बॉक्‍स ऑफिस: कन्नड़ फिल्म कांतारा ने केजीएफ को भी पछाड़ा

बॉक्‍स ऑफिस: कन्नड़ फिल्म कांतारा ने केजीएफ को भी पछाड़ा

ENTERTAINMENT

 

मुंबई। कन्नड़ फिल्‍म इंडस्ट्री में केजीएफ का भी रिकॉर्ड तोड़ते हुए ऋषभ शेट्टी की फिल्म ‘कांतारा’ इस वक्त चारों ओर तहलका मचा रही है. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार कमाई कर रही है.

कांतारा, साउथ सिनेमा की ये फिल्म धमाका कर रही है. बॉक्स ऑफिस पर भी फिल्म जबरदस्त कमाई के आंकड़े तोड़ रही है. हाल ही में इस फिल्म ने इंडस्ट्री में नया इतिहास कायम किया है. ट्रेड रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘कांतारा’ ने कलेक्शन के मामले में ‘केजीएफ 1’ को मात दे दी है. इसी के साथ इस फिल्म ने कन्नड़ में ‘केजीएफ चैप्टर 2’ के बाद दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म का रिकॉर्ड कायम किया है.

दिवाली वीकेंड के चलते कांतारा की कमाई में जबरदस्त इजाफा रिकॉर्ड किया गया है. इसी के साथ, फिल्म का कुल बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 170 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है. पिंकविला डॉट कॉम के अनुसार, उम्मीद जताई जा रही है कि ये फिल्म चौथा हफ्ता खत्म करने से पहले 200 करोड़ रुपए के क्लब पार कर लेगी.

आपको बता दें कि ‘कांतारा’ ने कर्नाटक में अब तक लगभग 111 करोड़ रुपए की कमाई की है. जिसमें से 14 करोड़ रुपए चौथे हफ्ते की कमाई है. जो यश की ‘केजीएफ’ के पूरे चार वीक का दोगुना कलेक्शन है. वहीं, ‘केजीएफ चैप्टर 2’ ने बॉक्स ऑफिस पर भारी कमाई का रिकॉर्ड बनाया था और ये फिल्म अब भी कन्नड़ में नंबर 1 पर बनी हुई है.

रिलीज के बाद से ही धमाल मचा रही है फिल्म

बात करें ‘कांतारा’ की तो ये फिल्म कन्नड़ 14 अक्टूबर को हिंदी भाषा में भी रिलीज की गई थी. इसके बाद तमिल और तेलुगू में इस फिल्म ने 15 अक्टूबर को सिनेमाघरों में दस्तक दिया. वहीं, इसका मलयालम संस्करण 20 अक्टूबर को रिलीज किया गया था. कन्नड़ के अलावा इस फिल्म को हिंदी भाषा में भी जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है.

कैसी है फिल्म की कहानी?

स्टोरी राइटिंग की बात करें तो ‘कांतारा’ की कहानी में मिथकों, किंवदंतियों और अंधविश्वास की दिलचस्प स्टोरी दिखाई गई है. फिल्म की पिक्चराइजेशन इस कदर दर्शाई गई है कि इसे देखकर कोई भी रोमांचित हो जाए. वहीं, इसकी कहानी पवित्र रीति-रिवाजों-परंपराओं, छिपे हुए खजाने और पीढ़ीगत रहस्यों पर आधारित है. जिसो लोगों द्वारा खूब प्यार मिल रहा है. कहा जा रहा है कि लोग इस फिल्म से खुद को जोड़ पा रहे हैं.

Dr. Bhanu Pratap Singh