डॉ. भानु प्रताप सिंह
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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat. आगरा जिले के पवित्र धार्मिक स्थल बटेश्वर, जो कि भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जन्मस्थली भी है, शीघ्र ही एक ऐतिहासिक उपलब्धि का साक्षी बनने जा रहा है। यहाँ 65 फीट ऊँची अटल जी की भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी, जो क्षेत्र के गौरव को वैश्विक पहचान दिलाने के साथ-साथ पर्यटन को भी नई ऊँचाइयाँ प्रदान करेगी।
इस महत्वपूर्ण घोषणा की जानकारी फतेहपुर सीकरी के सांसद एवं भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजकुमार चाहर ने दी। उन्होंने बताया कि बटेश्वर को पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने के उनके प्रयास अब साकार हो रहे हैं। सांसद चाहर ने कहा कि उन्होंने पिछले वर्ष लोकसभा के शून्यकाल में यह मुद्दा उठाया था, जिसके बाद केंद्र और प्रदेश सरकार ने इस प्रस्ताव को प्राथमिकता दी। हाल ही में, श्री चाहर को पर्यटन विभाग और संस्कृति मंत्रालय का सदस्य बनाया गया था, जिसके तहत उन्होंने केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत से भव्य प्रतिमा निर्माण की मांग रखी थी, जिसे प्रदेश सरकार ने सहमति प्रदान की है।
86 करोड़ से होगा बटेश्वर का विकास
सांसद राजकुमार चाहर ने बताया कि बटेश्वर धाम के समग्र विकास के लिए केंद्र सरकार द्वारा 86 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की जा चुकी है। इस राशि से पर्यटन, आधारभूत संरचना, पर्यावरण संरक्षण एवं सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण पर कार्य किया जाएगा। सांसद ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पर्यटन मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके “बटेश्वर को पर्यटन नगरी बनाने” के संकल्प को केंद्र और प्रदेश सरकार का पूर्ण सहयोग मिल रहा है।
दुनिया में होगी बटेश्वर की नई पहचान
सांसद ने कहा कि बटेश्वर में स्थापित होने वाली यह भव्य प्रतिमा दुनिया भर में अटल जी की विरासत का प्रतीक बनेगी और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि यह परियोजना धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन की दृष्टि से एक मील का पत्थर साबित होगी।
क्या 65 फीट ऊँची प्रतिमा बनेगी एक रिकॉर्ड?
यदि यह प्रतिमा 65 फीट से अधिक ऊँची बनाई जाती है, तो यह भारत में पूर्व प्रधानमंत्रियों की सबसे ऊँची प्रतिमाओं में से एक होगी। इससे न केवल आगरा बल्कि पूरे देश को अटल जी की प्रेरणादायक विरासत का स्मरण दिलाया जाएगा। देश में अभी तक इतनी ऊँची अटल जी की कोई प्रतिमा नहीं है, जिससे यह एक विशिष्ट रिकॉर्ड भी बन सकता है।
बटेश्वर को वैश्विक स्तर पर पहचान मिलेगा
सांसद राजकुमार चाहर ने बताया कि 65 फीट ऊँची अटल जी की प्रतिमा न केवल बटेश्वर की पहचान को वैश्विक स्तर पर पहुँचाएगी बल्कि यह भारतीय राजनीति के इस महानायक को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस ऐतिहासिक परियोजना के माध्यम से बटेश्वर धाम धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करेगा।
भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी: एक युगपुरुष का परिचय
अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के एक ऐसे युगपुरुष थे, जिन्होंने अपनी अटल विचारधारा, ओजस्वी वाणी और राष्ट्रीयता के प्रति अटूट समर्पण से भारत की जनता का दिल जीता। वे तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे और उनके कार्यकाल में देश ने परमाणु परीक्षण, सड़क क्रांति, आर्थिक सुधारों जैसे महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं।
25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में जन्मे अटल जी एक प्रखर वक्ता, संवेदनशील कवि और दृढ़ राजनेता थे। उनकी कविताएँ आज भी युवाओं को प्रेरणा देती हैं। “हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा” जैसी उनकी पंक्तियाँ हर भारतीय के मन में देशभक्ति का संचार करती हैं।
उनके नेतृत्व में भारत ने कारगिल युद्ध में विजय, स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना, और शांति वार्ता जैसे अद्वितीय कार्यों को अंजाम दिया।