- जिन छात्रों के माता या पिता नहीं हैं उन्हें स्कूल बैग, स्कूल ड्रेस, लंच बॉक्स, वॉटर बॉटल, अध्ययन के लिए सामग्री प्रदान की
- हर हाल में बच्चों को पढ़ाने वाले माता-पिता का सम्मान, नहीं रुकेगी पढ़ाई, पीके मोदी ने कहा- हर वर्ष करेंगे ये कार्यक्रम
- राजन सिंह प्रधान की घोषणा- टॉपर विद्यार्थियों को देंगे साइकिल, पढ़िए सफलता की प्रेरक कहानियां
डॉ. भानु प्रताप सिंह
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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat. राम-लक्ष्मण की तरह हैं दो भाई तपेश शर्मा और नितेश शर्मा। दोनों भाई मीडिया के साथ-साथ शैक्षिक उत्थान के लिए भी जुटे हुए हैं। जनसंदेश टाइम्स अखबार के माध्यम से सेवा ही कर रहे हैं। वर्तमान में अखबार चलाना बड़ा दुष्कर कार्य है। जनसंदेश टाइम्स कोरोना काल में भी चलता रहा। साथ ही कोरोना पीड़ितों की भोजन पैकेट देकर सेवा करता रहा। शैक्षिक उत्थान की बात करें तो सिर्फ पढ़ाना ही उद्देश्य नहीं है। विद्यार्थियों में शिक्षा के साथ संस्कार, अनुशासन और देशभक्ति की ज्योति भी प्रज्ज्वलित कर रहे हैं। ‘शिक्षार्थ आइए, सेवार्थ जाइए’ को साकार कर रहे हैं। अब उन्होंने एक अभिनव पहल की है। इसके तहत जिन बच्चों के माता या पिता नहीं हैं या किसी अन्य कारण से असहाय हैं, वे शिक्षा से वंचित नहीं रहेंगे। तपेश शर्मा और नितेश शर्मा ने विद्यार्थियों से स्पष्ट कहा- आप पढ़िए, हम पढ़ाएंगे। हम आगे जो कुछ बताने जा रहे हैं वह स्कूल संचालकों और माता-पिता को प्रेरणा देने वाली स्टोरी है।
विद्या शंकर शर्मा के उद्देश्य का प्रकटीकरण
बैजंती देवी शिक्षा परिवार के संस्थापक स्वर्गीय श्री विद्या शंकर शर्मा की सोच थी बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित करना और पढ़ने के लिए हर संभव मदद करना। उद्देश्य यह है कि बच्चे खुद के भविष्य का निर्माण कर समाज के विकास में योगदान दे सकें। स्वर्गीय श्री विद्या शंकर शर्मा की के इस पावन उद्देश्य को पूरा कर रहे हैं तपेश शर्मा और नितेश शर्मा। इसका प्रकटीकरण श्रीमती बैजंती देवी इंटर कॉलेज बिचपुरी में हुआ।
सफलता की कहानी-1
बिचपुरी निवासी और श्रीमती बैजंती देवी इंटर कॉलेज की छात्रा 9 वर्षीय निधि को कैंसर हो गया था। इसके बाद भी उसके पिता ने एक दिन भी स्कूल नहीं छुड़वाया। छात्रा ने भी हार नहीं मानी। निधि ने खतरनाक बीमारी को हरा दिया। छात्रा और उसके पिता का सम्मान किया गया। जब तपेश शर्मा ने छात्रा और पिता की शिक्षा के प्रति समर्पण की कहानी बताई तो हर कोई द्रवित हो उठा।
सफलता की कहानी-2
एक मां घरों में साफ-सफाई करके अपनी बेटियों को पढ़ा रही है। वह बच्ची स्कूली की टॉपर है। हाईस्कूल में 93 फीसदी नम्बर पाए। इस बच्ची और मां का सम्मान हुआ। इस तरह की अनेक कहानियां हैं। इन कहानियों में छात्र-छात्रा तो है लेकिन किसी कहानी में माँ नहीं है तो किसी कहानी में पिता नहीं है।
पीके मोदी -अलका मोदी का संकल्प
