लखनऊ: साल 2024 में उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर राज्यसभा चुनाव में हुई क्रॉस वोटिंग पर समाजवादी पार्टी ने बड़ा एक्शन लिया है। पार्टी ने अपने तीन बागी विधायकों अभय सिंह, राकेश प्रताप सिंह और मनोज कुमार पाण्डेय को निकाल दिया है। यह जानकारी पार्टी की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी गई है। इसके साथ ही सपा ने तीनों उम्मीदवारों को नसीहत दी है कि वे आगे जिस पार्टी में भी रहे विश्वसनीय रहें।
समाजवादी पार्टी ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, ‘समाजवादी सौहार्दपूर्ण सकारात्मक विचारधारा की राजनीति के विपरीत साम्प्रदायिक विभाजनकारी नकारात्मकता व किसान, महिला, युवा, कारोबारी, नौकरीपेशा और ‘पीडीए विरोधी’ विचारधारा का साथ देने के कारण, समाजवादी पार्टी जनहित में निम्नांकित विधायकों को पार्टी से निष्कासित करती है:
1. मा. विधायक गोशाईगंज श्री अभय सिंह, 2. मा. विधायक गौरीगंज श्री राकेश प्रताप सिंह, 3. मा. विधायक ऊँचाहार श्री मनोज कुमार पाण्डेय…’
पार्टी ने आगे लिखा, ‘इन लोगों को हृदय परिवर्तन के लिए दी गयी ‘अनुग्रह-अवधि’ की समय-सीमा अब पूर्ण हुई, शेष की समय-सीमा अच्छे व्यवहार के कारण शेष है। भविष्य में भी ‘जन-विरोधी’ लोगों के लिए पार्टी में कोई स्थान नहीं होगा और पार्टी के मूल विचार की विरोधी गतिविधियाँ सदैव अक्षम्य मानी जाएंगी। जहाँ रहें, विश्वसनीय रहें।’
गौरतलब है कि साल 2024 में उत्तर प्रदेश की 10 सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव के दौरान सपा के सात विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी। जबकि एक विधायक वोटिंग के दौरान अनुपस्थित रहा था। जिससे सपा के तीसरे उम्मीदवार की जीत नहीं हो पायी थी, जबकि भाजपा के आठवें उम्मीदवार के लिए मुकाबला आसान हो गया था।
इस ऐक्शन के बाद पार्टी के कुछ नेताओं का कहना है कि निष्कासित किए गए तीनों विधायक लगातार पीडीए के खिलाफ बोल रहे थे इसीलिए अब उन पर कार्रवाई की गई है। जबकि चार अन्य का हृदय परिवर्तन देखने को मिला है। इसी वजह से उन पर ऐक्शन नहीं लिया गया है।
हालांकि इसके बाद आए लोकसभा चुनाव के चलते बागियों के खिलाफ कार्रवाई का मुद्दा पीछे चला गया था। बाद में लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए प्रचार करने में इन बागियों की भूमिका तलाशने और उसके प्रमाण जुटाने की कोशिशें भी हुईं। इनकी सदस्यता खत्म कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जाने की संभावना तलाशी गई।
सूत्रों का कहना है कि एक विधायक को छोड़कर पार्टी किसी के खिलाफ ऐसे सबूत नहीं जुटा पाई जिससे दल विरोधी आचरण साबित हो सके। इसी वजह से बागियों के प्रति कार्रवाई की बात पार्टी टालती रही। लेकिन अब जब विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोर पकड़ रही हैं तो पार्टी कील-कांटे दुरुस्त करने में जुटी है। तीन विधायकों को बाहर का रास्ता दिखाने के साथ ही पार्टी ने पीडीए के मुद्दे पर नए सिरे से मोर्चेबंदी की शुरुआत भी कर दी है।
इन सात विधायकों ने की थी क्रॉस वोटिंग
राज्यसभा चुनाव में सपा के जिन 7 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी उनमें गौरीगंज सीट से विधायक राकेश प्रताप सिंह, ऊंचाहार सीट से विधायक मनोज पांडेय, गोसाईगंज सीट से विधायक अभय सिंह, कालपी से विधायक विनोद चतुर्वेदी, बिसौली से विधायक आशुतोष मौर्य, चायल से विधायक पूजा पाल और जलालाबाद से विधायक राकेश पांडेय शामिल थे। इनके अलावा अमेठी से विधायक महाराजी देवी वोटिंग के दौरान गैर हाजिर रही थीं।
साभार सहित
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