baijant devi group of schools

आज मैं बैजंती देवी ग्रुप के दो भ्राताओं की ‘उड़ान’ के बारे में बात कर रहा हूँ…

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सीएल कॉन्वेंट पब्लिक स्कूल के वार्षिक खेल उत्सव उड़ान को देखने के बाद बैजंती देवी ग्रुप ऑफ स्कूल्स के निदेशकगण तपेश शर्मा और नितेश शर्मा के बारे में लिखने को बाध्य हो गया

डॉ. भानु प्रताप सिंह

Agra, Uttar Pradesh, India. आज मैं दो भ्राताओं के बारे में बात कर रहा हूँ। बिलकुल राम-लखन जैसे। दाऊ जी-कान्हा जैसे। नकुल-सहदेव जैसे। करण-अर्जुन जैसे। अशफाक उल्ला खां और रामप्रसाद बिस्मिल जैसे। ये मत सोचना कि मैं आगरा के दो भाइयों को राम-लखन बना रहा हूँ। मैं तो सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि दोनों भाइयों में कहीं न कहीं उनकी झलक दिखती है। एकदूसरे के सुख-दुख के सहभागी हैं। मैं बात कर रहा हूँ स्व. विद्या शंकर शर्मा के पुत्र तपेश शर्मा और नितेश शर्मा के बारे में। पिता की आज्ञा शिरोधार्य कर राम जी वन को प्रस्थान कर गए थे और लखनलाल पीछे-पीछे चल दिए थे। उसी तरह से तपेश शर्मा और नितेश शर्मा अपने पिता की आज्ञानुसार शिक्षा का उजियारा फैलाने में लगे हुए हैं। बैजंती देवी ग्रुफ ऑफ स्कूल्स (Baijanti Devi Group of Schools) के माध्यम से वह कर हैं, जो एक श्रेष्ठ शिक्षक और स्कूल संचालक का कर्तव्य है।

 

यूं तो आगरा में बहुत सारे विद्यालय हैं। एक से बढ़कर एक हैं। इनमें अधिकांशतः सीबीएसई या आईसीएससी बोर्ड से संबद्ध  हैं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद (यूपी बोर्ड) से संबद्ध स्कूल का श्रेष्ठ होना अपने आप में बड़ी बात है। यही काम किया है तपेश शर्मा और नितेश शर्मा ने। बैजंती देवी इंटर कॉलेज में किताबी शिक्षा के साथ शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास के लिए शिक्षणेत्तर गतिविधियों पर खासा जोर है। मुझे तीन बार बैजंती देवी ग्रुफ ऑफ स्कूल्स के कार्यक्रमों में अतिथि बतौर भाग लेने का अवसर मिला है। मैंने पाया कि विद्यार्थियों की मेधा पर धार रखने का काम सुंदर ढंग से किया जा रहा है। फिर वह प्रायोगिक ज्ञान हो, खेल हो, सांस्कृतिक गतिविधियां हों या विनोदपूर्ण कार्यक्रम।

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सीएल कानवेंट स्कूल आगरा के खेल दिवस पर मंचासीन अतिथि।

आपको बता दूँ कि श्रीमती बैजंती देवी स्कूल की स्थापना सीएल कॉन्वेंट स्कूल के रूप में गढ़ी भदौरिया आगरा में हुई। टीन की छत थी। किराये का भवन था। विद्या शंकर शर्मा ने कड़े अनुशासन और कठोर परिश्रम से शिक्षा जगत में नई पहचान कायम की। उन्होंने जो कमाया, वह स्कूल में ही लगाया। यहीं से बैजंत देवी ग्रुप ऑफ स्कूल्स की स्थापना हुई। ग्रुप के इस समय पांच विद्यालय हैं। विद्या शंकर शर्मा जी ने शिक्षार्थियों के लिए जो मानक बनाए, वे यथावत कायम हैं। इतना ही नहीं, तपेश शर्मा और नितेश शर्मा ने इन मानकों को और कड़ा किया है, ठीक वैसे जैसे स्वर्ण को तपाकर कुंदन बना दिया जाता है। यही कारण है कि स्व. विद्या शंकर शर्मा जी के समय के शिक्षक आज भी काम कर रहे हैं।

 

