मंविवि में “रेलेवंस ऑफ़ कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) इन टैकलिंग कोविड-19” पर वेबिनार

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Aligarh (Uttar Pradesh, India) मंगलायतन विश्वविद्यालय तथा हिमालयन विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में एक अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन हुआ। जिसका विषय “रेलेवंस ऑफ़ कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) इन टैकलिंग कोविड-19” था। मुख्य वक्ता रिटायर्ड आईएएस, त्रिपुरा सरकार के पूर्व चीफ सेक्रेटरी संजय कुमार पांडा ने शुरुआत करते हुए सीएसआर और कोरोना काल में सीएसआर के प्रभाव की बात की। उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए दोनों ही विषय पर विवरण देते हुए कॉरपोरेट जगत की जिम्मेदारी का आकलन किया।

सीएसआर फंड को उचित तरीके से प्रयोग में लाना चाहिए  

दूसरे मुख्य वक्ता “इंडियन सोशल रिस्पांसबिलिटी नेटवर्क” के सीईओ संतोष गुप्ता ने उत्साह पूर्वक संदेश देते हुए कहा कि हमें ऐसे काल में भी कोरोना से हार नहीं माननी है और इन कठिनाइयों का सामना सकारात्मक भाव के साथ करना है। उन्होंने कहा कि सीएसआर फंड को कॉर्पोरेट जगत द्वारा उचित तरीके से प्रयोग में लाया जाना चाहिए। मंविवि के डीन प्रो. शिवाजी सरकार ने अर्थशास्त्र की जानकारियों को साझा करते हुए कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी की बारीकियों को बताया। उन्होंने सीएसआर से जुड़े आंकड़े उजागर करते हुए उसके परिणाम एवं समाज में सीएसआर की भूमिका के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि सीएसआर के समन्वय की जरूरत है, जिससे इसका सही उपयोग हो सके। 

अपने नैतिक कार्य करने होंगे

हिमालयन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एच. एस. शर्मा ने सीएसआर की बिंदुओं पर गौर देने के साथ-साथ भावनात्मक संदेश दिया, उन्होंने कहा कि कोरोना प्रकृति से छेड़छाड़ करने का ही नतीजा है और यदि हम अपने आप को ईश्वर के समान ही रखंगे तो सदैव ही ऐसी महामारी के प्रकोप से नहीं बच पाएंगे। हमे ईश्वर को सर्वोत्तम मानकर अपने नैतिक कार्य करने होंगे। मंगलायतन विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपति डॉ. ए.के. मिश्रा ने सीएसआर जगत से ताल्लुक रखते हुए अपनी जानकारी दी तथा देश के नाम अपने भाव को रखते हुए कहा कि भारत कोरोना से जरूर जीतेगा और मुश्किल का सामना डटकर करेगा। उन्होंने जय हिन्द कहकर अपनी बात को सम्पूर्ण किया।

ये थे मौजूद 
वेबिनार का संयोजन करते हुए जॉइंट डायरेक्टर ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट तथा एफटेल डॉ. धीरज कुमार गर्ग ने कहा कि कोरोना से सम्पूर्ण समाज, विश्व को मिलकर लड़ना होगा। ये समस्या किसी एक व्यक्ति की समस्या नहीं है। समाज में सम्मलित सरकारी, कॉर्पोरेट तथा आमआदमी को मिलकर अपनी जिम्मेदारी तय करनी होंगी। कार्यक्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय आदि के छात्रों, प्रवक्ताओं ने भाग लिया। इस दौरान विश्वविद्यालय के चेयरमैन हेमंत गोयल, कुलसचिव ब्रिगेडियर समरवीर सिंह, कुलसचिव हिमालयन विवि डॉ.विवेक मित्तल, जॉइंट रजिस्ट्रार डॉ. दिनेश शर्मा, एचआर डॉ. अंकुर अग्रवाल, प्रो. जयंती लाल जैन, डॉ.पूनम रानी,डॉ. सिद्धार्थ जैन, लव मित्तल, शिखा शर्मा आदि मौजूद थे।