कम से कम 7 घंटे सोना जरूरी, दिल की बीमारी व डायबिटीज़ के जोखिम को करता है कम – Up18 News

कम से कम 7 घंटे सोना जरूरी, दिल की बीमारी व डायबिटीज़ के जोखिम को करता है कम

HEALTH

 

डाइट और एक्सरसाइज़ की तरह नींद की भी हमारी ज़िंदगी में अहम भूमिका है। एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि एक व्यक्ति को कम से कम 7 घंटे ज़रूर सोना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे शरीर और दिमाग को आराम और खुद की मरम्मत करने का समय मिल जाता है। रोज़ 7 घंटे से कम देर की नींद आपके शरीर के साथ-साथ दिमाग पर भी असर डालती है।

हालांकि अगर आप 7 घंटे से ज़्यादा सोते हैं, जैसे 8 या 9 घंटे… तो इससे आपके शरीर को नुकसान नहीं पहुंचता बल्कि बेहतर ही साबित होता है। 8 से 9 घंटे की नींद को सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। तो आइए जानें कि 7 घंटे से ज़्यादा की नींद आपकी सेहत को किस तरह से फायदा पहुंचाती है। 

आपका ध्यान बेहतर होता है

जब आप अच्छी तरह सोते हैं, तो इससे आपका दिमाग बेहतर तरीके के काम कर पाता है। ध्यान, याददाश्त और प्रोडक्टिविटी पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जब आप नींद अच्छी लेते हैं और आपके दिमाग को ठीक से आराम मिल पाता है।

दिल की सेहत के लिए अच्छा होता है

जब आप 7 घंटे से ज़्यादा की नींद लेते हैं, तो इससे आपके दिल पर सकारात्मक असर पड़ता है और इससे दिल की बीमारी का जोखिम भी कम होता है। जब आप 7 घंटे से कम की नींद लेते हैं तो इससे आपका ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है, जिसका बुरा असर दिल पर पड़ता है।

डायबिटीज़ के जोखिम को कम करता है

जब आप 7 घंटे से कम की नींद लेते हैं तो इससे आपके शरीर के शुगर मेटाबोलिज़्म पर असर पड़ता है और जिससे टाइप-2 डायबिटीज़ का ख़तरा भी बढ़ता है। नींद कम लेने से मोटापा और भी बढ़ता है। साथ ही मेटाबॉलिज़म भी धीमा होता है, जिसे डायबिटीज़ का ख़तरा बढ़ता है।

इम्यून सिस्टम के लिए अच्छा साबित होता है

जब आप अच्छी तरह सो नहीं पाते हैं तो इसका असर आपके इम्यून सिस्टम पर भी पड़ता है। आप जल्दी-जल्दी बीमारियों और संक्रमण की चपेट में आने लगते हैं। वहीं, जब आप नींद पूरी लेते हैं तो आपका इम्यून सिस्टम अच्छी तरह काम करता है और आपको सुरक्षित रखता है।

वज़न को मैनेज करने में मदद मिलती है

जब आप 7 घंटे या उससे ज़्यादा देर सोते हैं तो इससे आपके वज़न पर पॉज़ीटिव असर पड़ता है। 7 घंटे से कम देर की नींद मोटापे का कारण बनने के लिए जानी जाती है। इससे आपकी ऐसा खाने की चाहत भी बढ़ती है, जो चीनी और फैट्स से भरी होती है।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें। 

Dr. Bhanu Pratap Singh