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पितृ पक्ष में अमावस्या को पड़ने वाले सूर्यग्रहण के धार्मिक सूतक मान्य नहीं, पितृ दोष के प्रकोप से ग्रसित परिवार को राहत प्रदान करने वाले उपाय

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आगरा: वैदिक सूत्रम चेयरमैन विश्वविख्यात ख्याति प्राप्त एस्ट्रोलॉजर पंडित प्रमोद गौतम ने पिछले 25 वर्षों के दौरान हजारों जन्मकुंडलियों का अवलोकन किया, उन्होंने जन्मकुंडलियों के अवलोकन के दौरान पाया कि ज्यादातर परिवारों में 70 फीसदी व्यक्ति पित्र दोष के प्रकोप से ग्रसित होते हैं, पित्र दोष के प्रकोप का स्थायी निदान बिहार स्थित गया धाम में पिन्डदान के द्वारा ही सम्भव है। उन्होंने पितृ पक्ष में पित्र दोष के प्रकोप को कम करने के कुछ आसान उपायों के साथ साथ वर्ष 2023 के पितृ पक्ष के सन्दर्भ में बताते हुए कहा कि वर्ष 2023 में पितृ पक्ष का आरम्भ 29 सितंबर से आरम्भ हो रहा है, जिसका समापन 14 अक्टूबर दिन शनिवार को पितृ पक्ष की अमावस्या को होगा, वर्ष 2023 में पितृ पक्ष की अमावस्या का दुर्लभ संयोग शनिवार को पड़ेगा। वर्ष 2023 में पित्र पक्ष की अमावस्या में शनिवार का संयोग कई वर्षों बाद पड़ रहा है।

एस्ट्रोलॉजर पंडित प्रमोद गौतम ने पितृ पक्ष में पित्र दोष के प्रकोप को कम करने के आसान उपायों के सन्दर्भ में बताते हुए कहा कि पित्र पक्ष में अर्थात 29 सितम्बर से पितृ पक्ष आरम्भ होने के दिन से ही जो भी व्यक्ति या परिवार पित्र दोष के प्रकोप से ग्रसित हों और बिहार स्थित गया धाम में अपने सभी ज्ञात और अज्ञात अतृप्त सात पीढ़ियों तक के पूर्वजों का पिन्डदान करके स्थायी रूप से पितृ दोष के प्रकोप से पूर्ण मुक्ति का समाधान वर्तमान की अपनी विपरीत परिस्थितियों में किसी भी कारणवश नहीं कर पा रहे हों, वह व्यक्ति या परिवार वर्ष 2023 में 29 सितम्बर से पितृ पक्ष आरम्भ होने के दिन से लेकर पितृ पक्ष की समाप्ति 14 अक्टूबर 2023 तक अर्थात भाद्रपद शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा से लेकर आश्विन कृष्ण पक्ष की अमावस्या तक प्रतिदिन दोपहर 12 बजे के बाद गाय, बैल को कच्चा भोजन बनवाकर दक्षिण दिशा की तरफ मुख करके पितरों का आवाहन करके सर्वप्रथम भोग लगाएं और एक पात्र में जल भरकर उसमें काले तिल अवश्य डाल लें और उस जल को दोपहर 12 बजे के बाद सूर्य को पितरों का आवाहन करते हुए उस जल को अर्पित करें, और उसके बाद उस कच्चे भोजन को कॉलोनी में घूमती हुई गाय और बैलों को अपने हाथों से खिलाएं।

पितृ पक्ष में प्रतिदिन पितरों के लिए कम से कम 16 रोटी प्रतिदिन बनवाएं उसमें कुछ मीठा डाल लें। इस तरह के आसान उपाय को पितृ पक्ष के 16 दिनों के दौरान प्रतिदिन मध्यान्ह काल में करने से पित्र दोष के प्रकोप से पीड़ित व्यक्ति और उस परिवार को राहत अवश्य प्राप्त होगी, जब कभी उपयुक्त समयावधि आये तब पीड़ित व्यक्ति पितृ दोष के प्रकोप से उसके स्थायी समाधान के लिए अपने सभी सात पीढ़ी तक के ज्ञात और अज्ञात पूर्वजों का बिहार राज्य में स्थित गया धाम में प्रत्येक माह पड़ने वाली किसी भी अमावस्या को पिन्डदान अवश्य कर दें।

वैदिक सूत्रम चेयरमैन पंडित गौतम ने पितृ पक्ष की अमावस्या को पड़ने वाले सूर्य ग्रहण के सन्दर्भ में बताते हुए कहा कि पितृ पक्ष में सर्व पितृ अमावस्या 14 अक्टूबर 2023 को शनिवार के दिन पड़ रही है और इसी दिन वर्ष 2023 का अंतिम सूर्य ग्रहण भी लगेगा। लेकिन इस सूर्यग्रहण के धार्मिक सूतक भारत में मान्य नहीं होंगे।

हिन्दू पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 13 अक्टूबर रात्रि 09 बजकर 50 मिनट से शुरू होगी और 14 अक्टूबर मध्य रात्रि 11 बजकर 24 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। वहीं इस दिन सूर्य ग्रहण का समय रात 08 बजकर 34 मिनट से रात्रि 02 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। यह वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा, जो भारत में दर्शनीय नहीं होगा। जिसकी वजह से भारत में इसके धार्मिक सूतक काल भी मान्य नहीं होंगे।

Dr. Bhanu Pratap Singh