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Triple Murder in Agra: खाने के बहाने घर बुलाकर मारे बाप-बेटे, घर जाकर महिला की हत्या, जिन्दा जलाया

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पुलिस ने मुठभेड़ के बाद दो बदमाश किए गिरफ्तार

बदमाशों के पैर में तो सिपाही के हाथ में लगी गोली

Agra (Uttar Pradesh, Inida) थाना एत्माद्दौला के नगला किशनलाल में रविवार रात तीन परिजनों की जिन्दा जलाकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस घटना का 24 घंटे में खुलासा कर दिया। मुठभेड़ के बाद दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। यह मुठभेड़ आज तड़के चार बजे कालिन्दी विहार में हुई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने मीडिया को पूर घटनाक्रम की जानकारी दी। पुलिस वालों की पीठ थपथपाई।

सोमवार को मां-पिता और बेटे की अधजली लाशें मिली थीं

मूलरूप से मथुरा में बल्देव के चौड़ा बंबा निवासी रामवीर (57 वर्षीय) करीब 30 वर्ष से आगरा के नगला किशनलाल (थाना एत्माउद्दौला, यमुना पार) में निवासरत थे। तीन कमरों के घर में वे बाहर के कमरे में परचून की दुकान करते थे। परिवार में रामवीर के साथ उनकी पत्नी मीरा (55 वर्षीया) और बेटा बबलू (23 वर्षीय) था। रविवार रात को बदमाशों ने तीनों की हत्या करके शव मिट्टीका तेल छिड़ककर जला दिए थे। सोमवार सुबह तीनों के अधजले शव मिले। घर से लूटपाट के निशान भी मिल रहे थे।

बदमाशों के पैर में तो सिपाही के हाथ में लगी गोली

ट्रिपल मर्डर का खुलासा करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने क्राइम ब्रांच, एसओजी और थाने की टीम लगाई। पुलिस के खबरी फैल गए। मंगलवार सुबह चार बजे पुलिस को सूचना मिली कि ट्रिपल मर्डर करने वाले बदमाश बाइक लेकर कालिंदी विहार से भाग रहे हैं। पुलिस टीमों ने घेराबंदी की तो बदमाशों ने गोली चला दी। जवाबी फायरिंग में बाइक सवार दोनों शातिरों को पैर में गोली लग गई। वे नीचे गिर पड़े। पुलिस ने दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया है। मुठभेड़ में एत्माद्​दौला थाने के सिपाही अनूप के हाथ में गोली लगी है।

तीन लाख रुपये के लिए तीन हत्याएं

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने बताया कि लघायल बदमाशों से पूछताछ में घटना का पर्दाफाश हो गया। शातिरों से एक बाइक, तमंचा और पिस्टल बरामद हुई है। गिरफ्तार बदमाशों के नाम सुभाष और वकील निवासी नगला किशनलाल, गुलाबनगर, आगरा हैं। इनके साथ सुभाष का भाई गजेंद्र भी घटना में शामिल था। सुभाष से रामवीर ने तीन लाख रुपये ब्याज पर लिए थे। रुपये वापस न देने पर तीनों की हत्या की। उनको घर में पांच लाख रुपये और चांदी रखे होने की सूचना थी। वारदात के समय घर में मिले 80 हजार रुपये, चांदी के गहने और बैग शातिर ले गए। उन्होंने बताया कि घटना में शामिल तीसरे साथी गजेंद्र की तलाश की जा रही हैं। वह भी बच नहीं सकता है।

कैसे की हत्या

बदमाशों ने रविवार की रात्रि में रामवीर को खाने पर अपने घर बुलाय। गला दबाकर हत्या कर दी। फिर रामवीर के पुत्र बबलू को घर पर बुलाया और उसकी भी गला दबाकर हत्या कर दी। फिर तीनों आरोपी रामवीर के घर गए। वहां रामवीर की पत्नी मीरा के सिर में प्रहार करके बेहोश कर दिया। गला दबाकर हत्या कर दी। घर में तलाशी ली तो 80 हजार रुपये मिले। फिर रात्रि दो बजे लाशों को रामवीर के घर ले गए। पहले गैस सिलेंडर से आग लगाने का प्रयास किया। गैस कम होने के कारण ऐसा न हो सका। फिर मिट्टी का तेल छिड़कर आग लगा दी ताकि यह लगे कि दुर्घटना हुई है या आत्महत्या की है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या साबित हुई। फिर पुलिस सक्रिय हुई और बदमाश पकड़े गए। एसओजी के प्रभारी कुलदीप दीक्षित ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।