25 फरवरी, 2023 को श्रीमती बैजंती देवी ग्रुप ऑफ स्कूल्स के अंग्रेजी माध्यम स्कूल सीएल कान्वेंट पब्लिक स्कूल का वार्षिक खेल उत्सव हुआ। इसका नाम उड़ान दिया गया। बैजंती देवी इंटर कॉलेज बिचपुरी के हरे-भरे, रंगोलीयुक्त और रेड कारपेट से सजीले मैदान कार्यक्रम हुआ। छोटे-छोटे बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और क्रीड़ा प्रतियोगिताएं प्रेरक रही। कभी मेढ़क दौड़, कभी टॉफी खाकर दौड़, कभी जूता-मोजा पहनकर दौड़, कभी बाधा दौड़…। ‘छम छम नाचे देखो वीर  हनुमाना’ ने तो हर किसी को भावविभोर कर दिया। एक छात्र ने इतनी सुंदर प्रस्तुति दी कि हनुमान जी के स्वरूप के साथ मैं भी थिरकने लगा। ‘झांसी की रानियों’ ने तलवार चलाई तो हर किसी में देशभक्ति की हिलोर उठना स्वभाविक था। जिस हृदय में देशभक्ति की हिलोर न उठी तो वह हृदय नहीं पत्थर है।  गया प्रसाद शुक्ल स्नेही जी भी लिखा है-

जो भरा नहीं है भावों से, बहती जिसमें रसधार नहीं।

वह हृदय नहीं है पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं।।

आपके सामान्य ज्ञान के लिए बता दूँ कि ये पंक्तियां मैथिलीशरण गुप्त की नहीं हैं। ये पंक्तियाँ गया प्रसाद शुक्ल स्नेही जी ने ‘स्वदेश’ अखबार के लिए लिखी थीं, मुख पृष्ठ पर प्रकाशित भी होती थीं।

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योगासन की शानदार प्रस्तुति।

बच्चों ने सामूहिक योगासन किया। इस दौरान लयबद्धता देखते ही बन रही थी। विद्यार्थी एक साथ आते, योगासन करते और लौट जाते। यह क्रम कई बार चला। ऐसे-ऐसे आसन देखने को मिले, जिनके बारे में लोग सिर्फ सुनते हैं, करते नहीं हैं। अगर हम नियमित आसन करते रहें तो तमाम प्रकार के रोगों से बचाव होता है।

प्रसिद्ध क्रिकेटर केके शर्मा ने गले मे पड़े पटका और सिर पर पगड़ी को ओर संकेत करके कहा- यह सिर्फ पगड़ी और पटका नहीं है बल्कि आज हमें जिम्मेदारी दी गई है कि शहर के लिए कुछ करें। उनके स्वर में इस बात की पीड़ा साफ-साफ दिखाई दी कि शहर में अंतरराष्ट्रीय स्तर का खेल मैदान नहीं है। उन्होंने तपेश शर्मा की सराहना करते हुए कहा कि जब आगरा में कोई क्रिकेट अकादमी नहीं थी, तब तपेश शर्मा ने बैजंती देवी इंटर कॉलेज बिचपुरी में इसकी शुरुआत की। पहले बैच में 136 विद्यार्थी थे। देश और प्रदेश को अच्छे क्रिकेट खिलाड़ी दिए हैं। उन्होंने आशा जताई कि शहरवासी अपनी जिम्मेदारी समझेंगे।

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अतिथियों ने कपोत उड़ाकर किया खेल दिवस का शुभारंभ

तपेश शर्मा ने कहा कि आपके सामने केके शर्मा ऐसे क्रिकेट खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 24 साल में खेलना शुरू किया और 20 साल तक इनके सामने कोई टिका नहीं है। पैर में चोट होने के बाद भी अपनी टीम को नम्बर वन बनाए रखे। सचिन तेंदुलकर तक इनकी तारीफ करते हैं। उनके फास्ट बॉलिंग का रिकॉर्ड कोई तोड़ नहीं पाया है। नितेश शर्मा ने कहा कि सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा के साथ खेल बेहद महत्वपूर्ण हैं। बता दूं कि नितेश शर्मा जनसंदेश टाइम्स के संपादक और संचालक हैं। कुश्ती संघ के जिलाध्यक्ष हैं। हाल ही में उन्होंने बड़ी कुश्ती प्रतियोगिता कराई है।

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सोनू चौधरी, डॉ. भानु प्रताप सिंह और शैलू पंडित जी का सम्मान।

भाजपा नेता सोनू चौधरी ने गर्व के साथ कहा कि 136 खिलाड़ियों में मैं भी एक था। उन्होंने जोशीला भाषण दिया।

भाजपा नेता शैलू पंडित ने कहा- मैं बैजंती देवी स्कूल का छात्र रहा हूँ। मैं बिगड़ैल था लेकिन मुझे सही राह दिखाई। यहां के पढ़े छात्र पूरे देश में फैले हुए हैं और उच्च स्थानों पर विराजमान हैं। जब मुझे मिलते हैं तो बड़ी खुशी होती है। सीएल कॉन्वेंट पब्लिक स्कूल से अध्ययन शुरू कीजिए, जिन्दगी बन जाएगी।

