राज्यसभा की उम्मीदवारी को लेकर कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया पर वादाखिलाफी का आरोप

राज्यसभा की उम्मीदवारी को लेकर कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया पर वादाखिलाफी का आरोप

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राज्यसभा के उम्मीदवारों के नाम जारी करते ही कांग्रेस पार्टी में कलह शुरू हो गई है. पहले पवन खेड़ा ने ट्वीट कर के नाराज़गी ज़ाहिर की और अब नग़मा ने भी कहा है कि 18 साल पहले सोनिया गाँधी ने उन्हें राज्यसभा भेजने का वादा किया था, जिसे अब तक पूरा नहीं किया गया.
नग़मा ने ट्वीट किया, “साल 2003/04 में जब मैंने सोनिया गाँधी के कहने पर कांग्रेस ज्वाइन की थी. तब हमारी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया जी ने ख़ुद मुझे राज्यसभा भेजने का वादा किया था. तब हम सत्ता में नहीं थे. 18 सालों में मुझे राज्यसभा भेजने का मौका नहीं मिला और इमरान को महाराष्ट्र से राज्यसभा भेजा जा रहा है. मैं कम योग्य हूँ?”
नग़मा ने इससे पहले कांग्रेस नेता पवन खेड़ा के ट्वीट को भी कोट करते हुए इमरान प्रतापगढ़ी पर निशाना साधा था.
सूची आने के बाद पवन खेड़ा ने ट्वीट किया, “शायद मेरी तपस्या में कुछ कमी रह गई.” इसको कोट करते हुए नग़मा ने लिखा, “हमारी भी 18 साल की तपस्या कम पड़ गई इमरान भाई के आगे.”
रविवार रात कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव के लिए अपने 10 उम्मीदवारों के नाम जारी किए. कांग्रेस ने पी. चिदंबरम, जयराम रमेश, राजीव शुक्ला, प्रमोद तिवारी और इमरान प्रतापगढ़ी को सूची में शामिल किया है. कांग्रेस की सूची में सूची में पूर्व केंद्रीय मंत्री मुकुल वासिक और विवेक तन्खा भी शामिल हैं, जो कि कांग्रेस के उन 23 नेताओं के समूह का हिस्सा रह चुके हैं, जिन्होंने पार्टी में सुधार के लिए सोनिया गाँधी को चिट्ठी लिखी थी.
-एजेंसियां