Agra News: फ़िल्म ‘स्पेशल 26’ की तर्ज पर छापा, बिजनेसमैन के ठिकाने पर फर्जी एडीए अधिकारियों की टीम ने मारी रेड, 40000 की घूस ले गए फर्जी अधिकारी – Up18 News

फिल्म ‘स्पेशल 26’ की तर्ज पर छापा, बिजनेसमैन के ठिकाने पर फर्जी एडीए अधिकारियों की टीम ने मारी रेड, 40000 की घूस ले गए फर्जी अधिकारी

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सफेद रंग की हौंडा सिटी कार से पहुंची थी नकली टीम

साल 2013 में बड़े पर्दे पर रिलीज़ हुई फिल्म “स्पेशल 26” का रीमेक तो नहीं बना सका परन्तु समय-समय पर “स्पेशल 26″ की तर्ज पर ठगी जरूर होती रही है ।

आगरा में बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार की फिल्म ”स्पेशल 26” की तर्ज पर नकली एडीए अधिकारियों ने की छापामार कार्यवाही, छापा मारने वाले फर्जी अधिकारीयों द्वारा लाई गई कार भी फर्जी, यही नहीं फर्जी नोटिस भी साथ में लेकर आए, शहर में एक उद्यमी के घर ए.डी.ए अधिकारी बनकर पहुंचे 4 आरोपी घर में घुसकर उद्यमी को डरा धमका कर 40000 हजार रुपए की ठगी को अंजाम देकर फरार हो गए।

रेकी कर दिया वारदात को अंजाम

न्यू आगरा क्षेत्र में फर्जी “एडीए अधिकारियों” ने रेकी करने के पश्चात उद्यमी को डरा धमका कर बिल्डिंग में सील लगाने व फैक्ट्री सील करने के नाम पर वसूल लिए ₹40000 रुपए, वारदात को अंजाम देने से पहले क्षेत्र का मुआयना किया गया, फिर सोची समझी साजिश के तहत की गई छापामार कार्यवाही।

मामला थाना न्यू आगरा क्षेत्र के नगला पदी का है जहां एक गली में निर्माण कार्य चल रहा था। उद्यमी परिवार के साथ घर पर थे । दोपहर को लगभग 2 बजे के करीब 4 लोग एक सफेद रंग की होंडा सिटी कार लेकर उनके घर पहुंचे, इस दौरान कार से दो लोग उतरे दोनों ने अपने आपको एडीए का अधिकारी बताया फिर बातचीत शुरू की, फर्जी अधिकारियों द्वारा पूछा गया कि घर पर निर्माण कार्य चल रहा है, इस निर्माण कार्य की परमिशन आपको किसने दी है क्या आपके पास निर्माण कार्य कराने की परमिशन है, फर्जी अधिकारियों ने परमिशन के दस्तावेज़ मांगे । इस दौरान उन्होंने बताया कि वे एडीए से आए हैं और हमारे विभाग को आपके खिलाफ शिकायत मिली है, कहकर जांच की बात की।  कहा कि हमारे बड़े अधिकारी कार में बैठे है बताओ क्या करना है, उद्यमी हड़बड़ा गया । उसे कुछ समझ ना आया। उद्यमी से फर्जी अधिकारियों ने कहा कि बड़े अधिकारी आए हैं, बिना नोटिस चस्पा किए नहीं जाएंगे। इस पर उद्यमी ने कहा, बैठो आपको चाय पिलवाते हैं। कथित तौर पर छापा मारने आए फर्जी अधिकारियों ने आव देखा ना ताव सीधे निर्माण कार्य पर कार्यवाही न करने के एवज में 60000 रुपए की मांग कर दी। सौदा 60000 से शुरू होते-होते 40000 रुपए पर जा कर खत्म हुआ। इस दौरान फर्जी नोटिस भी फर्जी अधिकारियों द्वारा दिखाया गया। उद्यमी के घर में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का कार्य होता है। उद्यमी से कहा गया अभी मामला सिमट गया तो सही वरना मामला ऐसे नहीं सिमट पाएगा, घर पर सीलिंग की कार्यवाही की जाएगी।

सूत्रों की मानें तो उद्यमी ने 40000 रुपए का बंदोबस्त किया। सफेद रंग की कार में आए फर्जी एडीए अधिकारियों को खुश कर के भेज दिया गया। मामला 3 दिन बाद मीडिया में आया लेकिन मामला तथाकथितों से संबंधित था, इसलिए दबा दिया गया ।

“पुलिस को नहीं है मामले की भनक, ठगी करने वालों के हौसले बुलंद”

ठगी करने के बाद अपराधियों के हौसले बुलंद है क्योंकि जिनके साथ ठगी होती है वह किसी न किसी मजबूरी के चलते पुलिस कार्यवाही नहीं चाहते हैं और इसका पूरा फायदा ठगी करने वाले शातिरों को मिलता है जिसके बाद, शातिर इसी प्रकार के लोगों की तलाश कर पूरी तैयारी से ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं, फिल्म स्पेशल 26 में जिस प्रकार नकली इनकम टैक्स अधिकारी बनकर ठगी की गई थी उसी की तर्ज पर आगरा में कुछ लोगों का ग्रुप सक्रिय हो चुका है जिसकी भनक अभी पुलिस महकमे को नहीं है क्योंकि ठगी का शिकार होने वाले लोग पुलिस से शिकायत नहीं करते हैं, जिसके बाद अपराधियों के हौसले बुलंदियों पर है, अब देखना यह है कि मामला प्रकाश में आने के बाद पुलिस अपनी ओर से क्या कार्यवाही करती है।

रुपए मिलने के बाद फंसाने की फिर धमकी

अज्ञात लोगों ने नगला पदी निवासी उद्यमी से फर्जी अधिकारी बनकर 40000 रुपए हड़पने के पश्चात जब मामला प्रकाश में आने की सूचना मिली तो फर्जी अधिकारियों द्वारा उद्यमी को धमकाया गया। कहा गया की किसी भी तरह की कोई भी शिकायत न करें, हमारा कुछ नहीं होगा पर तुम्हारे घर पर सील लग जायेगी, फर्जी अधिकारियों की इस बात से उद्यमी घबराकर मुंह खोलने को तैयार नहीं है। परिवार के सदस्य भयभीत है।

क्या संबंधित विभाग करेगा कार्यवाही?

एडीए के फर्जी अधिकारियों द्वारा उद्यमी से 40000 रुपए ठगने के बाद बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या आगरा विकास प्राधिकरण फर्जी अधिकारियों पर असली कार्यवाही करेगा, क्योंकि हो सकता है शहर में इस प्रकार के ऐसे और भी फर्जी अधिकारी बन कर घूम रहे हो और भोले-भाले लोगों को ठग रहे हों। यह भी हो सकता है कि यही फर्जी अधिकारी गिरोह भोले-भाले लोगों को कई बार ठग चुका हो या अपने अगले शिकार को ठगने की नई साजिश रच रहे हो। मामला गंभीर है। जांच की जाए तो दूध का दूध पानी का पानी हो सकता है।

Dr. Bhanu Pratap Singh