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छात्राओं की प्रस्तुत ने तालियां बजाने को विवश कर दिया।

उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य निर्मला दीक्षित ने सभी को शुभकामनाएं दीं। शानदार खेल उत्सव करने के लिए बधाई दी।

कार्यक्रम में कैलाश मंदिर के महंत गौरव गिरि महाराज हों तो शुभारंभ वैदिक मंत्रों के साथ ही होता है। शुभारंभ वेद मंत्रों के साथ हुई। दीप प्रज्ज्वित हुआ तो उन्होंने ऋग्वेद क लक्ष्मीसूक्तम का मंत्रोच्चार किया-

ॐ गन्धद्वारां दुराधर्षां नित्यपुष्टां करीषिणीम्।
ईश्वरीं सर्वभूतानां तामिहोपह्वये श्रियम्॥

महंत गौरव गिरि महाराज होते हैं तो धर्म चर्चा के साथ-साथ अन्य बातें भी होती हैं। उन्हें महंत होने का तनिक भी घमंड नहीं है। अपनी ओर से ही सबको सम्मान देना शुरू कर देते हैं। इस कारण उनके प्रशंसक बढ़ते जा रहे हैं।

CL convent public school agra
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा झंडा ऊँचा रहे हमारा।

अतिथियों को विद्यालय के अंदर सम्मान प्रवेश कराया गया। स्काउट गाइड विद्यार्थियों का एक दल ढोल बजाता हुआ कार्यक्रम स्थल तक लाया। विद्यालय के वार्षिक खेल उत्सव के अवसर पर मुख्य अतिथि महंत गौरव गिरी गोस्वामी, राज्य महिला आयोग की सदस्य निर्मला दीक्षित, लोहामंडी थाने के प्रभारी, भाजपा नेत्री निधि चतुर्वेदी, वरिष्ठ पत्रकार डॉ. भानु प्रताप सिंह, हास्य कवि पवन आगरी, भाजपा नेता सोनू चौधरी, भाजपा युवा मोर्चा के महानगर अध्यक्ष शैलू पंडित, सपा नेता ज्ञानेंद्र गौतम, क्रिकेटर केके शर्मा, उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी परिषद के योगेश शर्मा, समाजसेवी राजेश खुराना, रीनेश मित्तल , नरेश पारस, विकास भारद्वाज, विद्यालय के प्रबंधक योगेश शर्मा, अर्जुन उदैनिया, प्रणव ठाकुर आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन ममता शर्मा, उजमा खान ने किया। उन्हें अर्चना शर्मा, शैली सारस्वत और शिप्रा गोयल ने सहयोग किया। विद्यार्थियों की गतिविधियां देखने के लिए अभिभावक भी उपस्थित रहे।

झांसी की रानी
ये हैं झांसी की रानी

यहां यह बताना भी आवश्यक है कि सभी को ठीक प्रातः 10 बजे बुलाया गया था। कार्यक्रम 10.30 बजे शुरू हुआ। ये 30 मिनट बड़े उपयोगी रहे। विशिष्टजनों ने परिचय किया। हास्यकवि पवन आगरी चर्चा के केन्द्र में रहे। इसका कारण यह है कि वे हाल ही में बैंकॉक में कवि सम्मेलन में प्रतिभाग करके आए हैं। आगरा का नाम रौशन कर रहे हैं। बैंकॉक का नाम आते ही मन मस्तिष्क में रंगीली छवि बनती है। इस कारण उनकी हास्य के बतौर खिंचाई भी होती रही। पवन आगरी प्रत्युत्पन्नमति से युक्त हैं, जो यथोचित प्रत्युत्तर देते रहे। समाजसेवी डॉ. निधि चतुर्वेदी और सपा नेता ज्ञानेन्द्र गौतम से मेरा प्रथम बार सामना हुआ। समाजसेवी राजेश खुराना प्रायः शांत रहे। वैसे भी वे करने में विश्वास रखते हैं, कहने में नहीं। रीनेश मित्तल खिलाड़ी के साथ-साथ श्रेष्ठ प्रोस्तोता भी हैं। लिखने तो बहुत कुछ है, लेकिन आज इतना ही काफी है। हां, अगर किसी को लगता है कि मैंने पूरी खबर चमचागीरी के लिखी है तो मुझे इस सोच का घंटा फर्क नहीं पड़ता है। ऐसी सोच रखने वालों को अपनी सोचनीय सोच पर शोध करवाना चाहिए।

 

 

Dr. Bhanu Pratap Singh