suresh chandra gupta

रीयल एस्टेट कारोबारी सुरेश चंद्र गुप्ता विभव का निधन, शव यात्रा मोक्षधाम जाएगी

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Agra, uttar Pradesh, India. रीयल एस्टेट कारोबारी सुरेश चंद्र गुप्ता विभव का निधन हो गया है। वे स्वतंत्रता सेनानी व परिवहन मंत्री स्व. श्री देवकी नंदन विभव के कनिष्ठ पुत्र थे। अखिल भारतीय खंडेलवाल महासभा के अध्यक्ष थे। खंडेलवाल समाज के उत्थान के लिए आप सदैव प्रयासरत रहते थे। उनकी शवयात्रा 10 जून को सायं 5:00 बजे, 50, सूर्यनगर, आगरा से ताजगंज मोक्षधाम की ओर प्रस्थान करेगी।

 

सुरेश चंद्र गुप्ता विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। अपने पिता की तरह समाजसेवा के लिए आप सदैव तत्पर रहते थे। अपने पिताजी के साथ स्वतंत्रता संग्राम में भी आपने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। बालिका शिक्षा के प्रति आपकी विशेष रुचि थी और आप आगरा शहर के दो प्रसिद्ध विद्यालयों का संचालन करते थे। आप चंद्रावती बालिका विद्यापीठ के प्रबंधक तथा भारतीय विद्या पीठ बालभारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल के अध्यक्ष थे।

 

आगरा की जटिल आवास समस्या के समाधान हेतु आपने सैकड़ों मकान बनाकर बहुत से परिवारों की सहायता की। विभव नगर आगरा, फ़िरोज़ाबाद , हाथरस, न्यू आगरा , गांधी नगर आदि आपके द्वारा बनाई गईं चंद कॉलोनी हैं l सर्वसुविधा संपन्न मयूर होटल की अपने आप में एक अलग ही पहचान है, जिसका निर्माण आपने ही किया था l

 

आपको पर्यटन में भी विशेष रुचि थी और कई पर्यटन संस्थाओं से आप जुड़े हुए थे। वे  सरल व्यक्तित्व के स्वामी व मृदुभाषी थे। हमेशा चेहरे पर  एक सौम्य मुस्कुराहट आपकी विशिष्ट पहचान थी। दूसरों की परेशानियों को अपना समझना और अपनी खुशियां दूसरों के साथ बांटना, आपके जीवन का मूलमंत्र था।

 

आप अपने पीछे एक सुखी, समृद्ध व भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। आपके दो पुत्र  व एक पुत्री हैं l आपके ज्येष्ठ पुत्र प्रमुख रीयल एस्टेट कारोबारी व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं जबकि कनिष्ठ पुत्र आर्किटेक्ट हैं l दोनों ही रीयल इस्टेट और आर्किटेक्ट के कई संगठनों में अध्यक्ष रह चुके हैं। दोनों ने अनेक कॉलोनी व अपार्टमेंट्स का निर्माण कर रीयल स्टेट बिजनेस में अपनी साख बनाई है और एक बेटी श्वेता जिनका विवाह इंदौर में हुआ है। वह शिक्षा जगत से जुड़ी हुई हैं l

 

शारदा गुप्ता (पत्नी) सतीश चंद्र गुप्ता,  श्री मोहन खंडेलवाल, गोपाल खंडेलवाल (भ्राता), प्रगति एवं सुमित विभव, रितु एवं समीर (पुत्रवधु व पुत्र) रेखा एवं अध्यात्म बंधु, श्वेता एवं शशि, (पुत्री व दामाद) बेनु एवं सुनील, सुनीता व सुशील (बहुएँ व भतीजे), शलभ, इशा, शिल्पी, सुयश,मेहुल, शुभी, यामिनी, रिया, अनन्या, अभ्युदय ने शोक प्रकट किया है।

Dr. Bhanu Pratap Singh