शरीर, आत्मा और दिमाग तीनों के लिए बहुत लाभकारी है योग

शरीर, आत्मा और दिमाग तीनों के लिए बहुत लाभकारी है योग

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योग आपके शरीर, आत्मा और दिमाग तीनों के लिए बहुत लाभकारी है। यह आज से नहीं, बल्कि हजारों वर्षों से भारतीय संस्कृति का हिस्सा रहा है। 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस है। इसी के चलते हम हर दिन आपके लिए योग के फायदों से लेकर किस योग से कौन-सा लक्ष्य हासिल करना बेहतर होता है, यह बता रहे हैं। योग को रोजाना करने से सिर्फ आपका शरीर बीमारियों से दूर रहकर स्वस्थ नहीं होता बल्कि इससे आपके दिमाग और आत्मा का भी शुद्धिकरण होता है।
वजन घटाने के लिए योग
जब भी हम वजन घटाने के बारे में सोचें, इससे पहले यह सोचना जरूरी है कि वजन बढ़ने का क्या कारण है? क्या आपकी डाइट सही नहीं है? या किसी बीमारी की वजह से आपका वजन बढ़ रहा है? योग में सांस से जुड़ी कई आधारभूत एक्सरसाइज हैं, जो शरीर के काम करने को संतुलित और बेहतर करती हैं। योग में ऐसी कई सांसों से जुड़ी एक्सरसाइज हैं और ऐसे आसन हैं जो मेटाबोलिज्म बढ़ाते हैं। यह ठीक हो उसके बाद आप अपनी बाहरी काया पर ध्यान दे सकते हैं। योग से आपका शरीर फ्लेक्सिबल होता है, इससे मसल्स भी स्ट्रांग होती हैं। अगर आप वजन घटाने की सोच रहे हैं, तो ये कुछ आसन हैं जो आपकी मदद कर सकते हैं।
आनंद बालासन: आनंद बालासन को हैप्पी बेबी पोज भी कहा जाता है। इस आसन से दिमाग शांत होने के साथ-साथ शारीरिक तनाव भी दूर होता है। इसी के साथ वजन घटाने के लिए यह आसन मदद करता है।
आनंद बालासन करने की विधि
– मैट पर कमर के बल लेट जाएं।
– सांस को अंदर लेते हुए पैरों को ऊपर उठाएं। आपके पैर छत की ओर एकदम सीधे होने चाहिए।
– अब अपने दोनों हाथों से पैरों की उंगलियों को पकड़ें। शुरुआत में आपसे जितना हो उतना ही करें।
– अब अपनी कोहनियों और घुटनों को छाती तक लेकर आएं और पैर खोल लें।
– अपनी ठुड्डी को छाती की तरफ लाएं लेकिन आपका सिर और कमर जमीन पर ही रहनी चाहिए।
– इसी अवस्था में 30 सेकंड तक सांस लेते रहें।
– अब सांस छोड़ते हुए पूरे आसन को उल्टा करें, जिससे आप आसन से बाहर आ जाएंगे।
भेकासन: योग में इसे थोड़ा कठिन आसन माना जाता है। शुरुआत में आप इस आसन को उतना ही करें, जितना आपसे किया जा सके। धीरे-धीरे आप इसे पूरा कर पाएंगे।
कैसे करें भेकासन
– सबसे पहले मैट पर पेट के बल लेट जाएं
– अब अपनी कलाई के सहारे से धीरे-धीरे सिर को ऊपर उठाएं। शरीर के ऊपरी भाग यानी धड़ का भार आपकी कलाइयों पर होगा।
– इसके बाद दाएं घुटने को धीरे-धीरे मोड़ें। इससे आपकी एड़ी जांघों के पास आ जाएगी।
– दोनों हाथों से बाएं पैर को पकड़कर जांघों तक ले आएं।
– अपने कोहनी को आकाश की तरफ घुमाकर अपने हाथों को पैरों पर रख दें।
– अब छाती को ऊपर की ओर धीरे-धीरे उठाएं।
– इसे आराम से करें। अगर न हो तो फोर्स न करें।
– अब गहरी सांस लेते हुए इस आसन में 45 से 60 तक रहें।
– इसके बाद शरीर को धीरे-धीरे ढीला छोड़ना शुरू कर दें।
– अब पेट के बल ही लेटकर थोड़ी देर आराम करें और सांसें सामान्य होने पर इसे 2-3 बार और करें।
मलासन: इस मुद्रा में पेट और कमर की मांसपेशियों में खिंचाव होता है। इसे नियमित करने से गैस और और कब्ज की परेशानी से निजात मिलती है। इससे कमर दर्द और घुटनों के दर्द से भी छुटकारा मिलता है। पेट के दर्द से आराम मिलने के साथ-साथ पेट की चर्बी खत्म होती है।
कैसे करें मलासन
– इस आसन को करने के लिए घुटनों को मोड़कर उस अवस्था में बैठ जाएं, जैसे मल त्याग करते समय बैठते हैं।
– बैठने के बाद दोनों हाथों को कोहनियों को घुटनों पर टिका दें और हथेलियों को मिलाकर नमस्कार की मुद्रा बना लें।
– इसके बाद धीरे-धीरे सांस अंदर लें और बाहर छोड़ें।
– कुछ देर इसी स्तिथि में बैठने के बाद हाथों को खोल लें और खड़े हो जाएं।
– इसे सुबह उठने के बाद रोजाना कम से कम 10 मिनट तक करें।
-एजेंसियां

Dr. Bhanu Pratap Singh