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लड़कियों को देवी नहीं, रानी लक्ष्मी की तरह वीर बनने की आवश्यकता है: डॉ. गीता यादवेंदु

NATIONAL PRESS RELEASE REGIONAL

Agra, Uttar Pradesh, India.”लक्ष्मीबाई का जीवन भारत के पुरुष सत्तात्मक दृष्टिकोण को चुनौती देता है। वह उस वक्त भी और आज भी नारी सशक्तिकरण का प्रतीक हैं। आज की लड़कियों को देवी नहीं वरन झांसी की रानी की तरह वीर व निडर बनने की आवश्यकता है।” यह विचार है आगरा कॉलेज की इतिहास विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. गीता यादवेंदु के। वह आगरा कॉलेज के एनसीसी आर्मी विंग द्वारा झांसी की महारानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर आयोजित विचार गोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में अपने विचार व्यक्त कर रही थीं।  विचार गोष्ठी का विषय था “महारानी लक्ष्मीबाई एवं आज की नारी”|

उन्होंने आगे कहा कि रानी लक्ष्मीबाई ने अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाई। वह भारत की  प्रथम महिला स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थी जो  देश के लिए लड़ते-लड़ते  वीरगति को प्राप्त हुईं। इससे पूर्व  विचार गोष्ठी का शुभारंभ  प्राचार्य डॉ. एसके मिश्रा ने  महारानी लक्ष्मीबाई एवं  मां सरस्वती के चित्र पर  माल्यार्पण  एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर उपस्थितजन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यदि हम महारानी लक्ष्मीबाई के किसी भी एक गुण को अंगीकृत करते हैं तो यह उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

आगरा कॉलेज एनसीसी आर्मी विंग के कंपनी कमांडर  लेफ्टिनेंट अमित अग्रवाल ने विचार गोष्ठी की भूमिका रखते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम की इस वीरांगना ने अदम्य साहस और बुद्धिमता का परिचय देते हुए संपूर्ण देश के स्वतंत्रता सेनानियों को एक कर नेतृत्व प्रदान किया। उनके द्वारा किया गया यह संघर्ष आज 21वीं सदी में हमारे देश की महिलाओं के लिए आदर्श एवं प्रेरणा का स्रोत है।

 विचार गोष्ठी का संचालन सार्जेन्ट तनु मौर्या ने किया तथा व्यवस्था एसयूओ आशुतोष कुमार ने संभालीं। अतिथियों का परिचय कॉरपोरल रेशमा एवं स्वागत सार्जेन्ट सुरभि राजपूत ने तथा धन्यवाद ज्ञापन एसयूओ शुभम यादव ने किया।

विचार गोष्ठी के आयोजन में मुख्य रूप से विश्वजीत सिकरवार,  प्रिया भारती, राधा, प्रियांशु, हिमांशु, सुमित, रोशनी सागर, अमित कुमार आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर डॉ. आनंद पांडे, डॉ. महेंद्र सिंह, सोनी, दीप्ति, रितेश परिहार, संध्या, अनिकेत शर्मा, देव चाहर, शीलू अग्रवाल, तुषार सिंह, नितिन शर्मा, सचिन कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए। 1 यूपी बटालियन एनसीसी से हवलदार वीरपाल सिंह की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।