इस साल मई में रिज़र्व बैंक ने 2000 के नोट वापस लेने का एलान किया था. अब रिज़र्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया है कि अब तक कितने 2000 के नोट बैंक के पास वापस आ चुके हैं.
उन्होंने कहा, “हमने 2000 के नोट को वापस लेने का एलान किया था और अब तक हमें 3.24 लाख करोड़ की कीमत के 2000 के नोट वापस मिले हैं. अभी भी 12 हज़ार करोड़ के नोट आने बाकी हैं. 87 फ़ीसदी नोट वापस आ चुके हैं.”
शुक्रवार को रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में रेपो दर का एलान किया और लागातार चौथी बार इसे ना बदलते हुए 6.5 फ़ीसदी ही रखा गया.
आरबीआई ने शहरी सहकारी बैंकों के लिए बुलेट पेमेंट योजना के तहत गोल्ड लोन की रकम को दोगुना कर 4 लाख रुपये कर दिया है.
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि जोखिमों को ध्यान में रखते हुए चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.5 प्रतिशत पर ही बरकरार रखा गया है.
आरबीआई की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक 4 अक्टूबर से शुरू हुई थी, जो शुक्रवार को खत्म हो गई है.