World Migratory Bird Day

World Migratory Bird Day चल उड़ जा रे पंछी कि अब ये देश हुआ बेगाना…

NATIONAL PRESS RELEASE REGIONAL लेख

पूरे विश्व भर में पक्षी लुप्त होते जा रहे हैं। ऐसे प्रवासी पक्षियों के प्रति ध्यान आकर्षित करने के लिए मई के दूसरे शनिवार को विश्व प्रवासी पक्षी दिवस (World Migratory Birds Day) मनाया जाता है। इस बार यह दिवस 8 मई को है। मुख्य उद्देश्य संकटग्रस्त प्रवासी पक्षियों और उनके आवासों के संरक्षण की आवश्यकता पर जागरूकता उत्पन्न करना है। वर्ष 2006 से विश्व प्रवासी पक्षी दिवस मनाया जा रहा है।  

प्रवासी पक्षी से होता है पर्यावरण को लाभ

दुनिया में घटती पक्षियों की संख्या पर्यावरण के लिए नुकसानदेह है। प्रवासी पक्षी प्रवास के लिए हजारों मील की दूरी तक यात्रा करते हैं और जलस्रोत के किनारे दो से तीन महीने के लिए अपना डेरा डालने के बाद लौट जाते हैं। खास बात यह है कि जिस रास्ते से आते हैं, उसी से लौटते हैं| यह जलवायु के अनुसार साल में एक बार मई में और दूसरी बार अक्टूबर में वहां आते है जहाँ इनके लिए भोजन, प्रजनन हेतु आवास उनकी शारीरिक संरचना के अनुकूल रहता हो।

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आगरा प्रवासी पक्षियों के लिए अनुकूल  

आगरा में सूरसरोवर पक्षी विहार, एटा में पटना पक्षी विहार, भरतपुर बर्ड सेंचुरी प्रवासी पक्षियों के मुख्य प्रवास स्थल हैं| दूसरे देश से आने वाले पक्षियों को जब वहां अनुकूल मौसम नहीं मिलता है, तो वह दूसरे देश का रुख करते हैं। जहां सर्दी ज्यादा पड़ती है, तो प्रवास पर निकलते हैं और जहां गर्मी ज्यादा पड़ती है तो ठंडे इलाकों की तरफ प्रवास करने निकलते हैं। तिब्बत, मंगोलिया, चीन, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों से भी पक्षी प्रवास पर निकलते हैं। एक झुंड में यह चलते हैं और 20 से 25 दिन तक कुछ समय कहीं ठहरने के पश्चात मूवमेंट कर सकते हैं।

आगरा में बढ़ सकता है पर्यटन

जैसे मानव को रोटी, कपड़ा और मकान की ज़रूरत होती है उसी तरह सब तरह के एनिमल्स को होती है| अतः सरकार को पक्षियों के खाने व रहने की सुरक्षा के लिए बजट के साथ अच्छे wildlife स्टाफ़ होना चाहिए। इसके लिए हमें छात्रों को जागरूक करना होगा। आगरा में प्रवासी पक्षियों से पर्यटन बढ़ सकता है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो फिल्मी गीत ये पंक्ति सार्थक हो जाएगी- चल उड़ जा रे पंछी कि अब ये देश हुआ बेगाना..।

rajiv gupta
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राजीव गुप्ता जनस्नेही

लोकस्वर,  आगरा

फोन नंबर 98370 97850