रोजगार भारती बृज प्रांत

रोजगार भारती बृज प्रांत की कार्यशाला की ये खबर हर बेरोजगार के लिए है, ध्यान से पढ़िए

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स्वावलम्बन के मामले में बृज प्रांत देश में सबसे आगे, रोजगार के साथ संस्कार पर भी ध्यान दें- महेन्द्र जी

गुणवत्ता के मामले में रोजगार भारती का मुकाबला पीएसआई से, हर गांव में जाना हैः डॉ. हरीश रौतला

आगरा, मथुरा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, अलीगढ़, एटा, हाथरस, कासगंज, बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत, बदायूं से आए कार्यकर्ता

डॉ. भानु प्रताप सिंह

Live Story Time, Agra, Uttar Pradesh, India. अपनी मातृभूमि भारत विकसित राष्ट्र की श्रेणी में खड़ा हो। यह तभी सम्भव है जब प्रत्येक महिला और पुरुष स्वावलम्बी होंगे, ‘हर काम को हाथ, हर हाथ को काम’ वाला भाव चरितार्थ होगा। इस भाव को चरितार्थ करने में लगी है रोजगार भारती। पिछले 3 वर्ष में रोजगार भारती ने हजारों युवक-युवतियों को रोजगार यानी स्वावलम्बन देकर प्रेरित किया है। इस संबंध में आगामी रणनीति बनाने के लिए रोजगार भारती बृज प्रांत की कार्यशाला डॉ. एमपीएस स्कूल, सिकंदरा, आगरा में आयोजित की गई। कार्यशाला में जो कुछ बताया गया, वह प्रत्येक उस युवा के लिए जो अपने पैरों पर खड़ा होना चाहता है, जो स्वाभिमान के साथ जीना चाहता है, जो अपना जीवन स्तर ऊँचा उठाना चाहता है, जो अपने सपने साकार करना चाहता है। रोजागार भारती का नारा है- श्रमेव जयते भारत- परामर्श, प्रशिक्षण, पूंजी।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक महेन्द्र जी ने समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा- बेरोजगारी के मूल में हमारी शिक्षा पद्धति है। डिग्री लेकर नौकरी ढूंढने निकलते हैं। नौकरी न मिली तो बेरोजगार हैं। जिसने पढ़ाई नहीं की है, वह कोई न कोई काम करते हैं और बेरोजगार नहीं हैं। बेरोजगारों की सूची में पढ़े-लिखे लोग हैं। संघ से जुड़े 11 संगठन बेरोजगारी दूर करने का का कार्य कर रहे हैं। पुणे में हुई समन्वय बैठक में रोजगार भारती बृज प्रांत का कार्य स्वावलम्बन में सबसे आगे रहा। उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी की दर 7.10 से घटकर 4.20 हुई है।

श्री महेन्द्र जी ने घड़ी साबुन, लिज्जत पापड़ और पतंजलि का उदाहरण देते हुए कहा कि हमें रोजगार के साथ उद्यमी बनना है, तब समस्या का समाधान होगा। उद्यमी दूसरों को रोजगार देता है। अगर ठेल भी लगाते हैं तो अच्छे कपड़े पहनकर सफाई के साथ रहें तो ज्यादा बिक्री होगी। उत्पाद को आगे बढ़ाने के लिए प्रस्तुतीकरण पर भी ध्यान देना होगा।

उन्होंने कहा कि चीन में नशा बंद हुआ तो उसने उद्यमिता में जापान को पीछे कर दिया। भारत की युवा पीढ़ी को नशे की लत लगाने का प्रयास किया जा रहा है, इस ओर भी ध्यान देना होगा। भारत की अर्थव्यवस्था में रोजगार के साथ संस्कार भी हैं। रोजगार भारती के कार्यकर्ता हर गांव में जाएं और स्वावलम्बी भारत बनाने में योगदान करें।

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कंप्यूटर कोर्स करने वाले छात्रों के साथ महेन्द्र जी, एके सिंह, डॉ. हरीश रौतेला, नितिन बहल, सीए प्रमोद चौहान, किशोर खन्ना आदि।

रोजगार भारती के जनक और संघ के प्रांत प्रचारक डॉ. हरीश रौतेला ने कहा कि हर जिले में 10 से 25 तक चाट चौपाटी बनाई जाएं। इसके लिए धन की व्यवस्था विधायक निधि से की जाए। हर हाल में गुणवत्ता नियंत्रित करनी है। गुणवत्ता के लिए होटल मैनेजमेंट वालों से एमओयू साइन करेंगे। शुरू में फायदा होगा लेकिन आगे बहुत लाभ होगा। गुणवत्ता के मामले में हमारा मुकाबला पीएसआई (गुणवत्ता का प्रमाणीकरण) से है।

उन्होंने मेहदी आयाम पर जोर दिया। करवा चौथ, विवाह आदि के लिए मेहदी लगाने वालों की जरूरत होती है। सुझाव दिया कि विवाह स्थलों पर मेहदी लगाने वालों के नाम और मोबाइल नम्बर प्रदर्शित किए जाएं।

डॉ. हरीश रौतेला ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ओडीओपी (एक जिला एक उत्पाद) के तहत हर जिले में सभी 75 जिलों के उत्पाद प्रदर्शित करने के लिए भवन बना रही है। इसमें रोजगार भारती की भी योगदान होना चाहिए।

