स्टडी: दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म इंडस्ट्री हॉलीवुड में भी महिलाएं लिंग भेद का शिकार

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दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म इंडस्ट्री हॉलीवुड में भी महिलाएं लिंग भेद का शिकार हो रही हैं। शायद इसी वजह से पिछले कुछ सालों में हॉलीवुड में महिलाओं की भागीदारी बहुत कम हुई है।

Hollywood को लेकर एक स्टडी की गई जिसमें खुलासा किया गया है पिछले एक साल में इंडस्ट्री में महिला फिल्ममेकर्स की भागीदारी कम हुई है।

यूएससी एननबर्ग इन्क्लूजन इनिशिएटिव की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल लीड रोल में महिला किरदारों की संख्या एक दशक में सबसे कम रही। हालांकि, दिलचस्प बात यह है कि जिन फिल्मों में महिलाओं का किरदार महत्वपूर्ण रहा, वो ज्यादा हिट रहीं।

आखिर हॉलीवुड जैसी विशाल इंडस्ट्री में महिलाओं की भागीदारी कम होने की क्या वजह है, इसका लेटेस्ट स्टडी में खुलासा हुआ है

पिछले 10 साल में हॉलीवुड में महिलाओं की भागीदारी धीरे-धीरे घटती जा रही है। साल 2023 में नंबर सबसे ज्यादा कम रहा, जो चिंताजनक है।

महिला किरदारों को ही नहीं, बल्कि महिला निर्देशकों की फिल्मों को भी ज्यादा पसंद किया गया और उनकी बॉक्स ऑफिस पर अच्छी-खासी कमाई रही। सबसे बड़ा उदाहरण बार्बी (Barbie) मूवी है, जिसकी निर्देशक ग्रेटा गर्विग (Greta Gervig) थीं। इन सबके बावजूद महिला निर्देशकों की फिल्में घट रही हैं। साल की टॉप 100 फिल्मों में सिर्फ 16 फिल्में महिला निर्देशकों की हैं। जबकि साल 2022 में 18 फिल्में महिला निर्देशकों की थीं।

हॉलीवुड में महिलाओं की भागीदारी कम होने की रिपोर्ट बनाने वाले डॉक्टर स्टैसी एल स्मिथ ने कहा-हॉलीवुड में महिला निर्देशकों की संख्या कभी भी किसी साल 10 प्रतिशत से ज्यादा नहीं बढ़ी, लेकिन कम होना हॉलीवुड की असफलता है। इससे एक साल पहले 2022 में महिलाओं की हिस्सेदारी 44 प्रतिशत थी।

रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि हॉलीवुड में अश्वेत कलाकारों और निर्देशकों के लिए संभावनाएं और भी कम हैं। अश्वेता निर्देशकों की संख्या 17 साल में पिछले साल सबसे कम रही। 2023 में 14 महिला निर्देशक थीं, जबकि 2022 में 18 थीं। 45 साल से ऊपर सिर्फ 3 फिल्मों में महिलाएं लीड रोल में हैं।

– एजेंसी

Dr. Bhanu Pratap Singh