शारदीय दुर्गा पूजा महोत्सव 22 से 26 अक्टूबर तक

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Mathura (Uttar Pradesh, India) मथुरा। शारदीय नवरात्रि में दुर्गा पूजा महोत्सव का पाँच दिवसीय कार्यक्रम 22 से 26 तक कालिन्दी धाम, मसानी तिराहा, वृन्दावन रोड, मथुरा में समारोह पूर्वक सम्पन्न होगा। श्री दुर्गापूजा समिति के तत्वावधान में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी दुर्गा पूजा का पंचदिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। यह पूजा कालिन्दी धाम, मसानी तिराहा, वृन्दावन रोड, मथुरा में सम्पन्न होगी।

कोरोना महामारी के चलते चार फुट की प्रतिमा स्थापित की गयी है

            इस सम्बन्ध में समिति के महासचिव सुनील शर्मा व अध्यक्ष बृजगोपाल साहा ने बताया कि इस वर्ष कोरोना महामारी को देखते हुए दुर्गा पूजा महोत्सव का आयोजन केवल विधि विधान से पूजा सम्पन्न कराने तक सीमित है। पूर्व के वर्षों में वृन्दावन दरवाजा क्षेत्र में 29 वें वर्ष तक आयोजन समारोह पूर्वक सम्पन्न होते रहे हैं, जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ तीनों दिन भण्डारे भी होत रहे है। इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते चार फुट की प्रतिमा स्थापित की गयी है। केन्द्र सरकार, प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए पहले पूजा स्थल को सेनिटाइज किया गया, हर आने वाले भक्त का थर्मल स्केनिंग के साथ हाथों को भी सेनिटाइजर से साफ करा कर मास्क के साथ प्रवेश कराया गया।

संधि पूजा का समय इस वर्ष मध्यान्ह 11:00 से 11:48 बजे के मध्य

       पूजा महोत्सव का शुभारम्भ 22 अक्टूबर बृहस्पितिवार को दुर्गा षष्ठी की पूजा से प्रारम्भ किया गया। इस अबसर पर षष्ठयादि कल्पारम्भ प्रातः काल 8.00 बजे से 1:13 के मध्य सम्पन्न हुई और श्री देवी के बोधन आमत्रण एवं अधिवास के साथ पूजा सम्पन्न कराई गयी। 23 अक्टूबर शुक्रवार को दुर्गा सप्तमी की पूजा प्रातः से 11.57 के मध्य सम्पन्न होगी। नवपत्रिका प्रवेश व स्थापन का कार्यक्रम प्रारम्भ होगा। 24 अक्टूबर शनिवार को दुर्गा महाअष्टमी की पूजा प्रातः से मध्यान्ह 11.24 के मध्य सम्पन्न होगी। विशेष-अष्टमी और नवमी के मध्य संधि पूजा का समय इस वर्ष मध्यान्ह 11:00 से 11:48 बजे के मध्य होगा जिसमें विशेष आरती सम्पन्न होगी।  25 अक्टूबर को महानवमी की पूजा प्रातः से 11:12 के मध्य सम्पन्न होगी।

भक्त नर नारी मिलकर माँ भगवती को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे

       23, 24 व 25 अक्टूबर को प्रत्येक दिन पुष्पाजंलि का कार्यक्रम मध्यान्ह 12 बजे सम्पन्न होगा जिसमें भक्त नर नारी मिलकर माँ भगवती को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। प्रसाद एवं भोग का वितरण मध्यान्ह 2 बजे किया जायेगा, संध्या आरती प्रत्येक दिन सायं 7 बजे की जायेगी। 26 अक्टूबर सोमवार विजया दशमी को देवी चरण पूजा दर्पण विर्सजन, अपराजिता पूजा प्रातः से मध्यान्ह 11:37 बजे के मध्य सम्पन्न होगी। प्रतिमा विर्सजन के लिए सायं 4 बजे पूजा स्थल से गोकुल वैराज पर पहुँचेगी। जहां प्रतिमाओं का परम्परागत तरीके से यमुना जल में विर्सजन किया जायेगा। इसके उपरान्त पूजा स्थल पर शान्ति जल एवं विजया मिलन का कार्यक्रम सांय किया जायेगा।

कोरोना महामारी को दृष्टिगत रखते हुए इस वर्ष सांस्कृतिक कार्यक्रम व भण्डारा सम्पन्न नहीं होंगे

कोरोना महामारी को दृष्टिगत रखते हुए पूजा महोत्सव में इस वर्ष सांस्कृतिक कार्यक्रम व भण्डारा सम्पन्न नहीं होंगे। प्रत्येक दिन संध्या आरती के समय परम्परागत धूनौची नृत्य युवा नर-नारियों के द्वारा प्रस्तुत किया जायेगा। दुर्गा पूजा महोत्सव को व माँ भगवती दुर्गा की पूजा अर्चना में सभी भक्तों से विपिन कुमार दत्त, गिर्राज पाल, कृष्ण प्रसाद दत्तगुप्त, अचिन्त कुमार पाल (चाँद), राधारमण देवनाथ, सपन साहा (राधारानी रसगुल्ला भण्डार), डॉ. जे. जी. विश्वास, डॉ. एस. सी. सरकार, रवि चक्रवर्ती, विश्वनाथ देवनाथ, विश्वजीत दत्ता, प्रभात दास, वृन्दावन घोष, विकास दत्ता, कन्हैया दास, राजू राय, दर्ष साहा, कन्हैया पाल, प्रताप विश्वास, खेरू पाल आदि ने अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर माँ भगवती दुर्गा के दर्शन का उठाने की अपील की है।

Dr. Bhanu Pratap Singh