Dr Bhanu Pratap Singh
Agra, Uttar Pradesh, India. बहुप्रतीक्षित ताज प्रेस क्लब के चुनाव होने जा रहे हैं। अब से 12 साल पहले चुनाव हुए थे। हर ओर से प्रेस क्लब के चुनाव की मांग उठ रही थी। लम्बी माथा-पच्ची के बाद प्रेस क्लब के सदस्यों की सूची को अंतिम रूप दे दिया गया है। इसके साथ ही अध्यक्ष पद के दावेदार सामने आ गए हैं। कुछ खुलकर सामने हैं तो कुछ अभी विचार कर रहे हैं। खास बात यह है कि दिग्गज पत्रकार भी अध्यक्ष पद पर खेमाबंदी कर रहे हैं। उधर, चुनाव की तारीखों का ऐलान न होने से निराशा है। माना जा रहा है कि कुछ लोग चुनाव टलवाना चाहते हैं, इस कारण बार-बार अड़ंगा लगा रहे हैं। ऐसे लोग भी चुनाव लड़ने के लिए फड़फड़ा रहे हैं, जिनके पास सिर्फ अपना वोट है।
देर आयद दुरुस्त आयद
ताज प्रेस क्लब के अध्यक्ष पद की महत्ता है। ताज प्रेस क्लब के संविधान में सर्वाधिकार अध्यक्ष के पास हैं। जो चाहे सो करो। इसी कारण एक बार कोई अध्यक्ष बन जाता है तो फिर हमेशा बने रहना चाहता है। अगर शोरगुल न मचता तो शायद यह चुनाव भी नहीं हो पाता। खैर, देर आयद दुरुस्त आयद।
सदस्यों की सूची
वरिष्ठ पत्रकार विनोद भारद्वाज, डॉ. गिरिजा शंकर शर्मा, संजय तिवारी आदि ने कई दौर की बैठकों के बाद प्रेस क्लब के सदस्यों की सूची को अंतिम रूप दिया है। ऐसे लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया गया है जो बेवजह सदस्य बने हुए थे। नए सदस्यों को भी जोड़ा गया है, लेकिन वे चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। उन्हें वोट देने का अधिकार है। इस पर भी कुछ नए सदस्यों को ऐतराज है।
इनके नाम चर्चा में
खैर, हम बात कर रहे हैं अध्यक्ष पद के दावेदारों की। सबसे पहले चुनाव लड़ने की घोषणा की थी सुनयन शर्मा ने। वे व्यक्तिगत रूप से मतदाताओं से मिल रहे हैं। फिर प्रकाश में आए अशोक अग्निहोत्री ताऊ। उन्होंने सामाजिक संचार माध्यमों से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी। इसके साथ ही चुनाव का माहौल बन गया। फिर तीसरे प्रत्याशी के तौर पर संजीव शर्मा का नाम सामने आया है। वे अपने शुभचिंतकों को फोन करके स्वयं को प्रत्याशी बता रहे हैं। भुवनेश श्रोत्रिय ने भी अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की घोषणा कर रखी है। चर्चा यह भी है कि संजय तिवारी अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं। यह बात अलग है कि अभी उन्होंने अपनी ओर से इस तरह की कोई बात नहीं कही है। इस बीच अरविन्द शर्मा गुड्डू के जयपुर हाउस स्थित आवास पर कई पत्रकार पहुंचे और अध्यक्ष पद पर खड़े होने का आग्रह किया। अभी उन्होंने पत्ते नहीं खोले हैं। मनोज मिश्रा का नाम भी उछाला जा रहा है। कुछ लोग डॉ. अनिल दीक्षित को प्रत्याशी बनाना चाहते हैं। अनिल शर्मा ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे। इस तरह चुनाव खासा रोचक हो सकता है।
राजीव सक्सेना की जान मुश्किल में
खास बात यह है कि अध्यक्ष पद के तीन दावेदार सुनयन शर्मा, अशोक अग्निहोत्री औक भुवनेश श्रोत्रिय बल्का बस्ती, राजमंडी के हैं। पूर्व अध्यक्ष राजीव सक्सेना ताज प्रेस क्लब के संस्थापक अध्यक्ष है। उनकी जान फँसी हुई है। हर कोई उनका समर्थन चाहता है। तीनों दावेदार उनके पड़ोसी हैं। उनके सबसे मधुर संबंध हैं। इस कारण परेशान हैं कि किसे हां कहें और किसे ना।
दिग्गज पत्रकार असमंजस में
अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों को देखकर दिग्गज पत्रकार असमंजस में हैं। वे तय नहीं कर पा रहे हैं कि किसका समर्थन और किसका विरोध करें। समर्थन और विरोध के चक्कर में दुश्मनी हो सकती है। इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि वरिष्ठ पत्रकार समर्थन या विरोध में खुलकर नहीं आने वाले हैं। हां, अंदरखाने से यह काम करने से कौन रोक सकता है?
चुनाव संचालन समिति की बैठक में क्या हुआ
मंगलवार को घटिया आजम खां स्थित ताज प्रेस क्लब में चुनाव संचालन समिति की बैठक हुई। बैठक में डॉ. गिरिजा शंकर शर्मा, राजीव सक्सेना और विनोद भारद्वाज चुनाव तारीखों पर विचार-विमर्श कर रहे थे कि कुछ लोगों ने भसड़ कर दी। बताते हैं कि खासी गर्मागर्मी हो गई। इस कारण चुनाव तारीखों का ऐलान नहीं हो सका। लगता है अब सोमवार के बाद ही कुछ हो सकता है। पत्रकार बंधु पूरे दिन चुनाव तारीखों की घोषणा का इंतजार करते रहे, लेकिन कुछ हुआ नहीं। सोशल मीडिया पर पत्रकारों के कुछ समूहों में ताज प्रेस क्लब के चुनाव की चर्चा सतत रूप से हो रही है। ताज प्रेस क्लब का आधिकारिक वॉट्सअप समूह एकतरफा संचालित हो रहा है, इस कारण कोई अपने मन की बात नहीं लिख पा रहा है।