आगरा। जनकपुरी महोत्सव के मंगल कार्यक्रम 27 सितम्बर से हल्दी व मेहंदी उत्सव के साथ प्रारम्भ होंगे। इससे पूर्व 26 सितम्बर को बैंड बाजों संग मिथिला नरेश राजा जनक शाम 4 बजे सियाराम के विवाह के लिए आमंत्रण यात्रा निकालेंगे। जो पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर से प्रारम्भ होकर क्षेत्र में भ्रमण करते हुए जनकपुरी कार्यालय पहुंचेगी। यह जानकारी आज जनकपुरी महोत्सव आयोजन समिति के कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम पत्रिका (आमंत्रण पत्र) विमोचन कार्यक्रम में समिति के पदाधिकारियों ने दी।
अध्यक्ष गौरव अग्रवाल, संयोजक गौरव राजावत, राहुल चतुर्वेदी, हेमन्त भोजवानी, अनुराग उपाध्याय ने जानकारी देते हुए बताया कि हल्दी व मेहंदी कार्यक्रम लोहामंडी स्थित महाराजा अग्रसेन भवन में दोपहर 12 से 3 बजे तक होगा। 28 सितम्बर को साकेत कालोनी से बैंडबाजों के साथ शाम 4 बजे सीता जी का डोला गौरा पूजन के लिए क्षेत्र में भ्रमण करते हुए भूतनाथ जी की बगीची गोविन्द नगर पहुंचेगा। जहां सीता जी गौरा पूजन कर श्रीराम को पति रूप में प्राप्त करने की कामना करेंगी। 29 सितम्बर को प्रातः बैंड बाजों के साथ पहुंची चारों भाईयों सहित श्रीराम की बारात का मिथिला नरेश द्वारा स्वागत महाराजा अग्रसेन भवन पर किया जाएगा।
मीडिया प्रभारी राजीव शर्मा ने बताया कि श्रीकृष्ण गौशाला, शाहगंज में तुलसी-सालिगराम का विवाह विधि विधान के साथ सम्पन्न होगा। इसके उपरान्त संध्या काल में प्रभु श्रीराम मिथिलानगरी का भ्रमण करेंगे। 30 सितम्बर को भी शाम 5 बजे से राजा दशरथ व चारों भाईयों संग नगर भ्रमण करते हुए जनक मंच पर पहुचेंगे। 1 अक्टूबर को रात्रि 10 बजे माता जानकी की विदाई होगी। 2 अक्टूबर को सांस्कृतिक कार्यक्रम व सम्मान समारोह के साथ जनकपुरी महोत्सव का समापन होगा।
इस अवसर पर मुख्य रूप से महामंत्री मुनैन्द्र जादौन, निशांत चतुर्वेदी, प्रमोद सिंह, राहुल सागर, मनोज वर्मा, सचिन गर्ग,संजय अग्रवाल, दिलीप खंडेलवाल, सतीश शर्मा, विवेक शर्मा, सौरभ वर्मा आदि उपस्थित थे।
ये होंगे कार्यक्रम
26 सितम्बरः राजा जनक की सियाराम के विवाह के लिए आमंत्रण यात्रा, शाम 4 बजे से।
27 सितम्बरः हल्दी व महिला संगीत, महाराजा अग्रसेन भवन लोहामंडी में दोपहर 12 से 3 बजे तक।
28 सितम्बरः गौरा पूजन, सीता जी का डोला, शाम 4 बजे से।
29 सितम्बरः बारात का आगमन व स्वागतः तुलसी संग शालिगराम विवाह, दोपहर 1 बजे, शाम 5 बजे श्रीराम का चारों भाईयों व राजा दशरथ के साथ मिथिला नगरी में भ्रमण।
30 सितम्बरः प्रभु श्रीराम का नगर भ्रमण, शाम 5 बजे से।
01 अक्टूबरः माता सीता व श्रीराम सहित स्वरूपों का नगर भ्रमण। रात 10 बजे विदाई।
02 अक्टूबरः सांस्कृतिक कार्यक्रम व सम्मान समारोह, जनक मंच पर शाम 7 बजे से।
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