महाराजा सूरजमल ने बृज क्षेत्र को मुगलिया अत्याचारों से मुक्ति दिलाई
मुगलों द्वारा तोड़े गये मन्दिरों का निर्माण और किले का जीर्णोद्धार किया
जामा मस्जिद के पास दुकानों का निर्माण कराया, जहाँ कपड़ा मार्केट है
डॉ. भानु प्रताप सिंह
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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat. आगरा विजय दिवस 12 जून को है। 12 जून, 1761 को भरतपुर रिसायत के शासक महाराजा सूरजमल ने आगरा किला से मुगलों को खदेड़ दिया था। 15 वर्ष तक आगरा पर शासन किया। मुगलिया अत्याचारों से आगरा ही नहीं, पूरे बृज क्षेत्र को मुक्ति दिलाई। इसके बाद भी महाराजा सूरजमल की मूर्ति स्थापित नहीं है और न ही उनकी याद में आगरा किला में कोई समारोह होता है। शिवाजी महाराज का आगरा से ज्यादा रिश्ता नहीं रहा है। वे तो आगरा किला में आए, औरंगजेब ने कैद कर लिया और पलायन कर गए। इसके बाद भी शिवाजी महाराज की स्मृति में किले में कार्यक्रम होता है। उनकी मूर्ति भी स्थापित है। इस बार 12 जून को आगरा के जाट कुछ बड़ा करने वाले हैं।
महाराजा सूरजमल ने 12 जून, 1761 को आगरा किले पर कब्जा कर आगरा सहित ब्रज क्षेत्र के जनमानस को मुगलिया अत्याचारों से मुक्ति दिलाने का कार्य किया। भरतपुर रियासत का आगरा किले पर लगभग 15 वर्ष तक शासन रहा। इस दौरान महाराजा सूरजमल ने आगरा में अनेक विकास कार्य भी कराये जो आज भी जीवन्त हैं। मुगलों द्वारा तोड़े गये मन्दिरों का निर्माण, बाग बगीचे, कुएं बावड़ियां, धर्मशालाएं बनवाईं। आगरा किले का जीर्णोद्धार किया। जामा मस्जिद के पास दुकानों का निर्माण भी कराया, जहाँ आजकल सुप्रसिद्ध कपड़ा मार्केट है।
अखिल भारतीय जाट महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कुंवर शैलराज सिंह एडवोकेट, इतिहासकार डॉ. सुरेंद्र सिंह एवं रिटायर्ड अपर आयुक्त यादराम सिंह वर्मा “कवि किंकर” ने बताया कि आगरा किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की जयन्ती गत वर्षों से जोर शोर से मनायी जाती है, जबकि शिवाजी महाराज का आगरा से ज्यादा रिश्ता नहीं रहा है। महाराजा सूरजमल ने आगरा सहित ब्रज क्षेत्र की जनता को सदियों से मुगलिया अत्याचार से पीड़ित जनता को मुक्त कराने का कार्य किया था। ब्रज क्षेत्र में उनका बेहद सम्मान है। इसलिए ऐसे महान योद्धा की जन्म जयन्ती व आगरा विजय दिवस का आगरा किले में आयोजन उनके प्रति सम्मान होगा।

अखिल भारतीय जाट महासभा के जिलाध्यक्ष कप्तान सिंह चाहर ने बताया कि हम आगरा किले में 12 जून को आगरा विजय दिवस एवं 13 फरवरी को महाराजा सूरजमल की जन्म जयन्ती का आयोजन करना चाहते हैं। इसकी अनुमति जिला प्रशासन से मांगी गई है। अनुमति नहीं मिली तो आगे की रणनीति बनाएंगे।
अखिल भारतीय जाट महासभा ने मांग की है कि महाराजा सूरजमल की प्रतिमा आगरा किले के समक्ष लगाई जए। शाहजहां पार्क का नाम महाराजा सूरजमल पार्क किया जाए।
इस संबंध में जिलाधिकारी की अनुपस्थित में सिटी मजिस्ट्रेट वेद सिंह चौहान को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर प्रमुख लोगों में किसान नेता मोहन सिंह चाहर, महासभा के जिला महामंत्री वीरेंद्र सिंह छोंकर, उपाध्यक्ष चौधरी नवल सिंह, भूपेंद्र सिंह राणा, कोषाध्यक्ष गुलबीर सिंह, जितेंद्र सिंह, युवा जाट महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश इन्दौलिया, चौधरी दिलीप सिंह आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।