मथुरा में किन्नरों के चंगुल से बचीं आगरा की दो सहेलियां

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Mathura (Uttar Pradesh, India) मथुरा मथुरा में आगरा की दो नाबालिग लडकियां पहले लपकों और इसके बाद किन्नरों के चंगुल में आने से किसी तरह बच गईं। दोनों ही नाबालिग को भाग्यशाली की कहा जाएगा। कई बार उनकी जिंदगी दांव पर लगते लगते रह गई। पुलिस द्वारा बताया गया कि न्यू आगरा के अबुल उलाह दरगाह निवासी 12 साल की बालिका के पिता ऑटो चालक हैं, जबकि टेढ़ी बगिया निवासी 14 साल की किशोरी के पिता राजमिस्त्री हैं। बालिका और किशोरी में पहचान थी। पांच दिन पहले माता-पिता ने किसी बात पर दोनों को डांट दिया था। इस पर घर से निकल गईं। वो वाहनों में बैठकर टूंडला, फिरोजाबाद और हाथरस तक गईं। शुक्रवार को उन्हें एक वाहन चालक मथुरा छोड़ गया। शुक्रवार को मथुरा पहुंच गईं। वह बस स्टैंड पर बैठी हुई थीं। यहां उन्हें पहले कुछ युवकों ने, इसके बाद किन्नरों ने जबरन अपने साथ ले जाने का प्रयास किया। सहेलियों ने वहां तैनात पुलिसकर्मियों से मदद मांगी। इस पर पुलिस ने पहुंचकर दोनों को बचाया।

पुलिसकर्मियों के पास पहुंच कर मदद मांगी, तब जान बची

बाद में चाइल्ड लाइन की मदद से आगरा भेज दिया। बाल कल्याण समिति के आदेश पर दोनों को रविवार को परिजनों के सुपुर्द किया गया। यहां दोनो ही नाबालिग लडकियों को पहले तो एक आटो चालक ने अपने झांसे में लेने का प्रयास किया, जब वह नहीं मानीं तो ऑटो चालक जबरन अपने साथ ले जाने का प्रयास करने लगा। इस बीच कुछ युवक आ गये इसके बाद ऑटो चालक चला गया लेकिन ये युवक अब उनके पीछे पड गये और साथ ले जाने की कहने लगे। दोनों ने साथ जाने से मान कर दिया। अभी यह आफत टली भी नहीं थी कि एक किन्नर वहां आ गया। किन्नर ने दोनों को आसरा देने की बात की। इसी बीच वहां पुलिसकर्मी आ गये। दोनों बालिकाओं ने इस मौके का फायदा उठाया और पुलिसकर्मियों के पास पहुंच कर मदद मांगी। इसे देख किन्नर वहां से भाग निकला। बालिका और किशोरी को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया। दोनों के आगरा के होने के कारण यहां भेज दिया गया।

Dr. Bhanu Pratap Singh