Agra, Uttar Pradesh, India. आगरा में जन्मे और अमेरिका में निवासरत हीरा व्यवसाई महेंद्र सिंह डागा का गत दिनों बैंकॉक में निधन हो गया। उन्होंने आगरा में समाज सेवा के अनेक कार्य किए हैं। इस संबंध में जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक श्री संघ ने प्रमेंद्र भवन जैन दादाबाड़ी में श्रद्धांजलि सभा रखी गई। स्वर्गीय डागा की मूर्ति लगाने का प्रस्ताव रखा गया।
सभा में वक्ताओं ने कहा कि महेंद्र सिंह डागा ने आगरा में सिर्फ ₹45 मासिक पर नौकरी की और दुनिया के 4 देशों में परचम फहराया। स्व. महेंद्र सिंह डागा आगरा का हीरा थे। विदेश में रहते हुए भी वे आगरा को नहीं भूले। मोती कटरा की गलियों को नहीं भूले। आगरा वालों को नहीं भूले। जैन समाज को नहीं भूले। स्व. डागा के कारण आगरा का श्वेतांबर जैन समाज गौरवान्वित हुआ है।
श्री संघ के अध्यक्ष राजकुमार जैन ने कहा कि स्व. डागा का निधन हम सबके लिए अपूरणीय क्षति है। वे व्यक्ति के रूप में एक संस्था थे। ऐसा व्यक्तित्व युगों में जन्म लेता है। हमें इस बात का गर्व है स्व. डागा का जन्म आगरा में हुआ। आपने अपने संपूर्ण जीवन में जहां व्यापार को ऊंचाइयों पर पहुंचाया वहीं जिन शासन और मानवता के लिए अपने आप को समर्पित कर दिया। आज जैन मंदिर दादाबाड़ी में आपके विकास का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। श्री जैन ने श्री संघ, ट्रस्ट और परिवार से आग्रह किया कि प्रमेंद्र भवन में स्व. डागा की मूर्ति स्थापित की जाए ताकि हम सदैव उनसे प्रेरणा लेते रहें। उन्होंने स्व. डागा को केन्द्र में रखकर यह शेर कहा-
तुम्हारे दिल की चुभन भी जरूर कम होगी,
किसी के पांव का कांटा निकाल कर देखो।
स्थानक समिति मोती कटरा के सचिव राजेश सकलेचा, आत्मानंद सभा बालूगंज के सचिव अशोक जैन एवं संजय दूगड़, अजय, शरद चौरड़िया, दुष्यंत जैन, महेंद्र जैन, प्रमोद, अजय ललवानी ने अपने विचार रखे। सभा में स्वर्गीय डागा परिवार की ओर से उनके दामाद डॉक्टर एमबी जैन और उनकी पुत्रवधू मौजूद थी। संचालन राजकुमार जैन ने किया। धन्यवाद संजय दूगड़ ने दिया।