sushil kumar yadav

मध्य प्रदेश की राजनीति में हो सकता है बड़ा उलटफेर, ‘तीसरी शक्ति’ के उदय होने के आसार, देखें Video

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कांग्रेस विधायकों के भाजपा में शामिल होने से 27 सीटों पर होने जा रहे हैं उपचुनाव

जनता में नाराजगी, सुशील कुमार यादव ने की तीसरा राजनीतिक विकल्प देने की घोषणा

Bhopal (Madhya Pradesh, India) । मध्य प्रदेश में 27 सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है (By-election in Madhya Pradesh )। अभी निर्वाचन आयोग (Election commission of India) ने चुनाव कार्यक्रम घोषित नहीं किया है, लेकिन सभी दल तैयारी में लगे हुए हैं। वर्तमान समय में राजनीतिक परिस्थितियों के चलते सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya janata party) के उन 22 विधायकों (Congress MLA) से उस क्षेत्र की जनता बहुत नाराज है जिन्होंने कांग्रेस (Congess) और विधानसभा से त्यागपत्र देकर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया और सरकार में मंत्री (Minister in MP) बन गए। अब भारतीय जनता पार्टी (BJP) के टिकट पर एक बार फिर चुनावी जंग में कूदने की तैयारी कर रहे हैं। इन सभी के प्रति जनता में भारी रोष है। ठीक उसी तरह कांग्रेस के प्रति भी जनता में वह लगाव नहीं है जो होना चाहिए। कांग्रेस के बड़े नेताओं में आपसी तालमेल नहीं होने के कारण और एक बार मौका देकर सरकार गिर जाने के कारण अब जनता भी कांग्रेस से खुश नहीं है। ऐसी स्थिति में यदि मध्य प्रदेश में कोई तीसरा राजनीतिक दल जनता के बीच आए और नए तथा युवाओं को चुनावी मैदान में उतारे तो भारी उलटफेर हो सकता है।

तीसरा राजनीतिक विकल्प देने की घोषणा

इन सभी बातों पर मंथन करके राष्ट्रीय वंचित पार्टी (Rastriya vanchit Party president) के अध्यक्ष सुशील कुमार यादव (Sushil Kumar Yadav) ने रणनीति बनाई और मध्य प्रदेश में 27 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में अपनी पार्टी के प्रत्याशियों को उतारने का फैसला किया। इसी के तहत राष्ट्रीय वंचित पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुशील कुमार यादव ने बुंदेलखंड, ग्वालियर, चंबल संभाग में दो हजार कि.मी. लम्बी यात्रा की। कोरोना के चलते सभाओं पर रोक है, इसलिए उन्होंने व्यक्तिगत रूप से संपर्क किया। मध्य प्रदेश में जनता को तीसरा राजनीतिक विकल्प देने की घोषणा की है।

प्रत्याशियों की घोषणा से हलचल

वंचित पार्टी के अध्यक्ष ने ग्वालियर और चंबल संभाग के मुरैना से अपने प्रत्याशियों की घोषणा करने का सिलसिला शुरू कर दिया है। चंबल संभाग के मुरैना में सुमावली विधानसभा से सबसे पहला शिक्षित और योग्य उम्मीदवार ग्वालियर हाईकोर्ट के एडवोकेट दिनेश सिंह सिकरवार को घोषित करके चंबल संभाग में हलचल मचा दी है। इतना ही नहीं पार्टी को मजबूत करने के लिए दीनानाथ शर्मा जैसे वरिष्ठ और अनुभवी नेता को मुरैना जिला का शहर अध्यक्ष और युवा नेता रघुराज यादव को अपनी पार्टी की युवा शाखा का मुरैना जिला अध्यक्ष बनाकर मुरैना में ही नहीं चंबल संभाग में सनसनी फैला दी है। इतना ही नहीं अंबाह, पोरसा, मुरैना, जौरा और सुमावली पांचों विधानसभा क्षेत्रों के लिए ईमानदार, वंचित और निर्भीक उम्मीदवारों को चुनाव में उतारने की पूरी तैयारी है। शीघ्र ही चारों सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जाएगी।

