राष्ट्रीय लोक दल को बड़ा झटका, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शाहिद सिद्दीकी ने अपने पद से दिया इस्तीफा

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“मैं जयंत जी का आभारी हूं पर भारी मन से आरएलडी से दूरी बनाने के लिए मजबूर हूं. भारत की एकता,अखंडता विकास और भाईचारा सर्वप्रिय है. इसे बचाना हर नागरिक की ज़िम्मेदारी और धरम है. धन्यवाद!”

सिद्दीकी ने कहा कि कल मैंने रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद और उसकी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। मैं और मेरा परिवार इंदिरा के आपातकाल के खिलाफ खड़े हुए थे और आज उन सभी संस्थानों को कमजोर होते हुए चुपचाप नहीं देख सकते, जिन्होंने एकजुट होकर भारत को दुनिया के महान देशों में से एक बनाया है।

आज जब भारत के संविधान और लोकतांत्रिक ढांचा खतरे में है, खामोश रहना पाप है

सिद्दीकी ने कहा कि आज जब भारत के संविधान और लोकतांत्रिक ढांचा खतरे में है। खामोश रहना पाप है। मैं जयंत जी का आभारी हूं, पर भारी मन से आरएलडी से दूरी बनाने के लिए मजबूर हूं। भारत की एकता, अखंडता विकास और भाईचारा सर्वप्रिए है। इसे बचाना हर नागरिक की ज‍िम्मेवारी और धरम है।

-एजेंसी

Dr. Bhanu Pratap Singh