Agra News: संत शिरोमणी सांई लीलाशाह के 145 वे जन्मोत्सव पर भजन संध्या में भजनों पर झूमे श्रद्धालु

PRESS RELEASE

जेखे लीलाशाह जी ओट तेखे लगंदी ना का खोट

स्वामी लीलाशाह जो जन्म दीह मनाईयु गीत खुशीयूं जा गायुह

आगरा। पावन पवित्र स्वामी लीलाशाह जी की कर्मभूमि श्री कृष्ण गौशाला प्रांगण अदभुत भव्य जगमग रोशनी
भव्य फूलों से सजे मंच पर शहंशाह सांई लीलाशाह की भक्ति के स्वर बिखरे तो मानों सम्पूर्ण वातावरण और हर भक्त का मन साईं जी की भक्ति में सरोबर दिखा!

भजन संध्या में कहीं झूमते, कहीं गाते तो कहीं बंद आंखों से सांई जी के स्मरण करते भक्तों में भक्ति का भाव नजर आया। संत सिरोमणी सांई लीलाशाह के 145 वें जन्मोत्सव के शुभ अवसर पर भजन संध्या का आयोजन किया गया। शाहगंज श्रीकृष्ण गौशाला में आयोजित भजन संध्या में हजारों श्रद्धालुओं साईं के अनुयाइयों बड़े ही उत्साह व श्रद्धा के साथ भाग लिया।

भजन संध्या का शुभारम्भ कमेटी द्वारा सांई लीलाशाह की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया। प्रख्यात मंघाराम सिंधु धारा म्यूजिकल ग्रुप अजमेर राजस्थान
एस के म्यूजिकल ग्रुप आगरा के भजन गायको ने स्वामी लीलाशाह जी आराधना कर साईं के दरबार भजन संध्या में अपने कंठ से भक्तिमय मधुर स्वरों से भजनों में सांई की महिमा का गुणगान भजन की सुर लहरियों के साथ किया भक्त भाव विभोर हुए गणेश वंदना के साथ सुंदर सुंदर भजनों की प्रस्तुति

शहंशाह लीलाशाह जेको चवंदो लीलाशाह तेहंजा थीदा बेड़ा पार,,,,,
मेरा बाबा बेपरवाह साईं लीलाशाह तू ही रब तू ही अल्लाह साई लीलाशाह,,,,
स्वामी लीला शाह मन में वसे दिल सतगुरु सतगुरु पई करें,,,,, हिंद सिंध जो शेर मात चुमया तुंहजा पैर साईं लीलाशाह प्यारा दरवेश दुलारा मातावारी वन्या बलिहारी वन्या,,,, एक के बाद एक देर रात तक भजनों को श्रद्धालुओं ने खूब आनंद लिया।

श्रीकृष्ण गौशाला के अध्यक्ष गिरधारी लाल भगत्यानी एवं सचिव महेश मंघरानी ने सभी अतिथियों का पटका पहनाकर स्वागत किया व भजन की प्रस्तुति दी एहसान मेरे दिल पे तुम्हारा है सतगुरु…,

कार्यक्रम की व्यवस्थाओं की देखरेख उपाध्यक्ष मनीष हरजानी व कोषाध्यक्ष भगवानदास आवतानी संग समस्त कमेटी ने देखी

भजन संध्या में आए सभी का आभार नारायन दास लालवानी द्वारा मुख्य रूप से मौजूद लता भगत्यानी ,भावना मंगरानी, दिव्या अवतानी,रिया हरजानी,श्याम चांदनी भोजवानी,पूरनचंद, सोनू मदनानी, पूजा भोजवानी,वर्षा धर्माणी , दीपा लालवानी, हरीश होतचंदानी, मुरलीधर पहलाजानी, जे के मदनानी, जे पी धर्मानी, कार्यक्रम का कुशल संचालन हेमंत भोजवानी ने किया

Dr. Bhanu Pratap Singh