा और इसमें दो कॉरिडोर होंगे। ताजमहल पूर्वी द्वार से सिकंदरा लगभग 14 किमी होगा और 13 मेट्रो स्टेशन होंगे। दूसरा कॉरिडोर आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक होगा और इसकी लंबाई 15.4 किमी होगी। कुल 14 मेट्रो स्टेशन होंगे।मेट्रो रेल परियोजना से आगरा की 26 लाख की आबादी को फायदा मिलेगा। साथ ही हर साल आगरा आने वाले लगभग 60 लाख पर्यटक भी इसकी सुविधा पाएंगे। आगरा मेट्रो रेल के कॉरीडोर शहर के चार प्रमुख रेलवे स्टेशनों, बस डिपो, कॉलेजों, प्रमुख बाजारों और पर्यटन स्थलों को आपस में जोड़ेंगे।

यूपी मेट्रो रेल कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार के‌शव ने बताया कि आगरा मेट्रो में एडवांस फीचर लगाए जा रहे हैं, जो इसे अन्य शहरों की मेट्रो से बेहतर बनाएंगे। ताजमहल की वजह से शहर में बड़ी संख्या में देशी और विदेशी पर्यटक आते हैं। पर्यटक जब मेट्रो में सफर करें, तो उन्हें यहां के इतिहास, संस्कृति और विरासत के साथ ही आधुनिकता का भी एहसास हो, इसलिए आगरा मेट्रो को मॉडर्न तकनीकी से लैस किया जा रहा है।

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बता दें कि यूपी में नोएडा और लखनऊ में मेट्रो ट्रेन का संचालन हो रहा है। ऐसे में आगरा की मेट्रो को लखनऊ मेट्रो से एडवांस बनाया जा रहा है। कुमार केशव ने बताया कि आगरा में लाइट मेट्रो चलेगी, लेकिन इसके कोच सभी सुविधाओं से युक्त होंगे। हर कोच में लगी एलईडी स्क्रीन पर स्टेशनों के साथ-साथ ट्रेन की स्पीड और अन्य सूचनाएं प्रसारित होंगी। मानीटिरंग और सुरक्षा के लिहाज से भी विशेष व्यवस्था की गई है।

कुमार केशव ने बताया कि 2022 में पहले कारीडोर (सिकंदरा से ताजमहल पूर्वी गेट) पर छह स्टेशनों में मेट्रों का संचालन होगा। इसके तहत ट्रेन ताजमहल के पूर्वी गेट से जामा मस्जिद के बीच दौड़ेगी। इनमें तीन स्टेशन एलिवेटेड होंगे और तीन अंडरग्राउंड होंगे। धीरे-धीरे ट्रैक को आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि जल्द ही तीन स्टेशनों का टेंडर होने जा रहा है, इसका प्रस्ताव बनाकर यूरोपियन बैंक को भेज दिया गया है।

मेट्रो ट्रेन की राह में आ रहे पेड़ों की गिनती होने के बाद करीब 1823 पेड़ ऐसे हैं, जिन्हें काटने की जरूरत होगी। मेट्रो कारपोरेशन ने कोशिश की है कि कम से कम पेड़ काटे जाएं। इसलिए करीब 303 पेड़ ऐसे हैं, जिन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया जाएगा। मेट्रो कारपोरेशन कटने वाले पेड़ों के एवज में 10 गुना पेड़ लगाएगा। इसके लिए फतेहाबाद तहसील में करीब 21 हेक्टेयर जमीन संरक्षित वन क्षेत्र घोषित की जा चुकी है।

मेट्रो ट्रेन शुरू होने से अकबर टांब (सिकंदरा) अब सीधे ताजमहल से जुड़ सकेगा। एमजी रोड, मदिया कटरा, दिल्ली गेट, भगवान टाकीज, खंदारी पर जाम की वजह से जो पर्यटक सिकंदरा जाने से कतराते थे, वे अब बिना किसी रुकावट के सीधे स्मारक के पास पहुंच सकेंगे। इसके आसपास के दूसरे स्मारक (जैसे मरियम टांब, कांच महल) भी उनकी पहुंच में होंगे। दूसरा कारिडोर शुरू होने के बाद उपेक्षा का दंश झेल रहे रामबाग पर भी चहल-पहल बढ़ेगी। एत्माद्दौला नजदीक होने के कारण यहा भी पर्यटकों का ग्राफ बढ़ेगा। हाथीघाट, यमुनापार में जाम होने के कारण अधिकाश गाइड पर्यटकों को इन स्मारकों तक नहीं ले जाते। पहला कारिडोर: सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट कारिडोर से एएसआइ संरक्षित नौ स्मारकों तक पहुंचना आसान हो जाएगा। इनमें ताजमहल, आगरा किला, अकबर टांब, पत्थर का घोड़ा, गुरु का ताल, सलावत खा का मकबरा, सादिक खा का मकबरा, दिल्ली गेट, जामा मस्जिद हैं। इनमें से छह स्मारकों के पास मेट्रो स्टेशन होंगे सिकंदरा, गुरु का ताल, ताज पूर्वी गेट मेट्रो स्टेशन एलिवेटिड होंगे। ताजमहल, आगरा किला और जामा मस्जिद स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे। दूसरा कारिडोर: आगरा कैंट से कालिंदी विहार कारिडोर पर एएसआइ संरक्षित चार स्मारक पड़ेंगे। इनमें रामबाग, दिल्ली गेट, रोमन कैथोलिक सेमेट्री और लाल मस्जिद हैं। इनमें से एक स्मारक के रामबाग के पास एलिवेटिड मेट्रो स्टेशन होगा। यह सार्थक पहल है। इससे शहर में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। अकबर टांब जैसा बेहद खूबसूरत स्मारक सीधे ताजमहल से जुड़ जाएगा। इससे यहा भी पर्यटक बढ़ेंगे। अभी जाम की वजह से बहुत से पर्यटक यहा आना पसंद नहीं करते। मेट्रो ट्रेन योजना को विस्तार रूप देकर फतेहपुर सीकरी को भी इससे जोड़ना चाहिए।