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फिल्मी अंदाज में बस का अपहरण करने वाले से पुलिस की मुठभेड़, पैर में लगी गोली

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Agra (Uttar Pradesh, India)। फिल्मी अंदाज में 34 सवारियों से भरी बस हाइजैक कांड ( Bus kidnapping case ) में आगरा पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। गुरुवार सुबह आगरा पुलिस टीम ने बस अपहरण के आरोपी प्रदीप गुप्ता को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। हरियाणा के गुरुग्राम से चली बस का आगरा में अपहरण कर लिया गया था। बस मालिक की कोरोना से मौत हो गई है। पहले पुलिस ने कहा था कि फाइनेंस कंपनी ने बस को खिंचवाया है। जब फाइनेंस कंपनी ने इस बात से मना किया तो पुलिस ने मुठभेड़ में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। यूपी पुलिस कुछ भी कर सकती है।

फतेहाबाद-फिरोजाबाद मार्ग पर हुई मुठभेड़

आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने बताया कि बस अपहरण का आरोपी प्रदीप गुप्ता अपने साथी यतेंद्र गुप्ता के साथ बाइक से भागने का प्रयास कर रहा था। फतेहाबाद-फिरोजाबाद मार्ग पर भलोखरा गांव के पास पुलिस टीम ने दोनों को घेर लिया। जब प्रदीप गुप्ता को रोकने का प्रयास किया गया तो उसने पुलिस पर हमला कर दिया। पुलिस ने प्रदीप को रोकने के लिए इसके पैर में गोली मार दी। गोली लगते ही प्रदीप मौके पर ही गिर गया लेकिन इसका साथी फरार हो गया। घटना के तुरंत बाद पुलिस टीम प्रदीप को लेकर नजदीकी अस्पताल पहुंचा। प्राथमिक उपचार के बाद इसकी हालत में सुधार है। डॉक्टरों से अनुमति मिलने के बाद प्रदीप से इस मामले में और अधिक पूछताछ की जाएगी और इसे न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा।

दर्ज किया था मुकदमा

फिल्मी अंदाज में 34 सवारियों से भरी बस को हाईजैक किए जाने की इस घटना को लेकर पुलिस ने डकैती और अपहरण की धाराओं में मामला दर्ज किया था। बस के परिचालक की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था। एसएसपी बबलू कुमार ने मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद प्रदीप गुप्ता की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमें लगाई थी।

परिचालक से 23600 रुपये लूट लिए थे

एसएसपी बबलू कुमार के अनुसार परिचालक राम विशाल पटेल की तहरीर पर मुकदमा लिखा गया था। परिचालक छतरपुर (मध्य प्रदेश) का रहने वाला है। बदमाशों ने इससे 23,600 रुपये लूट लिए थे। कहा था कि सवारियों को उनका किराया वापस करना है।

अपहरण से लेकर मुठभेड़ तक का घटनाक्रम

मंगलवार शाम करीब 05:30 बजे बस गुरुग्राम से 34 सवारियां लेकर पन्ना ( मध्य प्रदेश ) के लिए रवाना हुई।

मंगलवार रात करीब 10:30 बजे बस को आगरा में दक्षिणी बाईपास रायभा टोल के पास बदमाशों ने बस रोकने की कोशिश की।

मंगलवार देर रात करीब 10:45 मिनट पर बदमाशों ने बस को कब्जे में ले लिया चालक-परिचालक को गाड़ी में बैठा लिया

मंगलवार रात 11:30 बजे यात्रियों को आगरा में ही ग्वालियर रोड से किसी दूसरी बस में बैठा दिया।

बुधवार रात 12:45 बजे ग्वालियर से सवारियों को झांसी तक के लिए एक अन्य बस में बैठाया गया।

बुधवार सुबह करीब 05:00 बजे चालक-परिचालक और हेल्पर को कुबेरपुर के पास छोड़ा दिया गया।

बुधवार सुबह 06:30 बजे चालक अपने साथियों के साथ मलपुरा थाने पहुंचा और पुलिस को पूरी घटना बताई।

बुधवार सुबह 08:15 बजे एसएसपी बबलू कुमार मलपुरा थाने पहुंचे। मामले की पूरी जानकारी ली।

बुधवार सुबह 10:00 बजे बस के एक यात्री तरुण से फोन पर बात हुई, बताया कि यात्री सुरक्षित हैं और छतरपुर पहुंचे हैं।

बुधवार सुबह 11:00 बजे सीसीटीवी फुटेज से आरोपित की पहचान इटावा के रहने वाले प्रदीप गुप्ता के रूप में हुई।

बुधवार दोपहर 1:00 बजे बस इटावा में लखेरेकलां स्थित राजस्थानी फौजी ढाबे पर खड़ी मिल गई।

गुरुवार दिन निकलते ही पुलिस मुठभेड़ हो गई और पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रदीप गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया