MAYUR MAHESHWARI ceo UPSIDA

UPSIDA के CEO मयूर माहेश्वरी उद्यमियों से रूबरू, कहा- यूपी में होंगे ये दो बड़े काम

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-ईपीआईपी आगरा को देश में मॉडल बनाएंगे

-श्रमिकों के घरों तक पहुंचाए जाएंगे मास्क

Agra, Uttar Pradesh, India. उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) के मुख्य अधिशासी अधिकारी (UPSIDA CEO) मयूर माहेश्वरी (UPSIDA CEO Mayur maheshwari) ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (VC) के जरिए आगरा के प्रमुख उद्यमियों (Industrial of Agra) से बातचीत की। उन्होंने वैश्विक कोरोना महामारी  (corona epidemic) से निपटने में यूपीसीडा ((UPSIDA) के प्रयासों की जानकारी दी। आह्वान किया कि गांवों में फैल रहे कोविड (Corona in villages) को रोकना है। इसके लिए श्रमिकों का जागरूक करना होगा। कोविड से निपटने (Fight against corona) में प्रयोग होने वाले उपकरणों के अधिकाधिक उत्पादन पर जोर दिया। साथ ही आश्वस्त किया कि ईपीआईपी (निर्यात प्रोत्साहन औद्योगिक पार्क) आगरा (EPIP Agra) को पूरे देश के लिए मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। ऑक्सीजन ग्रिड बनेगा। इस तरह यूपी में दो बड़े काम होंगे। इस निमित्त उन्होंने ईपीआईपी और उद्यमी एसोसिएशन से समेकित प्लान मांगा है।

आगरा मंडल के उद्यमियों ने 550 बेड के Isolation center बनाए

श्री माहेश्वरी ने बताया कि पूरे उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन ग्रिड की स्थापना की जा रही है। इससे 350 टन लिक्विड ऑक्सीजन का प्रतिदिन उत्पादन होगा। इसके लिए कोसी, कोटवन, मथुरा (Oxygen grid in kosi Mathura UP) में फ्रांस की कम्पनी एयर लिक्विड को भूमि आवंटन की जा रही है। यूपीसीडा के प्रयासों से आगरा मंडल के उद्यमियों ने 550 बेड के आइसोलेशन सेन्टर (Isolation center) स्थापित किए हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने नई ऑक्सीजन नीति (Oxygen policy in UP) जारी की है। इसके तहत ऑक्सीजन प्लांट लगाने पर 15 से 25 फीसदी अनुदान का प्रावधान है। ऑक्सीजन प्लांट और चिकित्सा उपकरण बनाने वाली इकाइयों को प्राथमिकता पर भूमि आवंटन किया जा रहा है।

Von Wellx Germany के सीईओ आशीष जैन का सुझाव

वॉन वैलेक्स जर्मनी (Von Wellx Germany) के सीईओ आशीष जैन (CEO Ahish jain) ने बताया कि उनकी कंपनी ने ‘द नेचुरो’ ब्रांड के 10 हजार जोड़ी हेल्दी जूता-चप्पल चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टाफ को दान किए गए हैं। उन्होंने श्री माहेश्वरी को सुझाव दिया कि कोविड के संबंध में श्रमिकों को जागरूक करने की जरूरत है। श्रमिकों के घरों तक मास्क पहुंचाए जाएं। ईपीआईपी में जागरूकता पोस्टर लगाए जाएंगे। इस पर श्री माहेश्वरी ने कहा कि ईपीआईपी और उद्यमी एसोसिएशन मिलकर पोस्टर लगाएं। मास्क और मेडिसन किट श्रमिकों को दें। इस निमित्त वॉन वैलेक्स जर्मनी कंपनी को नेतृत्व की जिम्मेदारी दी गई। श्रमिकों को 2000 मास्क वितरित करेंगे।

वे बातें जो उद्यमियों ने साझा कीं

एफमेक के अध्यक्ष पूरन डाबर ने अवगत कराया कि आगरा ट्रेड सेंटर, सींगना में हमारी संस्था ने 250 बेड का हॉस्पिटल बनाया है। यहां कोविड मरीज भर्ती हैं। बाह्य रोगी सेवा भी शुरू की जा रही है। गुप्ता इंडस्ट्रीज के गोपाल गुप्ता ने कहा कि परिवहन विभाग ईपीआईपी तक बसें चलाए। उसे पहले दिन से लाभ होगा। यूरो सेफ्टी के यश अग्रवाल ने बताया कि कोविड के संबंध में उनकी कंपनी पीपीई किट, मास्क आदि पहले से ही बना रही है। रजत अस्थाना ने सुझाव दिया कि ईपीआईपी भवन में डिस्पेंसरी बनाएं ताकि श्रमिकों और आसपास के लोगों को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके। इस पर सहमति जताई। किशोर एक्सोपर्ट के दीपक ने बताया कि उद्यमी अपने स्तर से कोरोना की रोकथाम के उपाय कर रहे हैं।

EPIP के रखरखाव का जिम्मा एसपीवी को देंगे

पार्कों के रखरखाव, सफाई और ड्रेनेज की समस्या को लेकर चर्चा हुई। औद्योगिक क्षेत्र के रखरखाव के लिए स्पेशल परपज व्हीकल (एसपीवी) के माध्यम से कार्य करने का अनुरोध किया गया। श्री माहेश्वरी ने उद्यमियों को आश्वासन दिया कि शीघ्र ही बताई गई समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा। उन्होंने यूपीसीडा के अधिशासी अभियंता को निर्देश दिया कि उद्यमियों की एसोसिएशन के साथ क्षेत्र का भ्रमण करें। समस्याओं के निस्तारण के लिए आगणन प्रस्तुत करें। बाद में रखरखाव का जिम्मा एसपीवी को दे दिया जाए। पार्कों को रखरखाव के लिए एसोसिएशन को गोद दे दिया जाए। ईपीआईपी के प्रवेश द्वार पर रखे खोखों को उचित स्थान पर स्थापित करने का सुझाव दिया गया।

क्षेत्रीय प्रबंधक विनोद कुमार ने क्या कहा

यूपीएसआईसी आगरा के क्षेत्रीय प्रबंधक विनोद कुमार ने बताया कि वर्तमान सीईओ श्री माहेश्वरी ने ज्यादातर अधिकार क्षेत्रीय स्तर पर दे दिए हैं, जिससे समस्याओं के निस्तारण में तेजी आई है। अब अनुमोदन के लिए प्रस्ताव लखनऊ नहीं भेजने पड़ते हैं। अब उद्यमी घर बैठकर सातों दिन चौबीसो घंटे आवेदन कर सकते हैं। सभी समस्याओं के निस्तारण की समय सीमा निर्धारित कर दी, जिससे पारदर्शिता बढ़ी है। ईपीआईपी के प्रवेश द्वार पर हेल्प डेस्क बनाने का निर्देश दिया गया है। इंजीनियर एके जैन भी वीसी में उपस्थित रहे।

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