Agra, Uttar Pradesh, India. आगरा में माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश की स्थापना हेतु 22 वर्षों से संघर्षरत शिक्षाविद डॉ देवी सिंह नरवार ने अब जन आंदोलन छेड़ने का ऐलान किया है। डॉक्टर देवी सिंह नरवार ने स्थानीय शिक्षण संस्था श्री हर स्वरूप इंटर कॉलेज, कलवारी में आयोजित परिचर्चा में प्रतिभाग के दौरान उक्त घोषणा की।
परिचर्चा में विद्यालय में अध्ययनरत कक्षा 9 से कक्षा 12 तक के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। छात्रों के रोचक प्रश्न के उत्तर देते हुए बोर्ड स्थापना संघर्ष समिति के अध्यक्ष एवं संयोजक डॉ देवी सिंह नरवार ने बताया कि देश के विभिन्न राज्यों में हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट की सार्वजनिक परीक्षाएं आयोजित कराने वाले विधि मान्य 36 बोर्ड हैं। जिनमें सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन( सीबीएसई) तथा इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (आईसीएसई) बोर्ड की शिक्षण संस्थायें देश के सभी प्रदेशों में संचालित हैं।
डॉक्टर नरवार ने बताया कि यूपी बोर्ड के तीन प्रमुख कार्य हैं- हाई स्कूल तथा इंटरमीडिएट स्तर की शिक्षण संस्थाओं को मान्यता प्रदान करना, कक्षा 9 से 12 तक के लिए पढ़ाए जाने वाले विषयों का निर्धारण और उनका पाठ्यक्रम निश्चित करना तथा हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा आयोजित करना। आगरा में क्षेत्रीय कार्यालय खुल जाने से प्रस्तावित 15 जनपदों के 8000 माध्यमिक विद्यालयों के परीक्षा संबंधी समस्त कार्य आगरा से होना प्रारंभ हो जाएंगे।
परिचर्चा की अध्यक्षता कॉलेज प्राचार्य श्री गौरव कुमार ने की। उन्होंने जारी संघर्ष को अपना पूर्ण सहयोग व समर्थन देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में वित्तविहीन संस्थाओं के सभी संचालक डॉ नरवार के साथ एकजुट होकर खड़े हैं। इसके लिए सभी के सहयोग से एक योजना और रणनीति बनानी होगी।
एटा में 15 दिसम्बर से क्रमिक धरने का ऐलान
आगरा में माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय कार्यालय की आवश्यकता औचित्य, प्रयास और सुझाव” विषय पर एक परिचर्चा सरस्वती शिशु मंदिर स्टेशन रोड, एटा पर महासंघ के प्राथमिक संवर्ग के एटा जनपद के जिला अध्यक्ष श्री संजय शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। परिचर्चा में संघर्ष समिति के अध्यक्ष एवं संयोजक शिक्षाविद डॉ. देवी सिंह नरवार ने मुख्य वक्ता के रूप में किये गये प्रयासों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यूपी बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय स्थापना का संघर्ष धरना में तबदील होगा। 15 दिसंबर से अनिश्चितकालीन क्रमिक धरना शुरू किया जाएगा।
प्रतिभागियों में विश्वनाथ सिंह, राजकुमार पाराशर, रश्मि सिंह, रेनू यादव, धनवीर सिंह सिसौदिया, माधवी, सोमेश मिश्रा, विमबसार बौद्ध, सत्येंद्र पाल सिंह, चेतना मिश्रा, अखंड प्रताप सिंह, गेंदालाल वर्मा, निहारिका वर्मा, अर्पित उपाध्याय, मोना यादव, जीतेंद्र सिंह आदि रहे।