प्रत्याशियों ने शुरू किया संपर्क

इन क्षेत्रों के अपने राजनीतिक दौरे में सुशील कुमार यादव ने अनेक मजबूत और प्रभावशाली नेताओं और व्यापारियों से चर्चा करके पार्टी के लिए समर्थन मांगा। मुरैना जिले में अनेक लोगों ने पार्टी को अपना जन समर्थन देने का वादा भी किया। भिंड और ग्वालियर की तीन सीटों के लिए तीन-तीन उम्मीदवारों का पैनल बनाया गया है। इनमें से एक उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। दतिया की भांडेर छतरपुर की बड़ा मलहरा विधानसभा सीट के लिए भी प्रत्याशी लगभग तय कर दिए गए हैं। अशोकनगर जिले की मुंगावली विधानसभा के लिए युवा और छात्र नेता भरत यादव को पार्टी ने प्रत्याशी घोषित कर दिया है। भरत यादव ने तो जिला अध्यक्ष अटल यादव के नेतृत्व में जोर शोर से पार्टी का चुनाव प्रचार करना भी शुरू कर दिया है। ग्रामीण अंचल में जनता और युवाओं का भरपूर सहयोग मिला है। अशोकनगर और गुना की बमोरी विधानसभा सीट के लिए आने वाले पांच-छह दिनों में प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जाएगी।

शिवपुरी में चर्चा

सुशील कुमार यादव ने शिवपुरी के लोगों से चर्चा की। वहां भी अपने उम्मीदवार उतारने के लिए प्रत्याशी का चयन करने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है शिवपुरी करैरा विधानसभा क्षेत्र से युवा नेता महेश खटीक को पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है। इसकी घोषणा भी पार्टी जल्द करने वाली है। सुर्खी सांवेर बदनावर सहित अन्य विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों की घोषणा भी पार्टी जल्द ही करने वाली है।

भाजपा की स्थिति

राष्ट्रीय वंचित पार्टी की गतिविधियों से और प्रत्याशियों के घोषणा से मध्य प्रदेश की राजनीति में उबाल आने लगा है। प्रदेश में बरसों से काम कर रही समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और आम आदमी पार्टी भी इस गति से उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों का चयन नहीं कर सकी है जिस तरह से वंचित पार्टी के अध्यक्ष ने किया है। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी तो लगभग निश्चित हैं। भाजपा उन सभी नेताओं को उम्मीदवार बनाएगी जिन्होंने कांग्रेस से त्यागपत्र देकर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली है। मात्र दो  विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जिनमें प्रत्याशियों की मृत्यु हो गई थी। वहां भारतीय जनता पार्टी अपने हिसाब से नए प्रत्याशी मैदान में उतारेगी।

कांग्रेस की स्थिति

कांग्रेस ने अभी तक 27 में से किसी भी सीट पर अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। कांग्रेस के बड़े नेताओं में ही अंतर्कलह और मनमुटाव के कारण और एकाधिकार को लेकर स्थिति सामान्य नहीं बन पा रही है। शायद इसीलिए पार्टी प्रत्याशियों की घोषणा करने में विलंब कर रही है। इन सब परिस्थितियों के बीच राष्ट्रीय वंचित पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुशील कुमार यादव ने तूफानी दौरा करके अपनी पार्टी के प्रत्याशियों का चयन करना और उनकी घोषणा करना शुरू कर दिया है।

