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महापौर नवीन जैन के हामी भरते ही नगर निगम में ‘जो बोले सो निहाल’ की गूंज…

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जमुना किनारा मार्ग का नाम गुरु गोबिंद सिंह मार्ग व हाथी घाट का नाम  गुरु गोबिंद घाट करने का आश्वासन

Agra, Uttar Pradesh, India. गुरसिक्ख वेलफेयर एसोसिएशन ने आगरा के मेयर नवीन जैन को जमुना किनारा मार्ग का नाम गुरु गोबिंद सिंह मार्ग व हाथी घाट का नाम  गुरु गोबिंद घाट करने हेतु प्रत्यावेदन दिया। संस्था के अध्यक्ष रविन्दर पाल सिंह टिम्मा ने बताया कि आगरा की धरती 6 सिक्ख गुरुओं की कार्यस्थली रहा है- गुरु नानक देव, गुरु अर्जुन देव, गुरु हरगोबिंद साहेब, गुरु तेग बहादुर साहेब व गुरु गोबिंद सिंह जी के पवित्र चरण गुरुद्वारा माईथान, गुरु का ताल, हाथी घाट, गुरुद्वारा मधुनगर व गुरुद्वारा लोहामंडी आदि स्थानों में किसी समय पड़े हैं। उनके प्रवास के विवरण पुरातन इतिहास में दर्ज हैं,

श्री टिम्मा ने बताया कि अपने गुरुओं की याद में दो चौराहों व सड़कों का नामकरण करने के लिये गुरसिक्ख वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा कुछ वर्ष पूर्व भी नगर आयुक्त को पत्र दिया गया था। पूर्व की सरकारों ने उस पर कभी ध्यान नहीं दिया गया। आज संत बाबा प्रीतम सिंह जी के आशीर्वाद से गुरसिक्ख वेलफेयर एसोसिएशन, गुरुद्वारा मधुनगर, सदर बाजार, नार्थ ईदगाह, शहीद नगर, सुखमनी सेवा समिति आदि के प्रमुख अध्यक्षों व सदस्यों सहित बड़ी संख्या में नगर निगम में हाजिर होकर  आगरा के मेयर नवीन जैन को जमुना किनारा मार्ग व हाथी घाट को गुरु गोबिंद सिंह जी के नाम पर करने के अलावा एक अन्य मुख्य चौराहा आवंटित करने के लिये प्रत्यावेदन दिया, जिसका विकास व सौंदर्यीकरण संस्था द्वारा किया जाएगा।

श्री नवीन जैन द्वारा सम्पूर्ण प्रत्यावेदन पढ़ने के पश्चात सिक्ख समाज की उक्त सभी मांगों को शीघ्र ही कार्यकारिणी से पास करवा के मूर्त रूप देने का आश्वासन दिया। इसका निगम में हाजिर सभी सदस्यों द्वारा जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल जयकारा लगा कर स्वागत किया गया। मेयर को गुलाब के फूलों की माला पहनाई गई। साथ ही शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया गया।

प्रत्यावेदन देते समय नरिंदर सिंह लालिया ,रमन साहनी, हरजीत सिंह प्रिंस, वीर महिंदर पाल, गुरमीत सेठी, हरपाल सिंह, राजू सलूजा, शंटी ओबेरॉय,  सतबीर वासु, वीरे,  संत जी, बबलू अर्शी, हरपाल मेहर, सुरजीत छाबड़ा, बंटी ओबेरॉय,  कोच्चर, सुरजीत अरोड़ा आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।