KD medical college mathura

कोरोना कालः केडी मेडिकल कॉलेज में फ्री इलाज, साथ में भोजन का थाल

HEALTH NATIONAL REGIONAL

KD medical college Mathura के वाइस चेयरमैन पंकज अग्रवाल को कोरोना हुआ तो जीवन के अनुभव हुए, पीड़ित मानवता की सेवा करने का संकल्प लिया

Mathura
(Uttar Pradesh, India)। । कोरोना के मरीज जिस तेजी से सामने आ रहे हैं उस तेजी से कोरोना पॉजिटिव सक्रिय केस बढ़ रहे हैं। जनपद में कोरोना के सक्रिय केस 128 हो गये हैं, जबकि कोरोना मरीजों की संख्या का आंकडा 230 पर पहुंच गया है। इससे कोरोना मरीजों के इलाज में जुटे अस्पतालों पर भी दबाव बढने लगा है। अब तक कोरोना के 121 मरीज ठीक हो चुके हैं।

अस्पताल भी चपेट में

जनपद के हॉस्पिटल भी एक के बाद एक कोरोना की चपेट में आते जा रहे हैं। नयति मेडिसिटी, विपिन नर्सिंग होम, दीप हॉस्पीटल, गोपीकृष्ण नर्सिंग होम, जिला चिकित्सालय में स्टाफ कोरोना पॉजिटिव मिल चुका है। हालांकि जनपदवासियों के लिए रहात की बात यह है कि दूसरे जनपदों की तुलना में मथुरा में चिकित्सा सुविधाएं बेहतर हैं। नामी मेडिकल कालेज और हॉस्पीटल हैं।

केडी मेडिकल कलेज में तीन दर्जन मरीज भर्ती
केडी मेडिकल कॉलेज ने कोरोना के मरीजों का इलाज करने का व्रत लिया है। कॉलेज के अस्पताल में वर्तमान में तीन दर्जन से ज्यादा कोरोना के मरीज भर्ती हैं और दो दर्जन मरीज इलाज करा कर कोरोना पर विजय हासिल कर चुके है। हॉस्पीटल का दावा है कि यहां मरीजों से कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है।

गरीब-अमीर सभी के लिए खुले हैं दरवाजे

कॉलेज के वाइस चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने बताया कि एक पखवाड़े पूर्व उन्हें दिल्ली में कोरोना का संक्रमण हो गया था। उन्होंने मथुरा में केडी मेडिकल कालेज के अस्पताल में ही भर्ती होना उचित समझा। 14 दिन के उपचार के बाद वह सकुशल घर आ गए हैं। अस्पताल में उपचार के दौरान उन्हें जीवन के अनुभव हुए हैं। इसके बाद उन्होंने पीड़ित मानवता की सेवा करने का संकल्प किया है। अस्पताल के दरवाजे गरीब-अमीर सभी के लिए खुले हैं और सबके इलाज में कोई भी असावधानी नहीं बरती जा रही है।

इलाज के साथ सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार

पंकज अग्रवाल ने बताया कि मेडिकल कालेज में चिकित्सकों, नर्स और अन्य सेवकों की कमी न होने से सभी मरीज संतुष्ट हैं। मरीजों को शुद्ध भोजन, फल, चाय, बिस्कुट और काढ़ा दिया जा रहा है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इलाज करने वाले डॉक्टर मरीज को दवा ही नहीं दे रहे बल्कि उनमें सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी कर रहे हैं। इस सेवा का कोई भी मूल्य मरीज से नहीं लिया जा रहा। कॉलेज के चेयरमैन राम किशोर अग्रवाल स्वयं अस्पताल में किये जा रहे उपचार के  प्रबंधन पर नजर बनाये हुए हैं।