राष्ट्रीय वंचित पार्टी क्या कर रही

राष्ट्रीय अध्यक्ष सुशील कुमार यादव का कहना है कि वह अपनी पार्टी से वंचित, गरीब, पिछड़े, बेरोजगार, भूतपूर्व सैनिकों के परिवार और कोरोना से जिनके परिवारों में मृत्यु हो गई है यदि उनके परिवार से कोई चुनाव लड़ना चाहेगा तो उनमें से किसी को पार्टी प्रत्याशी बनाएगी। इसके साथ ही पार्टी महिलाओं को भी चुनावी मैदान में उतारेगी। स्थिति और परिस्थिति कुछ ऐसी बन रही है कि इस उपचुनाव में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी को राष्ट्रीय वंचित पार्टी कड़ी टक्कर देगी। पार्टी के प्रत्याशी निष्ठा और ईमानदारी के साथ जनता के विश्वास पर खरा उतरने के लिए तैयार हैं। ‘आया राम गया राम’ का काम वंचित पार्टी के नेताओं द्वारा नहीं किया जाएगा। पार्टी का प्रत्याशी चुनाव जीतने के बाद किसी भी कीमत पर अपने आपको या अपने मतदाताओं के वोट को नहीं बेचेगा। यह बात सुशील कुमार यादव ने अपने स्वागत और आयोजित जनसभाओं में कही।

हर विधानसभा क्षेत्र में पांच लोगों को रोजगार

सुशील कुमार यादव के इस राजनीतिक दौरे में अनेक जगह लोगों ने जमकर स्वागत किया और अपना पूरा समर्थन देने का वादा भी किया। इन सभी 27 विधानसभा क्षेत्रों में सुशील कुमार यादव ने हर विधानसभा में ऐसे पांच वंचित परिवारों को रोजगार उपलब्ध कराने का वादा किया है जिनके पास ना रहने का घर है ना उनके पास खेती की जमीन है और ना ही उनके पास रोजगार है। उन्होंने इन सभी विधानसभा क्षेत्रों के अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा है कि वह ऐसे 5 परिवारों को छांटें। अगले प्रवास पर सुशील कुमार यादव अपनी इस घोषणा को अमली जामा पहनाएंगे।

भविष्य के चुनाव की नींव रखी जा रही

मध्य प्रदेश की राजनीति में राष्ट्रीय वंचित पार्टी की सक्रियता से निश्चित एक नई दिशा युवाओं को और बेरोजगारों को मिलेगी। वंचित, ईमानदार, बेरोजगार और जनता का विश्वास जीतने वाले लोगों को वंचित पार्टी के माध्यम से मध्य प्रदेश की विधानसभा में पहुंचकर गरीबों की भागीदारी करने का मौका मिल सकेगा। इसी भावना से सुशील कुमार यादव पार्टी के लिए कार्य कर रहे हैं। हो सकता है आने वाले समय में विधानसभा चुनाव के पश्चात भाजपा और कांग्रेस किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत ना मिले और वंचित पार्टी के प्रत्याशी यदि चुनावी जंग जीतकर मध्यप्रदेश की विधानसभा में पहुंचे तो निश्चित ही वंचित पार्टी को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त हो सकता है और प्रदेश की राजनीति में एक नई हलचल पैदा हो सकती है। अभी निर्वाचन आयोग ने चुनाव की घोषणा नहीं की है। इससे पहले ही वंचित पार्टी सभी 27 विधानसभाओं में प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया को पूरा कर लेगी। भविष्य में होने वाले नगर पालिका, नगर पंचायत, मंडी के चुनाव में प्रदेश भर में वंचित पार्टी अपना अहम रोल निभाएगी। भविष्य में होने वाले विधानसभा और लोकसभा के चुनाव में भी वंचित पार्टी पूरी ताकत के साथ सभी विधानसभा और लोकसभा की सीटों पर अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारेगी।

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चुनाव लड़ने का उद्देश्य

मुंगावली विधानसभा के मुंद्री गांव में आयोजित एक आम सभा में श्री यादव ने कहा कि जनता को ईमानदार जनप्रतिनिधि देने, जनता की समस्याओं के लिए संघर्ष करने, जनता के सुख-दुख में हर समय खड़े रहने और क्षेत्रीय समस्याओं के समाधान के लिए हमेशा तैयार रहने वाले जनप्रतिनिधि देने का संकल्प लेकर राष्ट्रीय वंचित पार्टी मध्य प्रदेश के इन 27 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में मैदान में उतर रही है। अब देखना यह है कि मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस को राष्ट्रीय वंचित पार्टी कहां तक टक्कर देती है।