बचपन की आदत रखेंगी कोरोना को दूर, हाथों को रखें साफ

HEALTH REGIONAL

Hathras (Uttar Pradesh, India)  खांसते या छींकते वक़्त मुँह पर हाथ रखना और फिर उसके बाद हाथों को पानी-साबुन से साफ करना, हमें बचपन से ही सिखाया गया है। कोरोना वायरस जैसी महामारी में भी हमें इस बात का विशेष तौर पर ध्यान रखना है। हमें समय-समय पर अपने हाथों को धोना है अगर हाथ धोने की उचित व्यवस्था न हो तो सेनिटाइजर का प्रयोग करना है। दुनियाभर के स्वास्थ्य विशेषयज्ञ इस समय मास्क पहनने की सलाह दे रहे हैं। तमाम अध्ययनो से पता चला है कि खाँसते और छींकते समय मास्क पहनने से ड्रापलेट इंफेक्शन से बचा जा सकता है। 

अगर मास्क की बात करें तो इसे ठीक ढंग से पहनना बेहद आवश्यक है। गलत तरह से इस्तेमाल करने पर मास्क नई मुश्किलें भी खड़ी कर सकता है। ऐसे में हमें यह पता होना चाहिए कि इसे पहनते वक्त हमें क्या सावधानियां रखनी हैं। जानकारों की मानें तो मास्क को ठीक तरह से पहनने और डिस्पोज करना चाहिए। इससे ट्रांसमिशन को बढ़ने से रोक सकते हैं।

जिला स्वास्थ्य शिक्षा सूचना अधिकारी सुचिका सहाय ने बताया कि मास्क को ध्यान से पहनें और देखें की ये आपके मुंह और नाक को ठीक तरह से ढ़क रहा हो। इसके बाद इसे ठीक तरह से बांधें, जिससे चेहरे पर कहीं भी जगह तैयार न हो। इसे छूने से बचें तथा सही तरीके से उतारे। मास्क हटाते समय ध्यान रखें की सामने वाला हिस्सा न छुएं और पीछे की तरफ से खोलें। जब मास्क खराब हो जाए तो उसे किसी साफ और सूखे मास्क से बदल दें। एक बार प्रयोग होने वाले मास्क को दोबारा उपयोग में न लें। 

उन्होंने कहा कि देखने में आ रहा है की कई लोग गर्मी या कई दूसरे कारणों के चलते अपनी नाक को मास्क के बाहर रखते हैं। ऐसा करना खतरनाक है। अगर बाहर निकलें हैं तो मास्क से मुंह और नाक को पूरी तरह कवर करें। नाक बाहर आने की स्थिति में मास्क पहनना या न पहनना एक ही बात है।  इसके अलावा हमें वायरस से बचने के लिए कम से कम एक दूसरे से 6 फीट की दूरी रखनी चाहिए।