विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा फेरबदल: गुजरात सरकार ने किए 17 IPS अधिकारियों का तबादला – Up18 News

बड़ा फेरबदल, 17 IPS अधिकारियों का तबादला

POLITICS

 

अहमदाबाद। गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की भूपेंद्र पटेल सरकार ने बड़ा फेरबदल करते हुए 17 आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया है।

चुनाव आयोग की ओर से गुजरात विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले राज्य सरकार ने 17 आईपीएस (IPS) अधिकारियों का तबादला कर दिया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) राज कुमार ने एक आदेश के जरिए आईपीएस पीयूष पटेल को सूरत-रेंज का पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) नियुक्त किया।

राजकोट रेंज के पुलिस महानिरीक्षक संदीप सिंह का तबादला कर उन्हें वडोदरा रेंज का आईजीपी नियुक्त किया गया है। अहमदाबाद शहर के संयुक्त पुलिस आयुक्त (यातायात) एमए चावड़ा का तबादला कर जूनागढ़ रेंज का पुलिस महानिरीक्षक नियुक्त किया गया है।

अजय चौधरी को कहां किया गया नियुक्त?

सूरत रेंज के आईजीपी डीएस पांडियन राजकुमार का तबादला कर उन्हें अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (रेलवे) नियुक्त किया गया है। खुर्शीद अहमद को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (योजना और आधुनिकीकरण) गांधीनगर के रूप में नियुक्ति किया गया है। अजय चौधरी को संयुक्त पुलिस आयुक्त सूरत (विशेष शाखा) के रूप में नियुक्त किया गया है।

गौतम परमार को आईजीपी भावनगर रेंज बनाया जाएगा

अशोक यादव को आईजीपी राजकोट रेंज नियुक्त किया गया है। उनकी जगह गौतम परमार को आईजीपी भावनगर रेंज बनाया जाएगा। आरवी असारी को पुलिस उप महानिरीक्षक (खुफिया-2) और नीरजकुमार बडगुजर को अहमदाबाद शहर का अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सेक्टर-2 नियुक्त किया गया है।

 गुजरात चुनाव की तारीखों का जल्द होगा ऐलान

गौरतलब है कि गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान अक्टूबर महीने के अंत तक किया जा सकता है। ऐसा बताया जा रहा है कि गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग दो चरणों में हो सकती है। पहला चरण नवंबर के आखिरी में और दूसरा चरण शुरुआती दिसंबर के आस-पास हो सकता है। जानकारी ऐसी भी है कि गुजरात विधानसभा चुनाव की मतगणना भी 8 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के साथ ही हो सकती है।

14वीं गुजरात विधानसभा का कार्यकाल 18 फरवरी, 2023 को समाप्त हो रहा है। इससे पहले 182 सीटों वाली गुजरात विधानसभा के चुनाव दिसंबर 2017 में हुए थे। चुनाव में जीत हासिल कर बीजेपी अपनी सत्ता बरकरार रखने में कामयाब रही थी और राज्य में विजय रूपानी के नेतृत्‍व में सरकार बनी थी।