बैजंती देवी शिक्षा परिवार के पीके मोदी -अलका मोदी ने उन बच्चों को हर संभव मदद पहुंचने का संकल्प लिया है जो परिस्थितियों से लड़कर खुद को शिक्षित करने की चाहत रखते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों का सम्मान किया। छात्र-छात्राओं को स्कूल बैग, स्कूल ड्रेस, लंच बॉक्स, वॉटर बॉटल और अध्ययन के लिए आवश्यक सामग्री प्रदान की गई। यह सामग्री उन बच्चों को दी गई जो पारिवार में कठिन परिस्थितियों के बाद भी शिक्षा पाने की चाहत रखते हैं। उन माता-पिता का सम्मान किया गया जो बेहद कठिन परिस्थितियों के बाद भी बच्चों को पढ़ा रहे हैं। मुख्य अतिथि पीके मोदी ने इस सेवा कार्य को हर वर्ष करने का संकल्प लिया।
टॉपर्स को साइकिल देने की घोषणा
बैजंती देवी इंटर कॉलेज बिचपुरी की स्थापना के समय से ही जुड़े राजन सिंह प्रधान ने घोषणा की कि टॉपर विद्यार्थियों को साइकिल देंगे।
इन्होंने वितरित किए बैग
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर पीके मोदी, अलका मोदी, उत्तर प्रदेश महिला आयोग की सदस्य निर्मला दीक्षित, प्रसिद्ध कैलाश मंदिर के महंत गौरव गिरी महाराज, वरिष्ठ सपा नेता ज्ञानेंद्र गौतम, पत्रकार डॉ. भानु प्रताप सिंह, इंदु सिंह, राजन सिंह प्रधान, विद्यालय संस्थापिका श्रीमती सुशीला शर्मा, प्रबंधक योगेश शर्मा, आरडी कटारा ने विद्यार्थियों के बैग वितरित किए।
सुशीला शर्मा ने विद्यालय में आम का पौधा रोपा
श्रीमती सुशीला शर्मा ने विद्यालय में आम का पौधा रोपा। विद्यालय में आम का एक पौधा संस्थापक विद्या शंकर शर्मा ने भी रोपा था, जो अब पेड़ बन चुका है। मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित किया गया तो महंत निर्मल गिरी महाराज ने वेद मंत्र का पाठ किया।
बस चालक और सेवक का भी सम्मान
कार्यक्रम की खास बात यह भी रही कि बस चालक और सेवक का भी सम्मान किया गया। वह इसलिए कि जब से विद्यालय खुला है, तब से वे साथ हैं और प्रत्येक बच्चे का ध्यान रखते हैं। आमतौर पर विद्यालय में होने वाले कार्यक्रमों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तो बस सेवा में ही लग रहते हैं। तपेश शर्मा ने जब इनका सम्मान कराया तो हर कोई अचंभित रह गया।
विद्या धन सभी धनों में श्रेष्ठ
श्रीमती निर्मला दीक्षित ने विद्यार्थियों को सेवा की सीख दी। उन्होंने कहा कि हम स्कूल में ज्ञानार्थ आते हैं और सेवार्थ जाते हैं। डॉ. भानु प्रताप सिंह ने संस्कृत के सुभाषित के माध्यम से विद्यार्थियों के पांच लक्षण बताया। यह भी कहा कि विद्या धन सभी धनों में श्रेष्ठ है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम
इस अवसर पर विद्यालय की छात्राओं ने सांस्कृतिक नृत्य और देशभक्ति गीत कार्यक्रम प्रस्तुत किए। छात्राओं ने दिखा दिया कि वे हर क्षेत्र में श्रेष्ठ हैं। देशभक्ति गीत प्रस्तुत हुआ तो मौजूद सैकड़ों छात्र लयबद्ध करतल ध्वनि करते रहे।
उपस्थिति
अर्चना शर्मा, कौशांबी, रश्मि शर्मा, आयुष्मान शर्मा, राजेश अग्रवाल, अंकुर उदैनिया, सत्येंद्र सिंह, प्रेम शंकर शर्मा समेत विद्यालय के अध्यापक, अध्यापिकाएं उपस्थित रहे।
प्रत्येक विद्यालय के लिए अनुकरणीय पहल
वास्तव में, बैजंती देवी शिक्षा परिवार की यह अभिनव पहल है। ऐसी पहल जो प्रत्येक विद्यालय के लिए अनुकरणीय है। सबके लिए वंदनीय है। लाइव स्टोरी टाइम की ओर से श्री तपेश शर्मा और श्री नितेश शर्मा को अभिनंदन है।