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यूपी विधान सभा चुनाव 2022: सिंधी, पंजाबी, सिख समाज को एकजुट करने की मुहिम, भाजपा से मांगे 50 टिकट

NATIONAL POLITICS PRESS RELEASE REGIONAL

Agra, Uttar Pradesh, India. प्रमुख समाजसेवी एवं ‘आत्मनिर्भरःएक प्रयास’ के अध्यक्ष राजेश खुराना उ.प्र. विधानसभा चुनाव-2022 को ध्यान में रखते हुए एक मुहिम शुरू करने जा रहे हैं। यह मुहिम है सिंधी, पंजाबी औऱ सिख समाज को एकजुट करके प्रत्याशी खड़े करने की। उनका कहना है कि हम भारतीय जनता पार्टी से मांग करते हैं कि आगरा समेत उत्तर प्रदेश में सिंधी, पंजाबी औऱ सिख समाज को कम से कम 50 टिकट दिए जाएं। इससे कम पर बात मंजूर नहीं होगी।

मार्शल कौम, धर्म, देश और समाज के सेवक

श्री खुराना का कहना है कि आगरा में हर विधानसभा क्षेत्र में सिंधी, पंजाबी और सिख एक लाख से ऊपर हैं। सिंधी, पंजाबी और सिख ऐसा समाज है जो देश में अत्यधिक टैक्स देता है। धर्म और देश की रक्षा के लिए अनगिनत बलिदान दिए हैं। ईमानदारी और जिम्मेदारी के साथ देश सेवा करते हैं। मार्शल कौम है। इसके बाद भी सिंधी, पंजाबी और सिख को कोई राजनीतिक पार्टी टिकट नहीं देती है। हमारी मांग है कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में समाज के 50 लोगों को टिकट दिया जाए।

अलग करना चाहते हैं राजनीतिक दल

उन्होंने कहा कि चतुर राजनीतिक दल सिंधी, पंजाबी, सिख समाज को अलग-अलग करना चाहते हैं।  उसके पीछे कारण एक ही है कि सिंधी, पंजाबी और सिख मिलकर विधानसभा चुनाव में टिकटों की दावेदारी न कर दे। सिंधी, पंजाबी और सिख समाज से अपील है कि एकता को हर हाल में बनाये रखें। पार्टियों को अपनी ताकत एक बार ऐसी दिखाओ कि आगरा जनपद के साथ – साथ उत्तर प्रदेश में कम से कम 50 टिकट देने को मजबूर हो जाएं।

निर्दलीय प्रत्याशी खड़ा करने पर भी विचार

श्री खुराना ने कहा कि टिकट के लिए हमारा पहला दावा भारतीय जनता पार्टी की तरफ है क्योंकि हमारा समाज भाजपा प्रत्याशियों को जमकर वोटिंग करता है। अगर बीजेपी हमारी अनदेखी करती हैं तो उसके बाद दूसरे दलों से बात करेंगे। सिख, सिंधी और पंजाबी किसी को भी टिकट मिले, पूरा समाज एक होकर तन, मन, धन से उसको विजयी बनाए। अगर फिर भी कोई पार्टी टिकट नहीं देती है, तो समाज के व्यक्ति को निर्दलीय खड़ा करें, उसे एकजुट होकर वोट दें ताकि राजनीतिक दल हमारी ताकत को समझ सकें।