Mathura (Uttar Pradesh, India)। मथुरा। अपराधों से अकूत संपत्ति अर्जित करने वाले लोगों की संपत्ति जब्त होने की बात सुन कर ही आम आदमी को बेहद सुखद अहसास होता है। लोगों को लगने लगता है कि उसकी समस्त चल, अचल संपत्ति कुर्क कर ली जाएगी। बैंक अकाउंट सीज कर दिये जाएंगे। वह कंगाल हो जाएगा और कहीं का नहीं रहेगा। कानून के जानकार जब गैंगस्टर के आरोपियों के खिलाफ की जाने वाली इस कार्रवाही की व्याख्या करते हैं तो यह अहसास इतना सुखद नहीं रह जाता है।
कई पेट्रोल पम्प, स्कूल और बेशकीमती भूखंड के मालिक मनोज की सिर्फ एक दुकान हो सकी कुर्क
वरिष्ठ अधिवक्ता एल.के गौतम कहते हैं कि नियम बेहद जटिल हैं, जिनका लाभ ऐस बडे अपराधी उठाते हैं। इस के तहत सिर्फ उसी प्रॉपर्टी को जब्त किया जा सकता है जो मुकदमा दर्ज होने के बाद खरीदी गई हो। अपराधी या उसकी पत्नी के नाम हो। परिवार के किसी अन्य सदस्य के नाम होने पर उसे जब्त नहीं किया जा सकता। मनोज गोयल को भी इस का लाभ मिलेगा और इसी तरह के दूसरे बडे अपराधियों को भी। बडा सवाल यही रह जाता है कि कुर्की की कार्रवाही से क्या गैंगस्टर डरेगा?
दो राज्यों से लगती सीमा अपराधियों के लिए मथुरा को सेफ जोन बनाती है
हरियाणा और राजस्थान की सीमाओं की छूती कान्हा की नगरी और माफिया एक दूसरे के पर्याय बने हुए हैं। तेल माफिया, भू माफिया, मूर्ति तस्कर, शराब माफिया, टटलूबाज ही नहीं जीव जंतुओं की तस्करी और अपहरण उद्योग के लिए भी मथुरा बदनाम रहा है। दो राज्यों से लगती सीमा अपराधियों के लिए मथुरा को सेफ जोन बनाती है। हत्या कर शव ठिकाने लगाने के लिए भी मथुरा को अपराधी चुनते हैं। इतना ही नहीं साइबर क्रमिनल मथुरा में बैठकर एनसीआर के लोगों से ठगी कर रहे हैं तो टटलू वर्षों से ऐसा करते रहे हैं।
2017 में रासुका के तहत हो चुकी है मनोज गोयल पर कार्रवाई
मनोज गोयल की संपत्ति को लेकर तत्कालीन एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने जिलाधिकारी आगरा को पत्र लिखा था। उसके बाद यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। कमला नगर सेंट्रल बिजनेस पार्क के पास मनोज गोयल की एक दुकान जब्त की गई है। जिसकी कीमत 1.15 करोड़ रुपये बताई गई है। दुकान वापस लेने के लिए मनोज गोयल को कोर्ट में यह साबित करना होगा कि उसने यह दुकान और कार अपराध से कमाए रुपये से नहीं खरीदी।
तेल माफिया बताकर पुलिस के द्वारा प्रदेशभर में कार्रवाई का ढिंढोरा पीटा गया
2017 में रिफाइनरी की पाइप लाइन से तेल चोरी के खुलासे के बाद सुर्खियों में आये मनोज गोयल पर कार्रवाही को लेकर जिला पुलिस पुलिस प्रशासन अपनी पीठ थपथपा रहा है। तेल माफिया बताकर पुलिस के द्वारा प्रदेशभर में कार्रवाई का ढिंढोरा पीटा गया। कई पेट्रोल पंप, स्कूल और बेशकीमती भूखंड के मालिक मनोज गोयल के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई की बात आई तो सिर्फ एक दुकान और कार को ही चिन्हित किया जा सका।
रिफाइनरी से पाइप लाइन में वॉल्व लगाकर तेल की चोरी की जा रही थी
इस मुकदमे में पुलिस ने 16 मई 2017 को कोर्ट में चार्जशीट पेश की थी। मनोज गोयल के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई थी। मथुरा के हाईवे थाना पुलिस ने अपनी जांच रिपोर्ट में यह लिखा था कि पाइप लाइन में वॉल्व लगाकर तेल की चोरी की जा रही थी। यह चोरी वर्ष 2015 से की जा रही थी। रिफाइनरी के अधिकारियों ने जांच के बाद बताया था कि करीब 380000 लीटर पेट्रोल चोरी हुआ था। उस समय उसकी कीमत 24649300 रुपये थी। मनोज गोयल और उसके साथियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा लिखा गया था। उसी मुकदमे में चार्जशीट के बाद 14(1) के तहत संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई होनी थी। पिछले एक साल से कार्रवाई लटकी हुई थी। आगरा के नेहरू नगर निवासी मनोज गोयल पुत्र घूरेलाल गोयल को मथुरा रिफाइनरी की पाइप लाइन वाल्व लगाकर तेल चोरी के आरोप में वर्ष 2017 में जेल भेजा गया था।
सरकार की मंशा के अनुरूप माफिया और टॉप टेन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है
इससे पहले थाना यमुनापार पुलिस भी इसी तरह की कार्रवाई कर चुकी है। थाना यमुनापार में गैंगस्टर में निरूद्ध एक शराब माफिया पर कार्रवाई की गई जिसमें उसके करीब 9 लाख रूपये की कीमत के एक प्लाट को जब्त किया गया है। कानपुर में हुए विकास दुबे कांड के बाद सरकार की मंशा के अनुरूप माफिया और टॉप टेन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है। यह कार्रवाही पूरे प्रदेश में की जा रही है। मथुरा में भी इसी के तहत टॉप टेन अपराधियों की जनपद और थाना स्तर पर सूची तैयार की जा रही है। कई थानों में यह काम कर लिया गया है। हाल ही में जनपद के नोडल अधिकारी बना कर भेजे गये एडीजे अजय आनंद ने इस बात का खुलासा किया कि टाप टेन अपराधी और ऐसा माफिया जिन्होंने अपराध के जरिये अकूत संपत्ति जब्त की है उनके खिलाफ कार्रवाही की जाएगी। उन्होंने थाना गोवर्धन का औचक निरीक्षण कर टॉप टेन की सूची पर नाराजगी जताई थी उन्हें यह सूची आधी अधूरी मिली थी।
मनोज नामक व्यक्ति जिसके उपर गैंगस्टर का भी मुकदमा था, कई अन्य मुकदमे भी उस पर लगे थे
डा.गौरव ग्रोवर, एसएसपी मथुरा ने बताया कि लगातार जो जनपद में टॉप टेन हैं या माफिया किस्म के अपराधी हैं उनके खिलाफ लगातार कार्रवाई चल रही है। इसी क्रम में थाना हाइवे से संबंधित एक तेल चोरी की घटना विगत वर्षों में की गई थी उसमें मनोज नामक व्यक्ति जिसके उपर गैंगस्टर का भी मुकदमा था, कई अन्य मुकदमे भी उस पर लगे हुए थे। उसी में गैंगस्टर एक्ट के तहत उसकी एक संपत्ति जिसकी कीमत 1.15 करोड के करीब है उसे कुर्क किया गया है। एक गाडी को भी कुर्क किया जाएगा है। आगे भी अपराधिक तत्वों द्वारा जो संपत्ति बनाई जाती है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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