जिसे भी बिजनेस शुरू करने के लिए बैंक से ऋण दिलाएं, उसकी आगे भी मदद करें। जब तक वह अपने पैरों पर खड़ा न हो जाए, तब तक साथ दें। हर जिले में पांच-पांच हिन्दू बारबर (केश कर्तक) और सब्जी विक्रेता तैयार करें। एटा में तो एक व्यक्ति को 80 हजार रुपये का मुद्रा लोन दिलाकर केशकर्तक का काम खुलवाया गया। आज उसे काम से फुरसत नहीं है। यह सोचें कि अपने समाज पर कहां हमला हो रहा है। हमें रोजगार भारती का विस्तार खंड स्तर तक करना है। इसके लिए ग्राम पंचायत स्तर पर 100 स्वयंसेवकों की सूची तैयार करनी है।

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कार्यशाला में उपस्थित रोजगार भारती के पदाधिकारी।

महामंत्री सीए प्रमोद चौहान ने कहा – हिन्दू युवक पढ़ जाता है तो नौकरी तलाशता है। योग्यता न होने से नौकरी नहीं मिलती और स्वयं को बेरोजगार कहता है। जो पढ़ा लिखा नहीं है, उसे कोई अच्छा काम नहीं मिलता है। ऐसे लोगों के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण योजना है। उन्हें किसी न किसी ट्रेड में कौशल प्रशिक्षण लेना चाहिए। हुनरमंद होंगे तो स्वावलम्बी हो जाएंगे। स्थानीय इंजीनियरिंग कॉलेज से बात करके 10-15 दिन के कोर्स शुरू कराएं, जिसमें किसी भी आयु का व्यक्ति भाग ले सके। प्लम्बर, इलेक्ट्रीशियन, एसी मैकेनिक, कारपेंटर, आटोमोबाइल मैकेनिक आदि बनने के लिए किसी योग्यता की जरूरत नहीं है। आगरा में 29 बेरोजगारों के साथ बैच शुरू किया गया और 47 पर जाकर समापन हुआ।

प्रवल प्रताप ने उत्तर प्रदेश सरकार की एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हाथ का हुनर सबसे बड़ा रोजगार है। स्वरोजगार से ही सम्मान मिलता है।

आगरा में चमड़ा उत्पाद, मथुरा में सेनेटरी फिटिंग, मैनपुरी में तारकशी कला, फिरोजाबाद में कांच उत्पाद, अलीगढ़ में ताला, हाथरस में हींग, एटा में पीतल उत्पाद, कासगंज में जरी जरदोजी, बरेली में जरी दरदोजी, बदायूं में जरी दरजोदी, शाहजहांपुर में जरी दरजोदी और पीलीभीत में बांसुरी को ओडीओपी में रखा गया है।

रोजगार भारत मेहदी प्रशिक्षण, स्वरोजगार प्रशिक्षण, अचार, मुरब्बा, जैली, जैम बनाने का प्रशिक्षण, जूता, चप्पल, सोल, सीट कवर बनाने का प्रशिक्षण, रंगोली के रंग बनाने का प्रशिक्षण, इलेक्ट्रीशियन का प्रशिक्षण जैसे काम कर रहा है। इनमें अधिकांश कार्य शून्य लागत से शुरू किए जा सकते हैं।

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कार्यशाला में डॉ. हरीश रौतेला एवं अन्य पदाधिकारी।

संघ के सहप्रांत प्रचारक (बरेली) धर्मेन्द्र जी ने बताया- रेलवे स्टेशनों पर संबंधित जिले के उत्पाद का स्टॉल मिलेगा। अपने जिले के गांव के विशेष उत्पाद को भी प्रमोट करें। बरेली में बिल्डिंग बनाने के काम में प्रयुक्त सामान जैसे शटरिंग का काम शुरू करा रहे हैं।  जिले की आवश्यकताओं का ध्यान में रखकर नए आयामों के बारे में सोचें।

रोजगार भारती की उपाध्यक्ष डॉ. रेणुका डंग ने सुझाव दिया- नॉर्मल मसालों के स्थान पर आर्गेनिक मसालों परप ध्यान दें तो सफलता मिलेगी। चोकरयुक्त आटा, घर का आटा बिकेगा।

रतन प्रताप ने रोजगार मेला के बारे में जानकारी दी। कहा कि एक माह में एक रोजगार मेला लगाया जा सकता है। यह भी बताया कि सरकार ने पढ़ाई के साथ नौकरी की सुविधा दी है। 24 दिसम्बर को बरेली में रोजगार मेला प्रस्तावित है। आशु शर्मा ने मेहदी, नेहा गर्ग ने फैशन डिजाइनिंग के बारे मे जानकारी दी। इनका प्रशिक्षण लेकर हर माह अच्छी कमाई की जा सकती है।

अंत में कंप्यूटर कोर्स करने वालों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए। रोजगार भारती बृज प्रांत अध्यक्ष किशोर खन्ना ने सबको आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। इस मौके पर एमपीएस ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरपर्सन स्क्वाड्रन लीडर एके सिंह, विभाग प्रचारक आनंद जी, रोजगार भारती के विभाग संयोजक नितिन बहल, विनीत शर्मा, आगरा, अलीगढ़ और बरेली मंडल से आए पदाधिकारी, कार्यकर्ता और भाजपा जिलाध्यक्ष मौजूद थे।

 

Dr. Bhanu Pratap Singh