AMU

AMU news 19 November 2020 चिकित्सक रोगों की रोकथाम पर भी ध्यान दें

NATIONAL PRESS RELEASE REGIONAL

Aligarh, Uttar Pradesh, India. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के यूनानी मेडिसिन संकाय द्वारा एक एक्स्ट्रा मूराल व्याख्यान श्रृंखला का आयोजन किया जिसमें किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ के जेरियाट्रिक मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर कौसर उस्मान ने ”नान-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज” विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। प्रोफेसर उस्मान ने कहा कि  लिवर की बीमारी दुनिया में सबसे आम बीमारी है और शायद यकृत कैंसर का प्रमुख कारण है। यह लिवर प्रत्यारोपण का एक प्रमुख कारण भी है। उन्होंने कहा कि इस बारे में चिकित्सा विशेषज्ञों में जागरूकता की कमी है जबकि गैर-अल्कोहल फैटी लिवर के लिए मधुमेह रोगियों की अकसर जांच की जानी चाहिए।
नेशनल इंस्टीट्यूट आफ यूनानी मेडिसिन, बैंगलोर के डिपार्टमेंट आफ इलाज बित तदबीर के अध्यक्ष प्रोफेसर अब्दुल नसीर अंसारी ने ”मानसिक रोग में उपचार के प्रभावी उपचार” विषय पर बात की। उन्होंने मानसिक बीमारी के विभिन्न पहलुओं, इसके चिकित्सकीय निहितार्थ, नैदानिक और चिकित्सीय उपायों की भूमिका पर प्रकाश डाला। इससे पूर्व व्याख्यान श्रृंखला के संयोजक प्रोफेसर मुहम्मद अनवर ने एक स्वागत भाषण दिया।
यूनानी चिकित्सा संकाय के डीन प्रोफेसर अब्दुल मन्नान ने अपनी समापन टिप्पणी में कहा कि चिकित्सा विज्ञान में नवीनतम प्रगति के बावजूद, रोगियों की संख्या बढ़ रही है, इसलिए रोकथाम की रणनीतियों पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। डॉ. अब्दुल अजीज खान ने कार्यक्रम का संचालन किया जबकि डॉ. अम्मार इब्ने अनवार ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शताब्दी वर्ष में भौतिकी विभाग के न्यूट्रिनो फिज़िक्स ग्रुप ने विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को बढ़ाया है। एएमयू महिला कॉलेज में भौतिकी की सहायक प्रोफेसर डा० हुमा हैदर को अमेरिका के आयोवा विश्वविद्यालय ने दो वर्षीय डॉक्टरेट फेलोशिप के लिए चुना है। वह अब दो साल के लिए यूएसए फर्मी नेशनल एक्सलेरेटर लेबोरेटरी (फर्मी लैब) के साथ कार्य करेंगी। इसके अतिरिक्त, एएमयू-फर्मी लैब संयुक्त कार्यक्रम के अंतर्गत दो साल से फरमी लैब में काम कर रहे पीएचडी स्कालर जुबैर अहमद डार को अमेरिका में विलियम एंड मैरी रिसर्च यूनिवर्सिटी में दो साल के पोस्ट-डाक्टोरल फैलोशिप के लिए चुना गया है।
दूसरी ओर, फायज़ा अकबर, जो पिछले चार वर्षों से एएमयू-फर्मी लैब संयुक्त कार्यक्रम के तहत शोध कर रही हैं, को पोस्ट-डाक्टोरल कार्य के लिए फेलोशिप से सम्मानित किया गया है। एएमयू कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने फेलोशिप प्राप्त करने पर शोधकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि एएमयू के शिक्षक तथा शोधकर्ता विज्ञान के बुनियादी क्षेत्रों में अपनी सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं और ज्ञान के आधार को बढ़ाकर संस्थान का नाम रोशन कर रहे हैं।


अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पोस्ट हार्वेस्ट इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी विभाग के सहायक प्रोफेसर फैजान अहमद को वेदांत एजुकेटर एक्सीलेंस अवार्ड-2020 से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार वेदांत फाउंडेशन, राजकोट द्वारा दिया जाता है।